Why do we hiccup

हिचकी क्यों आती है, हिचकी रोकने की दवा, Hichki Band Karne Ka Tarika, Hichki Ka Ilaaj, Hichki Ki Medicine, Hichki Rokne Ki Medicine, हिचकी रोकने के उपाय, प्रेगनेंसी में हिचकी क्यों आती है, हिचकी क्यों आती है वैज्ञानिक कारण, Hichki Kyu Aati Hai, Hichki Bhagane Ka Tarika, Hichki Band Karne Ka Ilaj, Hichki Band Karne Ke Upay

हिचकी क्यों आती है, हिचकी रोकने की दवा, Hichki Band Karne Ka Tarika, Hichki Ka Ilaaj, Hichki Ki Medicine, Hichki Rokne Ki Medicine, हिचकी रोकने के उपाय, प्रेगनेंसी में हिचकी क्यों आती है, हिचकी क्यों आती है वैज्ञानिक कारण, Hichki Kyu Aati Hai, Hichki Bhagane Ka Tarika, Hichki Band Karne Ka Ilaj, Hichki Band Karne Ke Upay

परिचय – हिचकी क्या है, Hichki Kya Hai

डायाफ्राम नामक मांसपेशी हृदय और फेफड़े को पेट से अलग करती है. ब्रीदिंग यानी श्वसन में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है. जब इसमें कॉन्ट्रैक्शन अर्थात संकुचन होता है तब हमारे फेफड़ों में हवा के लिए जगह बनती है. जब डायफ्राम मांसपेशी का संकुचन अचानक बार-बार होने लगता है तो हमें ‌हिचकी आने लगती है. हिचकी के समय जो आवाज़ आती है वह ग्लोटिस (वोकल कॉर्ड्स के बीच की ओपनिंग, जिसे कंठद्वार कहा जाता है) के जल्दी-जल्दी बंद होने के चलते आती है.

हिचकी क्यों आती है, Hichki Band Karne Ka Tarika

कहते हैं हिचकी आए तो समझ लीजिए आपको आपका कोई अपना याद कर रहा है. लेकिन ऐसा नहीं है. अचानक से मौसम बदलने, गर्म के बाद कुछ ठंडा खा लेने, सिगरेट पीने से और यहां तक कि ज्यादा चिंता करने तक से हिचकी आने लगती है. हिचकी आना सामान्य बात है. आमतौर पर कुछ समय बाद हिचकियां अपने आप बंद हो जाती हैं. पर कभी-कभी हिचकियां लंबे समय तक परेशान करती हैं. पर हिचकी क्यों आती है यह इग्ज़ैक्ट कारण बता पाना संभव नहीं है, पर इसके कुछ आम कारण हैं:
* ज़रूरत से ज़्यादा खाना खा लेना. बहुत ज़्यादा तीखा या मसालेदार खाना या जल्दबाज़ी में खाना.
* अल्कोहल या एरेटेड ‌ड्रिंक्स पीना. स्मोकिंग करना.
* तनाव, घबराहट, अतिउत्साह आदि के चलते भी कभी-कभी हिचकी आने लगती है.
* हवा के तापमान में अचानक बदलाव आने से हिचकी का दौरा शुरू हो सकता है.

हिचकी रोकने के घरेलू नुस्खें

वैसे तो हिचकी कुछ देर बाद अपने आप ठीक हो जाती है, पर यदि ज़्यादा समय तक यह बनी रहे तो राहत के लिए ये घरेलू नुस्ख़े कारगर साबित होते रहे हैं.
1- एक गि‍लास ठंडा पानी पिएं
ऐसा माना जाता है कि हिचकी आने पर तुरंत ठंडा पानी पिया जाए तो यह रुक जाती है. कुछ लोग का कहना है कि पानी पीते समय आपको अपनी नाक भी बंद करनी चाहिए. वहीं गि‍लास को घुमाकर दूसरे छोर से पानी पीना भी बेहतर होता है.
2- कुछ पल के लिए रोकें सांस
जानकारों का कहना है कि जब हिचकी आए तो अपनी सांसों को कुछ पल के लिए रोक लेना चाहिए. यह बहुत ही पुराना नुस्खा है और इससे हिचकी रोकने में मदद भी खूब मिलती है.
3- एक चम्मच शहद
एक थ्योरी कहती है कि हिचकी आने पर एक चम्मच शहद खाना फायदेमंद रहता है. अचानक से शरीर को मिलने वाली शहद की मिठास नर्व्स को संतुलित करती है.
4- उंगलियों को मुंह में डालें
यह तरीका हो सकता है कि आपको पसंद न आए लेकिन अगर बहुत ही ध्यान से अपनी उंगली को मुंह में ले जाने से भी हिचकी रोकने में मदद मिलती है. ध्यान रहे जल्दबाजी में ऐसा करने से आपको खासी आ सकती है. इसलिए यह प्रक्रि‍या ध्यान से करें और उंगली को मुंह में वहां तक ले जाएं, जब तक कि मुंह अपने आप ही हल्का-सा बंद न हो जाए.
5- अपने घुटनों को छाती तक लाएं
जैसे ही हिचकी आए आप तुरंत बैठ जाएं और अपने घुटनों को सीने तक ले आएं. इससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और मांशपेशियों की सिकुड़न भी दूर होती है.

6- एक चम्मच पीनट बटर खाएं
बताया जाता है कि पीनट बटर खाने से भी हिचकी दूर हो जाती है. जब यह आपके दांत और जीभ से होते हुए खाने की नली में उतरता है तो इससे सांस लेने की क्रिया भी प्रभावित होती है और यह हिचकी रोकती है.
7- गर्दन पर आइस बैग रखें
हिचकी आने पर गर्दन पर आइस बैग या ठंडे पानी में भीगा कपड़ा रखने से भी मदद मिलती है.
8- अचानक से ध्यान भटकना
जानकारों का कहना है कि जब हिचकी आए और उसी समय कोई आपको हैरान कर देने वाली बात बताए तो इससे भी हिचकी रोकने में मदद मिलती है. दरअसल ध्यान भटकने से भी हिचकी रुक जाती है.
9- पेपर बैग में सांस लें
पेपर बैग में दस बार सांस अंदर लेने और छोड़ने से भी हिचकी रुक जाती है. इससे खून में कार्बन डाई ऑक्साइड का लेवल थोड़ा बढ़ जाता है जो नर्व्स को रिलैक्स करता है. इससे भी हिचकी रुक जाती है.
10- नींबू चबाना
अगर एल्कोहॉल पीने की वजह से हिचकी आ रही है तो नींबू चबाकर भी हिचकी रोक सकते हैं. नींबू का एक चौथाई टुकड़ा काट कर मुंह में डालें. फौरन हिचकी में आराम आ जाएगा.

प्रेगनेंसी में हिचकी क्यों आती है?, गर्भावस्‍था में हिचकी आने के कारण

ये बहुत ही सामान्य प्रिक्रिया है गर्भावस्‍था मै ऐसा होता है। प्रेगनेंसी मै भ्रूण तक ऑक्‍सीजन पहुंचाने की एक शारीरिक प्रक्रिया है। हालांकि, ऑक्‍सीजन में अचानक बढ़त की वजह से मां को सांस फूलने की समस्‍या हो सकती है। डायाफ्राम में ऐंठन होने की वजह से भी सांस फूलने लगती है, इसे भी हिचकी के रूप में जाना जाता है।

यदि घरेलू उपायों से न रुके हिचकी तो क्या करें?      

वैसे तो कभी-कभी हिचकी लगातार 48 घंटे तक आपको परेशान कर सकती है, पर यदि ऐसा बार-बार हो तो समझ जाइए कि डॉक्टर से सलाह लेने का वक़्त आ गया है. घरेलू उपाय काम नहीं करनेवाले. लगातार आनेवाली हिचकी अस्थमा, निमोनिया जैसे सांसों से संबंधित बीमारियों का संकेत हो सकती है. कई बार हृदय संबंधी गड़बड़ी भी हिचकी का कारण बनती है. पेट की सूजन, गैस होना, हाइटस हार्निया से भी हिचकी की समस्या शुरू हो जाती है. मेटाबॉलिक गड़बड़ी का संकेत भी हिचकी से मिलता है.
लगातार आनेवाली हिचकी वज़न कम होने से लेकर डिप्रेशन तक का कारण बन सकती है.

हिचकी क्यों आती है, हिचकी रोकने की दवा, Hichki Band Karne Ka Tarika, Hichki Ka Ilaaj, Hichki Ki Medicine, Hichki Rokne Ki Medicine, हिचकी रोकने के उपाय, प्रेगनेंसी में हिचकी क्यों आती है, हिचकी क्यों आती है वैज्ञानिक कारण, Hichki Kyu Aati Hai, Hichki Bhagane Ka Tarika, Hichki Band Karne Ka Ilaj, Hichki Band Karne Ke Upay

स्वास्थ्य से सम्बंधित आर्टिकल्स – 

  1. बीकासूल कैप्सूल खाने से क्या फायदे होते हैं, बिकासुल कैप्सूल के लाभ, Becosules Capsules Uses in Hindi, बेकासूल, बीकोस्यूल्स कैप्सूल
  2. शराब छुड़ाने की आयुर्वेदिक दवा , होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा, शराब छुड़ाने के लिए घरेलू नुस्खे , शराब छुड़ाने का मंत्र , शराब छुड़ाने के लिए योग
  3. कॉम्बिफ्लेम टेबलेट की जानकारी इन हिंदी, कॉम्बिफ्लेम टेबलेट किस काम आती है, Combiflam Tablet Uses in Hindi, Combiflam Syrup Uses in Hindi
  4. अनवांटेड किट खाने के कितने दिन बाद ब्लीडिंग होती है, अनवांटेड किट खाने की विधि Hindi, अनवांटेड किट ब्लीडिंग टाइम, अनवांटेड किट की कीमत
  5. गर्भाशय को मजबूत कैसे करे, कमजोर गर्भाशय के लक्षण, गर्भाशय मजबूत करने के उपाय, बच्चेदानी का इलाज, बच्चेदानी कमजोर है, गर्भाशय योग
  6. जिम करने के फायदे और नुकसान, जिम जाने से पहले क्या खाएं, जिम जाने के बाद क्या खाएं,  जिम जाने के फायदे, जिम जाने के नुकसान,  जिम से नुकसान
  7. माला डी क्या है, Mala D Tablet Uses in Hindi, माला डी कैसे काम करती है, Maladi Tablet, माला डी गोली कब लेनी चाहिए
  8. Unienzyme Tablet Uses in Hindi, Unienzyme गोली, यूनिएंजाइम की जानकारी, यूनिएंजाइम के लाभ, यूनिएंजाइम के फायदे,यूनिएंजाइम का उपयोग
  9. मानसिक डर का इलाज, फोबिया का उपचार, डर के लक्षण कारण इलाज दवा उपचार और परहेज, डर लगना, मानसिक डर का इलाज, मन में डर लगना
  10. हिंदी बीपी, उच्च रक्तचाप के लिए आहार, High Blood Pressure Diet in Hindi, हाई ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए, हाई ब्लड प्रेशर डाइट
  11. क्या थायराइड लाइलाज है, थ्रेड का इलाज, थायराइड क्‍या है, थायराइड के लक्षण कारण उपचार इलाज परहेज दवा,  थायराइड का आयुर्वेदिक
  12. मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट, वजन घटाने के लिए डाइट चार्ट, बाबा रामदेव वेट लॉस डाइट चार्ट इन हिंदी, वेट लॉस डाइट चार्ट
  13. हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण और उपचार, हाई ब्लड प्रेशर, बीपी हाई होने के कारण इन हिंदी, हाई ब्लड प्रेशर १६० ओवर ११०, बीपी हाई होने के लक्षण
  14. खाना खाने के बाद पेट में भारीपन, पेट में भारीपन के लक्षण, पतंजलि गैस की दवा, पेट का भारीपन कैसे दूर करे, पेट में भारीपन का कारण
  15. योग क्या है?, Yoga Kya Hai, योग के लाभ, योग के उद्देश्य, योग के प्रकार, योग का महत्व क्या है, योग का लक्ष्य क्या है, पेट कम करने के लिए योगासन, पेट की चर्बी कम करने के लिए बेस्‍ट योगासन