Vishwa AIDS Divas Kab Hota Hai, World Aids Day 2019

विश्व एड्स दिवस, Vishwa AIDS Divas Kab Hota Hai, विश्व एड्स दिवस कब मनाया जाता है, World AIDS Day In Hindi, Vishva AIDS Diwas Kab Manaya Jata Hai, एड्स का अंतरराष्ट्रीय चिन्ह क्या है, विश्व एड्स दिवस कब से मनाया जाता है, विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है, एड्स का कारण, एड्स के लक्षण, एड्स का परीक्षण, एचआईवी के जोखिम किन्हें ज़्यादा है, एड्स से बचाव, एड्स में क्या खाना चाहिए? एचआईवी – दवा व इलाज, Vishwa AIDS Divas Kab Se Manaya Jaata Hai, HIV Symptoms, AIDS Lakshan, AIDS Ka Karan, HIV Mein Kya Khana Chahiye, AIDS Se Bachav Ke Upay

विश्व एड्स दिवस, Vishwa AIDS Divas Kab Hota Hai, विश्व एड्स दिवस कब मनाया जाता है, World AIDS Day In Hindi, Vishva AIDS Diwas Kab Manaya Jata Hai, एड्स का अंतरराष्ट्रीय चिन्ह क्या है, विश्व एड्स दिवस कब से मनाया जाता है, विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है, एड्स का कारण, लक्षण, परीक्षण, एचआईवी के जोखिम किन्हें ज़्यादा है, एड्स से बचाव, एड्स में क्या खाना चाहिए? एचआईवी – दवा व इलाज, Vishwa AIDS Divas Kab Se Manaya Jaata Hai, HIV Symptoms, AIDS Lakshan, Karan, HIV Mein Kya Khana Chahiye, AIDS Se Bachav Ke Upay

विश्व एड्स दिवस, Vishwa AIDS Divas

विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) हर साल 1 दिसंबर (December 1) को मनाया जाता है. विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली बीमारी एड्स के बारे में जागरुकता बढ़ाना है. इसका मतलब यह है कि हर इंसान को अपने एचआईवी स्टेटस की जानकारी होनी चाहिए. एड्स (Aids) वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. UNICEF की रिपोर्ट के मुताबिक 36.9 मिलियन लोग HIV के शिकार हो चुके हैं. भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार भारत में एचआईवी (HIV) के रोगियों की संख्या लगभग 2.1 मिलियन है.

विश्व एड्स दिवस कब से मनाया जाता है, Vishwa AIDS Divas Kab Se Manaya Jaata Hai

विश्व एड्स दिवस 1988 से मनाया जा रहा है, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एड्स ग्लोबल कार्यक्रम में काम करने कर रहे थॉमस नेट्टर और जेम्स डब्ल्यू ने विश्व एड्स दिवस मनाने के बारे में 1987 में सोचा था. इसके बाद पहली बार वर्ष 1988 में 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाना शुरू किया गया. इसके साथ ही हर साल एड्स डे की थीम रखी जाती है.
विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) सबसे पहले अगस्त 1987 में जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर नाम के व्यक्ति ने मनाया था. जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर विश्व स्वास्थ्य संगठन में एड्स पर ग्लोबल कार्यक्रम (WHO) के लिए अधिकारियों के रूप में जिनेवा, स्विट्जरलैंड में नियुक्त थे. जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर ने WHO के ग्लोबल प्रोग्राम ऑन एड्स के डायरेक्टर जोनाथन मान के सामने विश्व एड्स दिवस मनाने का सुझाव रखा. जोनाथन को विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) मनाने का विचार अच्छा लगा और उन्होंने 1 दिसंबर 1988 को विश्व एड्स डे मनाने के लिए चुना. बता दें कि आठ सरकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य दिवसों में विश्व एड्स दिवस शामिल है.

एड्स का कारण

1- अनसेफ सेक्स (बिना कनडोम के) करने से.
2- संक्रमित खून चढ़ाने से.
3- HIV पॉजिटिव महिला के बच्चे में.
4- एक बार इस्तेमाल की जानी वाली सुई को दूसरी बार यूज करने से.
5- इन्फेक्टेड ब्लेड यूज करने से.

एचआईवी के लक्षण,  HIV/AIDS Symptoms

एचआईवी/एड्स होने पर निम्‍न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं-
1- बुखार
2- पसीना आना
3- ठंड लगना
4- थकान
5- भूख कम लगना
6- वजन घटा
7- उल्टी आना
8- गले में खराश रहना
9- दस्त होना
10- खांसी होना
11- सांस लेने में समस्‍या
12- शरीर पर चकत्ते होना
13- स्किन प्रॉब्‍लम
14- कमजोरी

एचआईवी/एड्स का परीक्षण

एचआईवी का निदान करने के लिए रक्त परीक्षण सबसे आम तरीका है. संक्रमण के तुरंत बाद एंटीबॉडी का उत्पादन नहीं होता है, आपके संक्रमित होने के कुछ समय बाद तक आपके रक्त परीक्षण नेगेटिव आ सकते हैं. एचआईवी और एड्स के निदान के लिए प्राथमिक परीक्षण हैं-
ईएलआईइसए परीक्षण (ELISA Test) – ईएलआईइसए का मतलब है एन्ज़ाइम-लिंक्ड इम्यूनोसॉरबेन्ट ऐसे, जिसका प्रयोग एचआईवी संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है. यदि आपका परीक्षण पॉजिटिव आता है तो आमतौर पर वेस्टर्न ब्लॉट परीक्षण किया जाता है.
वेस्टर्न ब्लॉट परीक्षण (Western Blot) – यह एक बहुत ही संवेदनशील रक्त परीक्षण है जिसका उपयोग पॉजिटिव ईएलआईइसए परीक्षण के परिणाम की पुष्टि करने के लिए किया जाता है. यह आपके रक्त में एचआईवी एंटीबॉडी का पता लगाता है.
घरेलू परीक्षण (Home Tests) – अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) द्वारा स्वीकृत एकमात्र घरेलू परीक्षण को होम एक्सेस एक्सप्रेस टेस्ट कहा जाता है, जो केमिस्ट के पास उपलब्ध होता है. अगर यदि परीक्षण पॉजिटिव है, तो निदान की पुष्टि करने और अपने उपचार विकल्पों पर चर्चा करने के लिए अपने चिकित्सक से बात करें. यदि परीक्षण नेगेटिव है, तो परिणाम की पुष्टि करने के लिए इसे तीन महीने में फिर से करें.
सलाइवा परीक्षण (Saliva Tests) – आपके गाल के अंदर से लार लेने क लिए एक कॉटन पैड का उपयोग किया जाता है. पैड परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में दिया जाता है. पॉजिटिव परिणाम आने पर रक्त परीक्षण से इसकी पुष्टि करवाएं.
वायरल लोड परीक्षण (Viral Load Test) – यह परीक्षण आपके रक्त में एचआईवी की मात्रा को मापता है. डीएनए क्रम (जो खासकर एचआईवी को बांधते हैं) का उपयोग करके एचआईवी का पता लगाया जाता है.
एचआईवी के परीक्षण बहुत सुरक्षित हैं, लेकिन कुछ जटिलताएं हो सकती हैं जैसे-
. चक्कर आना या बेहोश होना, खासकर यदि आपको सुई या रक्त से डर लगता है.
. सुई लगने की जगह पर एक संक्रमण होना.
. सुई लगने की जगह पर नील पड़ना.
. खून रुकने में परेशानी.

एचआईवी/एड्स होने का जोखिम किन्हें ज़्यादा है

पुरुषों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने वाले पुरुष – हालाँकि समलैंगिक (Gay) या पुरुषों के साथ यौन सम्बन्ध बनाने वाले पुरुषों कि संख्या कम है लेकिन उन्हें एचआईवी/एड्स होने का खतरा ज़्यादा होता है.
इंजेक्शन से नशा करने वाले लोग – इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाएं लेने वाले लोगों को एचआईवी/एड्स होने का जोखिम अन्य लोगों के मुकाबले ज़्यादा होता है. 2009 में हुए एक अध्यन के मुताबिक लगभग आधे लोग जो इंजेक्शन से नशा करते हैं और से ग्रस्त हैं, उन्हें इसका पता ही नहीं था.
महिलाओं में – एचआईवी से संक्रमित साथी के साथ असुरक्षित सम्भोग करने की वजह से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या अच्छी-खासी है. असल में, महिलाओं के एचआईवी से संक्रमित होने का यह सबसे आम कारण है.
युवा – मुख्यतः युवाओं में यौन परीक्षण की जिज्ञासा ज़्यादा होती है और वह अपने साथियों के प्रभाव के कारण नशे भी करते हैं जिनसे उनका एचआईवी से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है.
बुज़ुर्ग लोग – ज़्यादातर बुज़ुर्ग लोग यह नहीं मानते कि उन्हें भी एचआईवी संक्रमण हो सकता है इसीलिए वह बिना किसी डर के ऐसी गतिविधियां कर लेते हैं जिनसे उनके एचआईवी से ग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है.

एचआईवी/एड्स से बचाव – HIV/AIDS Se Bachav Ke Upay in Hindi

अभी ऐसी कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है जो एचआईवी संक्रमण को रोक सके या उन लोगों का इलाज कर सके जिन्हें एचआईवी/एड्स है. एचआईवी/एड्स से बचने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है कंडोम का इस्तेमाल करना. पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कंडोम उपलब्ध है.
असुरक्षित यौन संबंध बनाना एचआईवी के प्रसार का सबसे आम तरीका है. आप पूरी तरह से एचआईवी के जोखिम को ख़तम नहीं कर सकते जब तक आप यौन सम्बन्ध बनाने से खुद को रोक नहीं लेते. हालाँकि इसके जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ सावधानियां बरत सकते हैं. जैसे –
1. अपनी और अपने साथी की स्थिति जानने के लिए एचआईवी के लिए परीक्षण कराएं.
2. अन्य यौन संचारित रोगों (एसटीडी) के लिए परीक्षण कराएं. यदि आपको ऐसी कोई बीमारी है तो इलाज करें क्यूंकि एसटीडी होने से एचआईवी का खतरा बढ़ जाता है.
3. कंडोम का उपयोग करने का सही तरीका जानें और उनका उपयोग हर बार जब आप यौन संबंध बनाते समय करें.
4. अपने यौन साथियों की संख्या को सीमित करें. केवल एक साथी के साथ यौन सम्बन्ध बनाएं जो केवल आपके साथ सेक्स करे.
5. यदि आपको एचआईवी है तो निर्देश अनुसार अपनी दवाएं लें अपने यौन साथी को इसे प्रसारित करने के जोखिम को कम करें. हालांकि आपको अभी भी कंडोम का उपयोग करने की आवश्यकता है.
6. एचआईवी रक्त के माध्यम से भी फैलता है इसीलिए कभी पहले से ही इस्तेमाल की गयी सुइयों या इंजेक्शन का उपयोग न करें.

एचआईवी/एड्स में क्या खाना चाहिए? HIV/AIDS Mein Kya Khana Chahiye

भोजन से एड्स ठीक नहीं हो सकता, लेकिन सही आहार से शरीर को ताकत मिलती है और रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है. एड्स के मरीजों को यह सब खाने की सलाह दी जाती है:
1. फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर फल और सब्जियां.
2. स्टार्च युक्त कार्बोहाइड्रेट्स जैसे ब्राउन चावल, आलू और रोटी.
3. कुछ प्रोटीन जैसे कि बिना वसा वाली मीट, मछली, अंडे और फलियां.
4. कुछ डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर.
5. वसा और शर्करा रहित खाना.

एचआईवी – दवा व इलाज

एड्स का कोई इलाज मौजूद नहीं है, लेकिन एंटी-रेट्रोवायरल रेजीम (एआरवी) का सख्ती के साथ पालन करने से काफी हद तक रोग का बढ़ना कम हो जाता है और अतिरिक्त संक्रमण और जटिलताओं की भी रोकथाम होती है.
एचआईवी एंटीवायरल: – संक्रमण की प्रगति धीमी करने के लिए HIV को दबाता है. दूसरों को संक्रमित करने के खतरे को कम करता है.
संक्रामक रोग के डॉक्टर: – संक्रमणों का इलाज करते हैं, जिसमें वे संक्रमण भी शामिल हैं जो गर्म इलाकों में ज़्यादा होते हैं.
नैदानिक मनोविज्ञानी: – बातचीत से उपचार (टॉक थेरेपी) करके मानसिक समस्याओं का इलाज करते हैं.
प्राइमरी हेल्थ केयर प्रोवाइडर: – रोगों की रोकथाम, पहचान और इलाज करते हैं.

आयुर्वेद के द्वारा एचआईवी का इलाज

एआईडीएस के शारीरिक लक्षणों से निपटने के लिए अपनी उबरने की योजनाओं को और उन्नत करें. एड्स जैसी लाइलाज बीमारी के इलाज को लेकर वैज्ञानिकों ने नई उपलब्धि हासिल की है. वैज्ञानिकों ने जरेनियम, जिसे आयुर्वेद में कषायमूल वनस्पति भी कहते हैं, से एड्स के वायरस को खत्म करने का दावा किया है. इस आयुर्वेदिक पौधे के महत्व को म्यूनिख के जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर इन्वॉयरमेंटल हेल्थ के रिसर्चस ने इस पौधे की मदद से एचआईवी-1 वायरस को रोकने का दावा किया है. रिसर्चस का मानना है कि जरेनियम की जड़ में कुछ ऐसे तत्व हैं जो ह्यूमन सेल्स को एचआईवी-1 वायरस का प्रवेश रोकने के लिए मजबूत बनाता है और प्रतिरोधी तंत्र को मजबूत करता है. शोधकर्ता रूथ रैक वार्नर के अनुसार, ”इस पौधे के इस्तेमाल से एड़्स के उपचार की दिशा में बड़ी उपलब्धि मिली है. कई दवा कंपनियों ने इस पौधे के इस्तेमाल से एड्स की दवाएं तैयार करने के लाइसेंस की प्रयास भी शुरू कर दिया है.’

विश्व एड्स दिवस, Vishwa AIDS Divas Kab Hota Hai, विश्व एड्स दिवस कब मनाया जाता है, World AIDS Day In Hindi, Vishva AIDS Diwas Kab Manaya Jata Hai, एड्स का अंतरराष्ट्रीय चिन्ह क्या है, विश्व एड्स दिवस कब से मनाया जाता है, विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है, एड्स का कारण, एड्स के लक्षण, एड्स का परीक्षण, एचआईवी के जोखिम किन्हें ज़्यादा है, एड्स से बचाव, एड्स में क्या खाना चाहिए? एचआईवी – दवा व इलाज, Vishwa AIDS Divas Kab Se Manaya Jaata Hai, HIV Symptoms, AIDS Lakshan, AIDS Ka Karan, HIV Mein Kya Khana Chahiye, AIDS Se Bachav Ke Upay

स्वास्थ्य से सम्बंधित आर्टिकल्स – 

  1. ईएमआई क्या है, ईएमआई कैसे करें, ईएमआई लोन की अवधि, ईएमआई हिंदी में, EMI Kya Hai, EMI Kaise Kare, term of EMI loan, EMI In Hindi
  2. बच्चों के नये नाम की लिस्ट, बेबी नाम लिस्ट, बच्चों के नाम की लिस्ट, हिंदी नाम लिस्ट, बच्चों के प्रभावशाली नाम, हिन्दू बेबी नाम, हिन्दू नाम लिस्ट, नई लेटेस्ट नाम
  3. निक नाम, निक नाम फॉर बॉयज, निक नाम फॉर गर्ल्स, Cute Nicknames for Baby Boy Indian, Cute Nicknames for Baby Girl Indian, गर्ल्स निक नाम इन हिंदी
  4. बीकासूल कैप्सूल खाने से क्या फायदे होते हैं, बिकासुल कैप्सूल के लाभ, Becosules Capsules Uses in Hindi, बेकासूल, बीकोस्यूल्स कैप्सूल
  5. शराब छुड़ाने की आयुर्वेदिक दवा , होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा, शराब छुड़ाने के लिए घरेलू नुस्खे , शराब छुड़ाने का मंत्र , शराब छुड़ाने के लिए योग
  6. कॉम्बिफ्लेम टेबलेट की जानकारी इन हिंदी, कॉम्बिफ्लेम टेबलेट किस काम आती है, Combiflam Tablet Uses in Hindi, Combiflam Syrup Uses in Hindi
  7. ज्यादा नींद आने की वजह, Jyada Nind Kyon Aati Hai, ज्यादा नींद आना के कारण, ज्यादा नींद आना, शरीर में सुस्ती, शरीर में थकावट
  8. अनवांटेड किट खाने के कितने दिन बाद ब्लीडिंग होती है, अनवांटेड किट खाने की विधि Hindi, अनवांटेड किट ब्लीडिंग टाइम, अनवांटेड किट की कीमत
  9. गर्भाशय को मजबूत कैसे करे, कमजोर गर्भाशय के लक्षण, गर्भाशय मजबूत करने के उपाय, बच्चेदानी का इलाज, बच्चेदानी कमजोर है, गर्भाशय योग
  10. जिम करने के फायदे और नुकसान, जिम जाने से पहले क्या खाएं, जिम जाने के बाद क्या खाएं,  जिम जाने के फायदे, जिम जाने के नुकसान,  जिम से नुकसान
  11. माला डी क्या है, Mala D Tablet Uses in Hindi, माला डी कैसे काम करती है, Maladi Tablet, माला डी गोली कब लेनी चाहिए
  12. Unienzyme Tablet Uses in Hindi, Unienzyme गोली, यूनिएंजाइम की जानकारी, यूनिएंजाइम के लाभ, यूनिएंजाइम के फायदे,यूनिएंजाइम का उपयोग
  13. मानसिक डर का इलाज, फोबिया का उपचार, डर के लक्षण कारण इलाज दवा उपचार और परहेज, डर लगना, मानसिक डर का इलाज, मन में डर लगना
  14. हिंदी बीपी, उच्च रक्तचाप के लिए आहार, High Blood Pressure Diet in Hindi, हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए, हाई ब्लड प्रेशर डाइट
  15. क्या थायराइड लाइलाज है, थ्रेड का इलाज, थायराइड क्‍या है, थायराइड के लक्षण कारण उपचार इलाज परहेज दवा,  थायराइड का आयुर्वेदिक
  16. मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट, वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट, बाबा रामदेव वेट लॉस डाइट चार्ट इन हिंदी, वेट लॉस डाइट चार्ट
  17. हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण और उपचार, हाई ब्लड प्रेशर, बीपी हाई होने के कारण इन हिंदी, हाई ब्लड प्रेशर १६० ओवर ११०, बीपी हाई होने के लक्षण
  18. खाना खाने के बाद पेट में भारीपन, पेट में भारीपन के लक्षण, पतंजलि गैस की दवा, पेट का भारीपन कैसे दूर करे, पेट में भारीपन का कारण
  19. योग क्या है?, Yoga Kya Hai, योग के लाभ, योग के उद्देश्य, योग के प्रकार, योग का महत्व क्या है, योग का लक्ष्य क्या है, पेट कम करने के लिए योगासन, पेट की चर्बी कम करने के लिए बेस्‍ट योगासन