Singh Rashi-ke Acche Din Kab Aaenge

सिंह राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Singh Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge, सिंह राशि की किस्मत कब चमकेगी?, सिंह राशि का अच्छा समय कब आएगा?, सिंह राशि की परेशानी, सिंह राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Singh Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?, Singh Rashi Ka Achchha Samay Kab Aaega?, Singh Rashi Ki Pareshani, Singh Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?, सिंह राशि का अच्छा वक्त कब आएगा, Singh Rashi Ka Achchha Vakt Kab Aaega

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सिंह राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Singh Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge
राशि चक्र की पाचवीं राशि सिंह (Leo) है. सिंह राशि का स्वामी सूर्य है और इस राशि का तत्व अग्नि है. जिनके नाम का प्रथम अक्षर Maa, Mee, Moo, Me, Mo, Taa, Tee,Too, Te, मा, मी, मू, में, मो, ता, ती, तू, ते इत्यादि से प्रारंभ होता उनकी राशि सिंह होती है. ये सभी अक्षर सिंह राशि से संबध रखते है. सिंह राशि का चिन्ह शेर है. सिंह राशि वाले जातक या व्यक्ति के पास, जंगल के राजा सिंह के समान नेतृत्व क्षमता होती है. सिंह राशि शाही राशि मानी जाती है, सोचना शाही, करना शाही, खाना शाही, और रहना शाही. कई बार सिंह राशि का शाही स्वभाव ही उनपर भारी पड़ जाता है, ऐसे में उन्हें अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगर आपकी राशि सिंह है और आप किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो यहां जानिए कि सिंह राशि के अच्छे दिन कब और कैसे आएंगे, सिंह राशि की परेशानी क्या है, सिंह राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं और परेशानी से छुटकारा पाने के उपाय-

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A . इष्ट देव की पूजा से सिंह राशि के अच्छे दिन आएंगे
ज्योतिष शास्त्र का मानाना है कि अपनी राशि के अनुसार ही देवी-देवताओं की पूजा करने से वांछित फल की प्राप्ति हो सकती है. इसलिए अगर सिंह राशि के जातक अपने अच्छे दिन लाना चाहते हैं तो वे अपनी राशि के इष्टदेव की पूजा करें. इष्ट देव का अर्थ है अपनी राशि के पसंद के देवता, जिसका संबंध हमारे कर्मों और हमारे जीवन से होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को अच्छे और शुभ फल की प्राप्ति होती है. इष्ट देव की पूजा करने से ये फायदा होता कि कुंडली में चाहे कितने भी ग्रह दोष क्यों न हों, अगर इष्ट देव प्रसन्न हैं तो यह सभी दोष व्यक्ति को अधिक परेशान नहीं करते. सिंह राशि वालों का स्वामी ग्रह सूर्य है और उनके इष्ट देव हनुमान जी और मां गायत्री हैं. इसलिए अगर सिंह राशि के जातक अच्छे दिन लाना चाहते हैं तो वे अपने ईष्ट देव हनुमान जी और मां गायत्री की पूजा नीचे दिए गए विधि अनुसार करें.

1. हनुमान जी की पूजा से आएंगे सिंह राशि के अच्छे दिन
हनुमान जी की पूजा के लिए मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर निवृत हो जाएं. इस दिन लाल वस्त्र पहनें और कोशिश करें कि आपने जो वस्त्र पहना है वह सिला हुआ ना हो. अब ईशान कोण में साफ चौकी स्थापित करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाकर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें. हनुमान जी की प्रतिमा के साथ भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा अवश्य रखें. इसके बाद घी का दीपक और धूप दीप जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें. फिर लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर हनुमान जी की आरती करें और भगवान को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं तथा परिवार के सदस्यों को प्रसाद वितरित करें. वहीं यदि आपने मंगलावर का व्रत रखा है तो ध्यान रहे कि आपको इस दिन सिर्फ एक बार शाम के समय भोजन करना है. इस दौरान आप अपने भोजन में केवल मीठा भोजन सम्मिलित करें. दिन में आप दूध, केले और मीठे फलहार को शामिल कर सकते हैं. उपर दी गई विधि के अनुसार अगर आप हर मंगलवार हनुमान जी की पूजा करें तो अवश्य ही आपके अच्छे दिन आएंगे.

2. मां गायत्री पूजन से आएंगे सिंह राशि के अच्छे दिन
अथर्ववेद के अनुसार मां गायत्री से आयु, प्राण, संतान, प्रजा, पशु, कीर्ति, धन एवं ब्रह्मवर्चस मिलता है. इसलिए अगर आप इन सब चीजों की कामना रखते है और अपने अच्छे दिन लाना चाहते हैं तो मां गायत्री की पूजा करें. मां गायत्री की पूजा करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें. स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें. सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें. मां गायत्री का ध्यान करें. मां को पुष्प अर्पित करें. गायत्री मंत्र ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि. धियो यो न: प्रचोदयात्.. का जप करें. मां को भोग लगाएं. इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का ही भोग लगाया जाता है.

B. रविवार व्रत से आएंगे सिंह राशि के अच्छे दिन
रविवार सूर्य देवता की पूजा का वार है. जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति और शत्रुओं से सुरक्षा के लिए रविवार का व्रत सर्वश्रेष्ठ है. रविवार का व्रत करने व कथा सुनने से मनुष्य के अच्छे दिन आते हैं व सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सूर्य देवता का व्रत भक्तजनों को एक वर्ष तक (30 रविवारों तक) या 12 रविवारों तक करना चाहिए. महिलाएं मासिक धर्म के दौरान व्रत न रखें और उसकी गिनती रविवार व्रत में न करें. उसके अगले रविवार को व्रत रखें. व्रत पूरा होने के बाद व्रत का उद्यापन कर दें.
रविवार व्रत विधि- रविवार को सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं व स्वच्छ लाल रंग के वस्त्र पहन लें. रोली या लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत, दूर्वा मिश्रित जल आदि से सूर्य को अर्घ्य दें. अर्घ्य देते समय ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें. इसके बाद घर के ही किसी पवित्र स्थान यानी ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) पर भगवान सूर्य की स्वर्ण निर्मित मूर्ति, चित्र या सूर्य मंत्र स्थापित करें. इस व्रत को शुरू करने से पहले सूर्यदेव का स्मरण कर संकल्प लें कि -हे सूर्य देवता मैं आने वाले 12 या 30 रविवार तक व्रत करने का संकल्प लेती हूं/लेता हूं, अत: मेरी यह व्रत पूजा स्वीकार करें. इसके बाद आप अपने व्रत की शुरुआत करें.
सबसे पहले जल, कुमकुम, चंदन पुष्प से छींटे देकर सूर्य को स्नान कराएं. इसके बाद सूर्य भगवान को किसी ऋतु फल का भोग लगाएं. लाल चंदन, कुमकुम या रोली का तिलक लगाकर रविवार व्रतकथा सुनने के बाद आरती करें. इसके बाद सूर्य देव का स्मरण करते हुए ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम: इस मंत्र का 12 या 5 अथवा 3 माला जप करें. शाम में सूर्यास्त के समय भी एक बार फिर से लोटे में जल, चंदन, चावल (अक्षत) और लाल पुष्प डालकर सूर्यदेवता को अर्ध्य दें.
रविवार के दिन नमक नहीं खाएं. इस व्रत में इलायची मिश्रित गुड़ का हलवा, गेहूं की रोटियां या गुड़ से निर्मित दलिया, दूध, दही, घी और चीनी सूर्यास्त के पूर्व भोजन के रूप में ग्रहण करें. यदि निराहार रहते हुए सूर्य छिप जाये तो दूसरे दिन सूर्य उदय हो जाने पर अर्घ्य देने के बाद ही भोजन करें.

सिंह राशि की किस्मत कब चमकेगी?, Singh Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?
A. सूर्य देव के मंत्रों का जाप करने से चमकेगी सिंह राशि की किस्मत
सम्पूर्ण पृथ्वी पर उर्जा का एक मात्र स्त्रोत सूर्य है. हिन्दू धर्म में सूर्य को देव के रूप में पूजा गया है. ज्योतिष की दृष्टि से सूर्य देव सभी नवग्रहों में प्रधान गृह है. नौकरी, रोग से छुटकारा और समाज में मान-सम्मान प्राप्त करने में सूर्य देव की पूजा फलदायी सिद्ध होती है. सूर्य देव के मंत्र (Surya Dev Mantra) द्वारा सूर्य उपासना करना न केवल आपके कार्य को सिद्ध करने वाला है बल्कि आपकि किस्मत भी चमकाने वाला है.
सूर्य देव के मंत्र – || ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः.|
हर सुबह सूर्य देव को अर्ध्य देते समय उपर दिए गये सूर्य देव के मंत्र का उच्चारण करें और नियमित रूप से सूर्य देव की उपासना करें. ऐसा करने से आपके उपर सूर्य देव की कृपा बनी रहेगी और आपकी किस्मत के सितारें बुलंद होंगे.
सूर्य देव मंत्र जप विधि- सूर्य देव के मंत्र का जप सुबह 9 बजे से पहले करना चाहिए. आप चाहे तो नवग्रह मंदिर जाकर सूर्यदेव के सामने बैठकर उपरोक्त मंत्र के जप कर सकते है या फिर घर पर ही पूर्व दिशा की तरफ सिद्ध सूर्य यंत्र की स्थापना कर, मंत्र का जप कर सकते है. दोनों ही प्रकार से आपको समान फल की प्राप्ति होगी. सूर्य देव के यंत्र के समक्ष घी का दीपक प्रज्वल्लित कर प्रथम गणेश जी के स्तुति मंत्र द्वारा उनका स्मरण करना चाहिए. इसके पश्चात् उपरोक्त सूर्य मंत्र/Surya Dev Mantra का जप कम से कम 108 बार करना चाहिए. इस प्रकार मंत्र जप करने से पहले प्रतिदिन सुबह-सुबह सूर्य देव को अर्ध्य अवश्य देना चाहिए. अर्ध्य देते समय भी आप सूर्य देव के उपरोक्त मंत्र का जप करें. सूर्य देव के उपरोक्त मंत्र/Surya Dev Mantra का जप और अर्ध्य रविवार के दिन से शुरू करके प्रतिदिन या हर रविवार को करे. 21 दिनों में ही आप अपने जीवन में बदलाव महसूस करने लगेंगे.

B. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर पूजा करने से चमकेगी सिंह राशि की किस्मत
भगवान शंकर के पृथ्वी पर 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिन्हें सभी 12 राशियों से जोड़कर देखा जाता है. विभिन्न राशि के व्यक्तियों के लिए शास्त्रों में अलग-अलग ज्योतिर्लिंग की पूजा का महत्व बताया गया है. शास्त्रों के अनुसार भगवान शंकर के ये सभी ज्योतिर्लिंग प्राणियों को दु:खों से मुक्ति दिलाने में मददगार हैं. इसलिए अगर सिंह राशि के व्यक्ति अपनी किस्मत चमकाना चाहते हैं तो वे बाबा वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर पूजा करें. झारखण्ड के देवघर स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल बैद्यनाथ धाम भगवान शंकर के द्वादश ज्योतिर्लिंग में से नौवां ज्योतिर्लिंग है. यह ज्योतिर्लिंग सर्वाधिक महिमामंडित है.यूं तो यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं लेकिन सावन में यहां भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ता है. सिंह राशि के जातकों को जल में दूध, दही, गंगाजल व मिश्री मिलाकर ॐ जटाधराय नमः मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. माना जाता है कि देवाधिदेव भगवान् महादेव सर्वशक्तिमान हैं. भगवान भोलेनाथ ऐसे देव हैं जो थोड़ी सी पूजा से भी प्रसन्न हो जाते हैं. संहारक के तौर पर पूज्य भगवान शंकर बड़े दयालु हैं. उनके अभिषेक से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसलिए अगर सिंह राशि के जातक अपनी किस्मत के सितारें बुलंद करना चाहते हैं तो वे वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर सच्चे मन से पूजा व अभिषेक करें.

सिंह राशि की परेशानी, Singh Rashi Ki Pareshani
1. सिंह राशि के व्यक्ति की सबसे बड़ी परेशानी है कि ये लोग वर्तमान के बारे में कम और भूत एवं भविष्य के बारे में अधिक सोचते हैं.
2. ईर्ष्या, लालच और हमेशा केन्द्र में रहने की भावना इस राशि के लोगों के दुर्गुण हैं.
3. सिंह राशि का स्वामी सूर्य होता है और सूर्य अग्नितत्व प्रधान ग्रह है, जिसकी वजह से इस राशि के जातक बात-बात पर अधिक क्रोध करते हैं.
4. सिंह राशि के लोग अपने पास ढेर सारा धन चाहते हैं, जिसे ये खुले हाथों से खर्च करें. इसी वजह से ये कभी भी धन संचय नही कर पाते.
5. इस राशि के जातक शंकालु प्रवृत्ति के होते हैं. ये लोग कोई नया काम जल्दी से शुरू नहीं कर पाते हैं, और ना ही किसी पर काम को लेकर विश्वास कर पाते हैं.

सिंह राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Singh Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?
सिंह राशि के लोग शाही जीवन जीना पसंद करते हैं, सोचना शाही, करना शाही, खाना शाही, और रहना शाही. वैसे तो शाही जीवन में कोई बुराई नहीं है पर जब आवश्यकताएं सामान्य से कहीं अधिक हो जाती है, तो परेशानी और दुखों का कारण बनती है. इसलिए सिंह राशि के जातकों के लिए कहा जाता है कि ये लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ते. यहां तक कि शॉर्टकट अपनाने से भी नहीं चूकते. ये लोग बेइंतहा खर्च करते हैं और इनके हाथों में पैसा बिलकुल नहीं टिकता है. इससे इन्हें भविष्य में पछताना पड़ सकता है. सिंह राशि के लोगो को प्रशंसा की भूख रहती है. प्रशंसा न मिलने पर ये प्रतिशोध तो नहीं लेते, लेकिन उदास और दुखी जरूर हो जाते है. सिंह राशि के व्यक्ति स्वयं ही अपने लिए कष्टों का निर्माण करते हैं. ये लोग वर्तमान के बारे में कम और भूत एवं भविष्य के बारे में अधिक सोचते हैं.

दुखों से छुटकारा पाने के उपाय, Dukho Se Chutkara Paane Ke Upay
1. सिंह राशि के जातक दुखों से छुटकारा पाने लिए रविवार का व्रत रखें. यदि व्रत रखना संभव न हो सके तो सूर्य देव की पूजा अवश्य करें. ऐसा करने से अवश्य ही आपकी मनोकामना पूर्ण होगी.
2. सिंह राशि के जातक दुखों से छुटकारा पाने लिए बछड़े वाली गाय की सेवा करें. गाय को मीठी रोटी खिलाएं,
5. प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर बूंदी का प्रसाद चढ़ाकर बांटना शुभ रहेगा. इससे जीवन में आने वाली अकस्मात परेशानियां दूर हो जाएंगी.
6. सिंह राशि वालों के लिए बेहतर होगा कि बहन, बुआ और बेटियों को अक्‍सर उपहार देते रहें. इससे अवश्य ही उनके जीवन की परेशानियां कम होंगी.
8. हनुमान जी को चोला चढ़ाने और चने का भोग लगाने से भी आपके कष्टों का निवारण होगा.
9. गरीबो को गुड़ बांटे तथा हनुमान जी को गुलाब की माला अर्पित करने से भी सिंह राशि की परेशानियां कम होंगी.
10. अपने दुखों को दूर करने के लिए यदि सिंह राशि का जातक माणिक्य रत्न या बिल्व पत्र झाड़ की जड़ी अपने पास रखें तो उसके सारे दुःख दूर हो सकते हैं.
11. सूर्योदय के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देना भी लाभकारी है.
12. गेहूं, गुड़, लाल पुष्प, लाल चन्दन, तांबा और लाल वस्तुओं का दान करना भी शुभ माना गया है. इससे भी आपके दुखों का निवारण होगा.
13. अपने जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए सिंह राशि के जातक ॐ ह्रा ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः” मंत्र का 7,000 बार जाप करें.

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