body parts name in hindi english

Part Of Body Name In Hindi, पार्ट ऑफ़ बॉडी नेम इन हिंदी, Body Parts Of Name, Body Parts By Name Hindi, मानव शरीर के अंगो के नाम हिंदी में, Human Body Parts Name In Hindi

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परिचय – मनुष्य शरीर के अंग (Part Of Body)

मनुष्य शरीर अद्वितीय और जटिलता से भरा हुआ है। हमारे शरीर में कई अंग (Parts of Body) होते हैं, प्रत्येक अंग अपना विशेष महत्व और कार्य रखता है, जिन्हें समझना और पहचानना महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम आपको मनुष्य शरीर के मुख्य अंगों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे और बताएंगे कि मनुष्य शरीर का अंग कैसे काम करता है और उसका महत्व क्या है? अधिक जानकारी के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहें-

शरीर के अंगों के नाम हिंदी में | Body Parts Name In Hindi

  1. सिर – Head (हेड)
  2.  बाल –Hair (हेयर)
  3. बालों का जुड़ा – Bun (बन)
  4.  ललाट / माथा – Forehead (फॉरहेड)
  5. त्वचा – Skin (स्किन)
  6. चेहरा – Face (फेस)
  7. आँख – Eye (आई)
  8. रेटिना – (Retina)
  9. आँख की पुतली – Eye Pupil (आई प्यूपिल)
  10. पलक / पलकें – Eyelid (आईलिड) / Eyelash (आईलैश)
  11. भौं – Eyebrow (आइब्रो)
  12. कान – Ear (ईयर)
  13. कान का पर्दा – Eardrum (इयरड्रम)
  14. कनपटी – Temple (टेम्पल)
  15. गाल – Cheeks (चीक्स)
  16. नाक – Nose (नोज)
  17. नथुना – Nostril (नोस्ट्रिल)
  18. मूंछ – Moustache (मौसटेक)
  19. मुंह / मुख – Mouth (माउथ)
  20. होंठ – Lips (लिप्स)
  21. दांत – Tooth (टूथ)
  22. दाढ़ – Molar Teeth (मोलर टीथ)
  23. जबड़ा – Jaw (जॉव)
  24. जीभ – Tongue (टंग)
  25. लार – Saliva (सलीवा)
  26. ठुड्डी – Chin (चीन)
  27. दाढ़ी – Beard (बियर्ड)
  28. गला – Throat (थ्रोट)
  29. गर्दन – Neck (नेक)
  30. कंधा – Shoulder (शोल्डर)
  31. बांह, भुजा – Arm (आर्म)
  32. हाथ के बगल में (कांख) – Armpit (आर्मपिट)
  33. हाथ – Hand (हैंड)
  34. कोहनी – Elbow (एल्बो)
  35. कलाई – Wrist (रिस्ट)
  36. हथेली – Palm (पाम)
  37. मुट्ठी – Fist (फिस्ट)
  38. हाथ की अंगुलियां – Fingers (फिंगर्स)
  39. अंगूठा – Thumb (थम्ब)
  40. अनामिका – Ring Finger (रिंग फिंगर)
  41. छोटी उंगली – Little Finger (लिटिल फिंगर)
  42. बीच वाली ऊँगली – Middle Finger (मिडिल फिंगर)
  43. तर्जनी – Index Finger (इंडेक्स फिंगर)
  44. नाख़ून – Nail (नेल)
  45. पुरुष की छाती – Chest (चेस्ट)
  46. स्त्री की छाती – Breast (ब्रेस्ट)
  47. स्तन का अगला भाग – Nipple (निप्पल)
  48. पेट – Stomach / Abdomen (स्टमक)
  49. नाभी – Navel (नावेल)
  50. पीठ – Back (बैक)
  51. कुल्हा – Hip (हिप)
  52. लिंग – Penis (पेनिस)
  53. योनि – Vagina (वजाइना)
  54. टांग – Leg (लेग)
  55. पैर – Foot (फुट)
  56. जांघ – Thigh (थाई)
  57. घुटना – Knee (नी)
  58. टखना – Ankle (एंकल)
  59. एड़ी – Heel (हील)
  60. पैर की अंगुलियां – Toe (टो)
  61. तलवा – Sole (सोल)

Parts of body name

शरीर की 5 इंद्रियां या ज्ञानेंद्रियां

इंद्रियां हमारे शरीर का एक अभिन्न हिस्सा हैं। यह पर्यावरण में हो रहे बदलावों को महसूस करने और आस-पास की दुनिया से जुड़ने की क्षमता प्रदान करती है। मनुष्य की पांच मुख्य इंद्रियां होती हैं:
नेत्र (आंखें) – दृष्टि इंद्रिय: यह हमें रंग, आकार, दूरी आदि देखने की क्षमता प्रदान करता है।
कान – श्रवण इंद्रिय: इससे हम आवाज़ को सुन सकते हैं।
नाक – घ्राण इंद्रिय: इससे हम गंध को महसूस कर सकते हैं।
जीभ – रसना इंद्रिय: इसके माध्यम से हम स्वाद को महसूस करते हैं।
त्वचा – स्पर्श इंद्रिय: इससे हम स्पर्श, दबाव, गर्मी, ठंड आदि को महसूस कर सकते हैं।

शरीर के मुख्य अंगों के कार्य व महत्व | Functions And Importance Of  Main Organs Of The Body

  1. सिर (Head)- जो हमारे शरीर का सबसे ऊपरी भाग होता है। सिर में संवेदी अंग होते हैं: आंखें, कान, नाक और मुंह के अंदर जीभ। सिर में मस्तिष्क स्थित है, जो हमारे शरीर की सभी गतिविधियों का नियंत्रण करता है। यह सोचने, समझने, याद रखने, निर्णय लेने और अन्य मानसिक प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है।
  2. त्वचा (skin) – यह शरीर की बाहरी सतह है जो हमें बाहरी यातायात और संक्रमण से बचाती है। यह पसीना और तैल उत्सर्जित करके शरीर के तापमान को संतुलित भी रखता है।
  3. आंख (Eye)- आंख एक अत्यंत महत्वपूर्ण इंद्रिय है, जिसके माध्यम से हम अपने चारों ओर के वातावरण को देखते और समझते हैं।
  4. रेटिना (Retina) – आंख का वह भाग जो प्रकाश को संवेदनशीलता प्रदान करता है और इसे चित्र में परिवर्तित करता है।
  5. आँख की पुतली (Eye Pupil) – आंख में एक छोटा सा छेद होता है जिसे आँख की पुतली कहते हैं, यह आंख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करता है और प्रकाश के हिसाब से अपने आकार को ठीक करता है।
  6. कान (Ear) – कान हमारे शरीर की एक महत्वपूर्ण इंद्रिय है, जिसका प्रमुख कार्य है ध्वनि को सुनना।
  7. नाक (Nose)- जिससे हम सूंघते और सांस लेते हैं। नाक हवा को शरीर के अंदर प्रवेश करने से पहले फिल्टर, गर्म, और नमी प्रदान करता है, ताकि हमारे फेफड़ों में साँस लेना सहज हो।
  8. मुँह (Mouth)- जिससे हम खाते और बोलते हैं।
  9. दाँत (Teeth)- भोजन को चबाने और कुचलने में मदद करते हैं, जो पाचन प्रक्रिया का पहला चरण है।
  10. जीभ (Tongue)- स्वाद की पहचान करने, भोजन के सेवन और बोलने में सहायक।
  11. गला (Throat)- गला वायुमार्ग और भोजन मार्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह वायु के प्रवाह को नियंत्रित करके ध्वनित तरंगें उत्पन्न करती हैं, जिससे हम बोल सकते हैं।
  12. गर्दन (Neck) – गर्दन हमारे शरीर का वह हिस्सा है जो हमारे सिर और शरीर को जोड़ता है। गर्दन सिर को समर्थन प्रदान करती है और सिर की गतिविधियों को संचालित करती है, जैसे कि उपर, नीचे, बाएँ, और दाएँ देखना। गर्दन में अनेक संवेदनशील तंतु होते हैं जो गर्दन में चोट या दर्द का अहसास कराते हैं।
  13. कंधा (Shoulder) – 
  14. कुल्हा (Hip)- कुल्हा शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जो पैर और कमर के बीच स्थित है। कुल्हा शरीर का वजन संचालित करता है। कुल्हे की मांसपेशियाँ चलने, दौड़ने, उछलने, बैठने और अन्य गतिविधियों में सहायक होती हैं। इसकी मदद से हम पैर को आगे-पीछे और बाएं-दाएं हिलाने में समर्थ होते हैं।
  15. योनी (वैजाइना) – महिलाओं में प्रजनन प्रणाली का हिस्सा।
  16. लिंग (पेनिस) – पुरुषों का बाह्य यौन अंग है।
  17. हड्डियां (Bones) – ये शरीर को संरचना देते हैं और अंगों और मांसपेशियों का समर्थन करते हैं।
  18. हाथ (Hand)- जो हमारे कार्य करने के लिए महत्वपूर्ण है।
  19. भुजा (Arm)- जो हमारे हाथ का ऊपरी हिस्सा है।
  20. कोहनी (Elbow)- हमारे हाथ को मोड़ने में मदद करता है।
  21. उंगलियाँ (Fingers)- हाथ के अंत में होती हैं, जिससे हम कोई सामान या वस्तु पकड़ते हैं।
  22. नाखून (Nail) – नाखून अंगुलियों और पैर की अंगुलियों के अगले हिस्से की सुरक्षा करते हैं। वे संवेदनशील त्वचा को बाहरी चोट और दबाव से बचाते हैं। नाखून का रंग, आकार और दृढ़ता व्यक्ति के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में संकेत प्रदान कर सकते हैं। उदाहरण स्वरूप, पीले नाखून या नाखून में धब्बे हो सकते हैं जो किसी स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।
  23. पेट (Abdomen)- जहाँ हमारा भोजन पचता है।
  24. नाभी (Navel) – नाभी, जिसे गर्भनालीका का चिह्न भी कहा जाता है, जब शिशु गर्भ में होता है तो नाभिका (अबलीकल कॉर्ड) उसे माँ के शरीर से पोषण प्रदान करता है। जब बच्चा जन्म लेता है, तो नाभिका को काट दिया जाता है और इसके बाद ही वह सूख जाता है और नाभी बन जाता है। नाभी अब शारीरिक रूप से किसी विशेष कार्य का पालन नहीं करता, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण जीवन चक्र का प्रतीक है।
  25. पीठ (Back) – पीठ हमारे शरीर को मुख्य ढांचा प्रदान करता है। पीठ की मांसपेशियाँ हमें सीधा खड़ा रहने, झुकने, मुड़ने, शरीर को दाएं से बाएं घुमाने और तिरछा होने में मदद करती हैं।
  26. पैर (Leg)- जिससे हम चलते या दौड़ते हैं। यह पूरे शरीर को स्थिरता और संतुलन प्रदान करता है।
  27. जांघ (Thigh)- जो पैर का ऊपरी भाग होता है। जांघ की मांसपेशियां, विशेष रूप से हैमस्ट्रिंग्स और क्वैड्रिसेप्स, हमें उछलने, दौड़ने और बैठकर खड़ा होने में शक्ति प्रदान करती हैं।
  28. घुटना (Knee)- पैर का मध्य भाग, जिससे हम अपना पैर मोड़ते हैं।
  29. पैर की अंगुलियां (Toe) – पैर की अंगुलियाँ चलते और खड़े रहते समय शरीर के संतुलन में सहायक होती हैं और फिसलने से रोकती है। विशेष रूप से जब बालू या अन्य फर्श पर चलते हैं, तो अंगुलियाँ पैर को अधिक ग्रिप प्रदान करती हैं। पैर की अंगुलियाँ तलवे की तुलना में अधिक संवेदनशील होती हैं, और वे हमें जमीन की सतह, तापमान और अन्य प्रतिस्पर्धाओं के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं।
  30. एड़ी (Heel)- पैर के निचले हिस्से में होती है। एड़ी पैर का वह हिस्सा है जो पूरे शरीर का भार संभालने में मदद करता है। जब हम खड़े होते हैं, तो हमारे पूरे शरीर का भार एड़ी पर ही आता है।
  31. तलवा (Sole)- तलवा पाँव का वह हिस्सा है जो प्रत्यक्ष रूप से जमीन से संपर्क करता है। यह हमें खड़ा रहने में मदद करता है, शरीर का भार संभालता है और चलते समय शरीर को संतुलन प्रदान करता हैं। यह पैर को ग्रिप प्रदान करता, जमीन पर मजबूती से चलने में मदद करता है और फिसलाव से बचाता है। तलवा में अनेक संवेदनशील तंतु होते हैं जो हमें जमीन की सतह, तापमान और अन्य प्रतिस्पर्धाएं महसूस करने में मदद करते हैं।

मानव शरीर के आंतरिक अंगों के नाम हिंदी व अंग्रेजी में | Internal Body Parts (Organs) Name In Hindi And English

  1. मस्तिष्क (Brain – ब्रेन)
  2. थाइरोइड (Thyroid)
  3. हृदय/दिल (Heart – हार्ट)
  4. फेफड़े (Lung – लंग्स)
  5. जिगर (Liver – लिवर)
  6. नाड़ी (Pulse – पल्स)
  7. नस /तंत्रिका (Nerve – नर्व)
  8. धमनी (Artery – आर्टरी)
  9. मांसपेशी (Muscles – मस्कल)
  10. पित्ताशय (Gall bladder – गॉल ब्लैडर)
  11. अग्नाशय (Pancreas – पैंक्रियास)
  12. आंतें (Intestines – इंटेस्टाइन्स)
  13. बाल्यग्रन्थि (Thymus – थाइमस)
  14. रीढ़ की हड्डी’ या मेरुदंड (Vertebral Column या Backbone या Spine)
  15. गुर्दा / वृक्क (Kidney – किडनी)
  16. मूत्राशय (Bladder – ब्लैडर)
  17. प्लीहा (Spleen – स्प्लीन)
  18. गर्भाशय (Uterus – यूटेरस)
  19. अंडकोष (Testicle टेस्टीकल / testis टेस्टिस) 
  20. अंडाशय (Ovary – ओवेरी)
  21. ग्रासनाली (Esophagus – ऐसोफागस)
  22. अमाशय (Stomach – स्टमाच)
  23. गला (Throat – थ्रोट)
  24. आवाज की नली (Larynx – लैरिंक्स)
  25. अधिग्रासनाली/ स्वास नली / कंठनाल (Trachea – ट्रेखिया)
  26. मृत रक्त कोष (Red Blood Cells – रेड ब्लड सेल्स)
  27. प्रतिरक्षा कोष (White Blood Cells – व्हाइट ब्लड सेल्स)

Internal Human Body Parts

मानव शरीर के आंतरिक अंगों के कार्य व महत्व

  1. मस्तिष्क (Brain – ब्रेन) – सोचने, समझने और निर्णय लेने के लिए जिम्मेदार है।
  2. थाइरोइड (Thyroid) – गर्दन के निचले हिस्से में स्थित तितली जैसी ग्रंथि को मेडिकल भाषा में थायराइड कहते हैं। इसका काम शरीर की ढेरों आवश्यक गतिविधियों को कंट्रोल करना है जैसे कि भोजन को ऊर्जा में बदलना आदि।
  3. हृदय/दिल (Heart – हार्ट) – रक्त का संचारन करने वाला मुख्य अंग।
  4. फेफड़े (Lung – लंग्स) – सांस लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने में सहायक।
  5. जिगर (Liver – लिवर) – विषीले पदार्थों को अमावस्या करने और पाचन में सहायक।
  6. नाड़ी (Pulse – पल्स)  – शरीर के भीतर की वे नलियाँ जिनमें से होकर रक्त बहता है।
  7. नस /तंत्रिका (Nerve – नर्व) – मनुष्य शरीर में तंत्रिकाएँ शरीर के लगभग हर भाग को मस्तिष्क या मेरूरज्जु से जोड़कर उनमें आपसी संपर्क रखतीं हैं।
  8. धमनी (Artery – आर्टरी) – यह ऑक्सीजन युक्त रक्त को हृदय से दूर शरीर के बाकी हिस्सों में ले जाती हैं।
  9. मांसपेशी (Muscles – मस्कल) – यह शरीर के समस्त अंगों में गति उत्पन्न करता है।
  10. पित्ताशय (Gall bladder – गॉल ब्लैडर) – गॉलब्लैडर शरीर का एक जरूरी हिस्सा है जो लीवर के ठीक नीचे होता है। यह पित्त रस को संग्रहित करता है, जो फैट को पाचन में मदद करता है।
  11. अग्नाशय (Pancreas – पैंक्रियास) – इंसुलिन और अन्य पाचक रस उत्पन्न करता है।
  12. आंतें (Intestines – इंटेस्टाइन्स) – भोजन को पाचने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में सहायक।
  13. बाल्यग्रन्थि (Thymus – थाइमस) – थाइमस ग्रंथि प्रतिरक्षा तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  14. रीढ़ की हड्डी’ या मेरुदंड (Vertebral Column या Backbone या Spine) – मानव शरीर रचना में पीठ की हड्डियों का समूह है जो मस्तिष्क के पिछले भाग से निकलकर गुदा के पास तक जाती है। यह इलेक्ट्रिक केबल की तरह होती है, जो दिमाग से शरीर और शरीर से दिमाग में सिग्नल पहुंचाती है।
  15. गुर्दा / वृक्क (Kidney – किडनी) – अनवांछित पदार्थों और उर्वरकों को शरीर से बाहर निकालना।
  16. मूत्राशय (Bladder – ब्लैडर) – मूत्र को संग्रहित रखना।
  17. प्लीहा (Spleen – स्प्लीन) – पुराने या क्षतिग्रस्त रक्त कणिकाओं को नष्ट करना।
  18. गर्भाशय (Uterus – यूटेरस) – महिलाओं में भ्रूण का विकास होता है।
  19. अंडकोष (Testicle टेस्टीकल / testis टेस्टिस) – यह नर जनन ग्रन्थि है जो पुरुषों में स्पर्म उत्पादन करता है।
  20. अंडाशय (Ovary – ओवेरी) – अंडाशय महिला प्रजनन प्रणाली का एक हिस्सा है यह महिला हॉर्मोन का उत्पादन करते हैं, मासिक धर्म और गर्भावस्था के विकास को नियंत्रित करते हैं।
  21. ग्रासनाली (Esophagus – ऐसोफागस) – सोफैगस सबसे ऊपरी भोजन नली है जो गर्दन से शुरू होती है। यह भोजन को मुंह से अमाशय तक पहुँचाती है।
  22. अमाशय (Stomach – स्टमाच) – आमाशय, ग्रास नली और छोटी आंत के बीच में स्थित होता है। यह भोजन का पाचन करता है और उसे अगले पाचन प्रक्रिया के लिए तैयार करता है।
  23. गला (Throat – थ्रोट) – स्वास और भोजन के मार्ग को प्रबंधित करता है।
  24. आवाज की नली (Larynx – लैरिंक्स) – आवाज उत्पन्न करता है।
  25. अधिग्रासनाली/ स्वास नली / कंठनाल (Trachea – ट्रेखिया) – हवा को फेफड़ों तक पहुँचाती है।
  26. मृत रक्त कोष (Red Blood Cells – रेड ब्लड सेल्स) – ऑक्सीजन को शरीर में पहुंचाते हैं।
  27. प्रतिरक्षा कोष (White Blood Cells – व्हाइट ब्लड सेल्स) – शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।

मानव शरीर से जुडे सवाल/जवाब

सवाल: मानव शरीर में कितनी हड्डियाँ होती हैं?
जवाब: जन्म के समय, मानव शिशु में लगभग 270 हड्डियाँ होती हैं, बड़े होते होते कुछ हड्डियां आपस में जुड़ जाती हैं इसलिए वयस्क में 206 हड्डियाँ होती हैं।
सवाल: मानव शरीर में कितना रक्त होता है?
जवाब: औसत वयस्क व्यक्ति में लगभग 5 से 6 लीटर रक्त होता है।
सवाल: दिल एक मिनट में कितनी बार धड़कता है?
जवाब: एक सामान्य वयस्क व्यक्ति में दिल एक मिनट में लगभग 60 से 100 बार धड़कता है।
सवाल: मानव शरीर में कौन सा अंग सबसे बड़ा होता है?
जवाब: त्वचा (skin) मानव शरीर का सबसे बड़ा अंग है।
सवाल: मानव शरीर में सबसे भारी अंग कौन सा है?
जवाब: मानव शरीर में सबसे भारी अंग जिगर (लिवर) है।
सवाल: मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
जवाब: हमारे शरीर में सबसे छोटी हड्डी कान की होती है और इसे स्टेपीज कहा जाता है। यह साइज में 0.25 सेंटीमीटर होती है। बता दें, यह हड्डी चावल के दाने से भी छोटी होती है।
सवाल: मनुष्य के शरीर में सबसे लम्बी हड्डी कौन सी है?
जवाब: मनुष्य के शरीर में सबसे लम्बी हड्डी जांघ की होती है जिसका साइज 46 सेंटीमीटर होता है।
सवाल: जिभ पर कितने प्रकार के स्वाद की ग्रंथियाँ होती हैं?
जवाब: जिभ पर चार प्रकार के स्वाद की ग्रंथियाँ होती हैं: मीठा, नमकीन, खट्टा, और कड़वा।
सवाल: मानव शरीर में कितनी प्रकार की मासपेशियाँ होती हैं?
जवाब: मानव शरीर में तीन प्रकार की मासपेशियाँ होती हैं: स्केलेटल (कंकाली), स्मूथ (चिकनी), और कार्डियक (हृदय)।
सवाल: मानव आंख का कौन सा भाग रंग देखने में सहायक होता है?
जवाब: रेटिना में स्थित ‘कोन’ (Cones) नामक अंश रंग देखने में सहायक होता है।
सवाल: एक मनुष्य की आँखें कितने मेगा पिक्सेल की होती है?
जवाब: एक मनुष्य की आँखें 576 मेगा पिक्सेल की होती है
सवाल: हर दिन हमारे शरीर से कितने बाल गिरते हैं?
जवाब: औसतन हर दिन 50 से 100 बाल गिर सकते हैं, जो कि सामान्य है।
सवाल: शरीर में सबसे मजबूत मांसपेशी कौन सी है?
जवाब: शरीर में सबसे मजबूत मांसपेशी जबड़ा है।
सवाल: एक मनुष्य की रीड में कितनी हड्डिया होती है?
जवाब: एक मनुष्य की रीड में 33 हड्डियां मौजूद होती है। जिसमें – 7 हड्डियाँ ग्रीवा वर्तुलीय (cervical vertebrae) के अंतर्गत आती हैं, जो गर्दन में होती हैं। 12 हड्डियाँ वक्ष वर्तुलीय (thoracic vertebrae) के अंतर्गत आती हैं, जो पीठ के मध्य भाग में होती हैं। 5 हड्डियाँ कटि वर्तुलीय (lumbar vertebrae) के अंतर्गत आती हैं, जो कमर के निचले भाग में होती हैं। 5 हड्डियाँ जुड़कर साक्रम (sacrum) बनाती हैं, जो निचले हिस्से में होती है। अंत में, 4 छोटी हड्डियाँ जुड़कर कोक्सिज (coccyx) या पूछ की हड्डी बनाती हैं। हालांकि, जब व्यक्ति बड़ा होता है, कुछ हड्डियाँ मिलकर एक हड्डी बन जाती हैं। जैसे साक्रम और कोक्सिज की हड्डियाँ। इसलिए, वयस्क में यदि हम गिनती करें तो रीड़ में 26 हड्डियाँ होती हैं।
सवाल: एक मानव शरीर के दिमाग में कितनी तंत्रिका (नर्व सेल्स) कोशिकाएं है?
जवाब: मानव शरीर के मस्तिष्क में इतनी तंत्रिका कोशिकाएं हैं की जिन्हें गिनने में लगभग 3,000 वर्ष का समय लग जायेगा।
सवाल: मानव शरीर में नर्व सेल्स कितनी होती है?
जवाब: मानव शरीर में 9 नर्व सेल्स होती है-
1. डायजेस्टिव सिस्टम (पाचन तंत्र)
2. रेस्पिरेटरी सिस्टम (श्वसन तंत्र)
3. एक्सक्रेटरी सिस्टम (उत्सर्जन तंत्र)
4. नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र)
5. सर्कुलेटरी सिस्टम (परिसंचरण तंत्र)
6. स्केलेटन सिस्टम (कंकाल तंत्र)
7. एंडोक्राइन सिस्टम (अंतः स्रावी तंत्र)
8. रिप्रोडक्टिव सिस्टम (प्रजनन तंत्र)
9. मस्कुलर सिस्टम (मांसपेशी तंत्र)
सवाल: मनुष्य के शरीर में कुल कितनी पसलियां होती है?
जवाब: मनुष्य के शरीर में 12 जोड़ी पसलियां यानी टोटल 24 रिब्स होती है।
सवाल: एक इंसान के दिमाग का वजन कितना होता है?
जवाब: एक इंसान के दिमाग का वजन 4.43 पौंड होता है जबकि एक एडल्ट का वेट 3 पाउंड का होता है।
सवाल: मनुष्य के शरीर में सबसे छोटी ग्रंथि कौन सी है ?
जवाब: मानव के शरीर में सबसे छोटी ग्रंथि पीनियल ग्रंथि है जो मानव शरीर में मस्तिष्क के केंद्र के निकट होता है।

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