Kumbh Rashi Ke Isht Dev

कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है, कुंभ राशि के लिए रत्न, कुंभ राशि वालों को क्या दान करना चाहिए, कुंभ राशि के दोष का उपाय, कुंभ राशि के लिए उपाय, Kumbh Rashi Ke Isht Dev Kaun Hai, Kumbh Rashi Ke Liye Ratna, Kumbh Rashi Walon Ko Kya Daan Karna Chaahie, Kumbh Rashi Ke Dosh Ka Upaay, Kumbh Rashi Ke Liye Upaay

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कुंभ राशि – परिचय

राशि चक्र की ग्यारहवीं राशि कुंभ के स्वामी शनि देव है. ऐसे जातक ज्ञान का भंडार होते हैं, ये लोग बेहद रचनात्मक और विशेष मानसिक क्षमताएं वाले होते हैं. लेकिन इनका आत्‍मविश्‍वास काफी कमजोर होता है. ये शारीरिक रूप से भी कमजोर हो सकते हैं. कई बार ये लोग कुछ नकारात्मक लक्षण प्रदर्शित करते हैं. वे भावनात्मक रूप से जल्दी परेशान हो जाते हैं. अपनी भावनात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए इन व्यक्तियों को अपने इष्टदेव की पूजा अर्चना करनी चाहिए तथा अपनी राशि के अनुसार रत्न धारण करना चाहिए. आइए जानते हैं कुंभ राशि के इष्टदेव, रत्न व उपाय के बारे में जानकारी विस्तार से-

कुंभ राशि के इष्ट देव कौन है, Kumbh Rashi Ke Isht Dev Kaun Hai

महाभारत काल में गीता के समय श्रीकृष्ण ने अर्जुन को ईष्ट की महत्ता का बखान करते हुए कहा था- सर्वधर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणम् व्रज. अहं तवां सर्वेपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुचः.. अर्थात्- अर्जुन सब का त्याग कर एकमात्र मेरी ही शरण में आ जाओ. मैं तुम्हारे सारे पापो से तुमको मुक्त कर दूंगा.
ईष्ट अपनी शरण में आये भक्त का पूरा उत्तरदायित्व अपने ऊपर ले लेते है और उसके समस्त पापो को क्षमा कर देते है. इसलिए इष्टदेव के ज्ञान से हम अपने किये गए पाप से दूर हो जाते है. लेकिन इष्ट देव कौन हैं. इस बारे में लोगों में कई भ्रांतियां रहती हैं. इष्ट देव का अर्थ होता है अपनी पसंद के देवता. इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को अच्छे फल प्राप्त होते हैं. शास्त्रों के अनुसार पूर्व जन्म में किए गए कार्यों के आधार पर इष्ट देवता का निर्धारण होता है. और इसके लिए जन्म कुंडली देखी जाती है. कुंडली का पंचम भाव इष्ट का भाव माना जाता है. इस भाव में जो राशि होती है उसके ग्रह के देवता ही हमारे इष्ट देव कहलाते हैं. कुंभ राशि का स्वामी ग्रह शनि है और इष्टदेव शनिदेव और हनुमान जी हैं. बताया जाता है कि इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में चाहे कितने भी ग्रह दोष क्यों न हों, अगर इष्ट देव प्रसन्न हैं तो यह सभी दोष व्यक्ति को अधिक परेशान नहीं करते. इसलिए कुंभ राशि के जातकों को अपने इष्टदेव शनिदेव और हनुमान जी की पूजा विधिवत् करनी चाहिए ताकि उनका जीवन हमेशा सुखमय बना रहे.
कुंभ राशि के स्वामी – शनि ग्रह
कुंभ राशि के इष्टदेव – शनिदेव और हनुमान जी

कुंभ राशि के लिए रत्न, Kumbh Rashi Ke Liye Ratna

राशि रत्न का ज्योतिष शास्त्र में काफी महत्व है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जब भी ग्रह अपनी दिशा व स्थिति बदलते हैं तो ज्योतिषाचार्य राशि रत्न को ही धारण करने की सलाह देते हैं. माना जाता है कि रत्न अपने प्रभाव से कमजोर ग्रह को शक्तिशाली बनाने के साथ ही किस्मत को भी बदलने का काम करता है. सभी बारहों राशि के जातकों के लिए उसके राशि व राशि स्वामी के अनुसार रत्न निर्धारित है. जिसे ज्योतिष परामर्श के बाद धारण किया जाता है. कुल मिलाकर अगर आपकी जिंदगी में कोई परेशानी काफी दिनों से है तो हो सकता है कि आपके ग्रह गर्दिश में हो. क्योंकि आज हम बात कर रहे हैं कुंभ राशि की इसलिए कुंभ राशि के जातकों के लिए सलाह है कि वे समय रहते अपनी राशि के अनुसार रत्न धारण कर लें ताकि जीवन में आने वाले भारी नुकसान से बच सकें. तो फिर बिना देर किए यहां जानिए कुंभ राशि के लोग किस दिन, किस समय और किस हाथ में कौन सा रत्न धारण करें –
कुंभ राशि के लोग कौन सा रत्न धारण करें- कुंभ राशि के स्वामी शनि है और शनि का रंग काला है इसलिए कुंभ राशि के जातकों को ब्लू नीलम धारण करने की सलाह दी जाती है. नीलम रत्न शनि ग्रह का रत्न है इसलिए शनि ग्रह के लिए नीलम रत्न पहना जाता है. कुंभ के अलावा शनि की राशि मकर को भी नीलम पहनने की सलाह दी जाती है.

नीलम पहनने से लाभ – कुंभ राशि के जातकों के लिए नीलम रत्न शुभ है. यह रत्न कुंभ राशि के लोगों को व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है. कुंभ राशि के लोग यदि नीलम रत्न धारण करते हैं, तो इससे उन्हें आर्थिक लाभ, स्वास्थ्य लाभ, यश-कीर्ति और आत्मविश्‍वास मिलता है. यह व्यक्ति में दूरदृष्टि, कार्यकुशलता और ज्ञान को बढ़ाता है. नीलम रत्न को बहुत सोच-समझकर और ज्योतिष की सलाह पर ही धारण करना चाहिए, क्योंकि पूर्ण रूप से फलित नहीं होने पर यह रत्न धारण करने से राजा को भी रंक बनते देर नहीं लगती. माना जाता है कि नीलम आसमान पर उठाता है और खाक में मिला भी देता है. इसीलिए कुंडली की जांच करने के बाद ही नीलम रत्न पहनें. सामान्यत: उन्हीं लोगों को यह रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है जिनकी कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में हो.
नीलम किस हाथ में पहने, नीलम किस उंगली मे धारण करें, नीलम किस दिन पहनें – शनिवार को सुबह स्नान करने के बाद दायें हाथ की मध्यमा उंगली में नीलम रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है.
कुंभ राशि के जातक कौन सा रत्न धारण न करें- पुखराज कुंभ राशि के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इसलिए कुंभ राशि के लोग इस रत्न को न पहनें.

कुंभ राशि वालों को क्या दान करना चाहिए?

कुंभ राशि वालों को क्या दान करना चाहिए, Kumbh Rashi Walon Ko Kya Daan Karna Chaahie
शास्त्रों में दान का विशेष महत्व बताया गया है, दान पुण्य करने वाले व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है. शनि के स्वामित्व वाली कुंभ राशि के लोगों को शनि से संबंधित चीजों का दान करने से दोगुने पुण्य की प्राप्ति होती है और शनिदेव देव भी जल्द प्रसन्न होकर अपनी कृपा बरसाते हैं. अत: कुंभ राशि के लोगों को शनि से संबंधिंत वस्तुओं जैसे तेल, तिल, नीले-काले वस्त्र, काली गाय, ऊनी वस्त्र, लोहा, कस्तूरी का दान निस्वार्थ भाव से करना चाहिए. इन चीजों के दान से शनि की विशेष कृपा प्राप्त होती और जातक की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है.

कुंभ राशि के दोष का उपाय, कुंभ राशि के लिए उपाय

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कुंभ राशि के जातकों को अपने कष्ट दूर करने व जीवन में सफलता पाने के लिए निम्न उपाय करने चाहिए, यह उपाय करने से अवश्य ही आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी.
1. कुंभ राशि के लोगों को प्रतिदिन अपने इष्ट देव हनुमान जी और शनिदेव की विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए, ऐसा करने से अवश्य ही आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा.
2. कुंभ राशि के जातकों को शनिवार का व्रत करना चाहिए तथा गरीबों को खाना खिलाना चाहिए, यदि व्रत रखना संभव न हो सके तो इस दिन शनिदेव की पूजा अवश्य करें.
3. कुंभ राशि के जातक आर्थिक परेशानियों को दूर करने के लिए किसी मंदिर परिसर में केले का पेड़ लगाएं और उसकी देखभाल करें. ध्यान रहे, इस वृक्ष का फल नहीं खाएं. इस उपाय से आपकी आर्थिक परेशानियां दूर हो जाएंगी. साथ ही धन मार्ग में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाएंगी.
4. मान-सम्मान की वृद्धि के लिए कुंभ राशि के जातकों को प्रतिदिन भोजन से पूर्व गौग्रास निकालना चाहिए. प्रातःकाल भोजन बनाते समय सबसे पहली रोटी गाय के लिए निकालने से व्यक्ति को जीवन में मान-सम्मान प्राप्त होता है.

5. घर में यदि पारिवारिक कलह है. परिजनों के बीच प्रोपर्टी या किसी अन्य कारण से विवाद चल रहा है तो उसे दूर करने के लिए कुंभ राशि के लोग गुरुवार के दिन पीले चंदन का तिलक लगाएं. किसी भी मंदिर के सामने गुजरते समय शीश झुकाकर प्रणाम करें. ऐसा करने से आपके परिवार के क्लेश दूर हो जाएंगे.
6. अगर प्रेम प्रसंग में प्रियतम के साथ किसी बात को लेकर मनमुटाव चल रहा है तो इसे दूर करने के लिए बुधवार के दिन बागवानी करनी चाहिए. इस दिन कोई नया पौधा लगाएं और एक बच्चे की तरह उसका लालन पालन करें. इस उपाय को करने से आपकी परेशानी दूर हो जाएगी.
7. शिक्षा के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए आपको शनि ग्रह से जुड़े हुए उपाय करने होंगे. शनिवार के दिन लोहे के पात्र में सरसों का तेल भरकर अपनी छाया देखें और उसे दान कर दें. ऐसा करना आपके लिए लाभकारी होगा.
8. कुभ राशि वालों का स्वामी शनि ग्रह है. अतः इस राशि के जातकों को शनि की शांति के लिए नीलम रत्न, सात मुखी रुद्राक्ष और धतूरे की जड़ी को धारण करना चाहिए. ऐसा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी.

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