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फालसा फ्रूट Falsa Fruit , फालसे खाने के फायदे

गर्मी का मौसम और चिलचिलाती धूप अपने साथ ढेरों बीमारियों को लेकर आता है. वहीं गर्मी के मौसम में मिलने वाला खट्टा मीठा फालसा आपको इन बिमारियों से दूर रख सकता है. फालसा हमारे सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद है. फालसा औषधीय गुणों की खान है, जिसे खाने से आपके शरीर को पोषक तत्‍व मिलता है। फालसा हमारे पेट के ठंडा रखता है. इसीलिए आज हम आपको फालसा के गुणों के बारे में जानकारी देंगे. तो आइए जानते हैं इसके बारें में…

परिचय – फालसा क्‍या है, What Is Falsa Fruit in Hindi

गर्म जलवायु में पाये जाने फलों में फालसा भी शामिल है जो बहुत ही पौष्टिक माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम ग्रुविया एशियाटिका (Grewia asiatica) है जो टिलियासी (tiliaceae) परिवार से संबंधित है। इस फल की बहुत सी प्रजातियां हैं। वास्‍तव में यह एक छोटी बेरी के समान होता है। यह मानव शरीर में प्राकृतिक ठंडक दिलाने के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए अक्‍सर इसे गर्मीयों के मौसम शीतलन प्रभाव के लिए उपभोग किया जाता है। आइये जाने फालसा के बारे में अन्‍य जानकारीयां।

फालसा एक सदाबहार पेड़, Falsa Tree in Hindi

गर्मी के मौसम में मिलने वाले इस फल का पेड़ फैला हुआ, झाड़ी युक्‍त छोटा पेड़ होता है। यह लगभग 8 मीटर लंबा होता है। यह एक सदाबहार पेड़ है। ये झाड़ीयां सर्दीयों के मौसम में ज्‍यादा घनी और स्‍वस्‍थ्‍य दिखाई देती हैं। इस प्रकार के पौधे रेतीली मिट्टी या समुद्र के किनारे वाली जगहों पर बहुत अच्‍छी तरह से विकास करते हैं। इसके वयस्‍क पौधों की छाल का रंग भूरा होता है। इसकी शाखएं पतली और फैली हुई होती हैं।
इसके फूलों का रंग पीला या लाल-बैंगनी होता है। इनके फूलों में पांच पंखुडियां होती है। यह पौधा सर्दीयों और वसंत के मौसम में फूलता है। इन फूलों के बाद ही फालसा का फल लगता है जो कि आकार में छोटे और गोल होते हैं। पूर्ण रूप से पकने पर इनका रंग लाल या बैंगनी होता है। लेकिन पकने के बाद इनका रंग बैंगनी या काला हो जाता है। आइये जाने फालसा में पाये जाने वाले पोषक तत्‍वों के बारे में।

पोषक तत्‍व – फालसा मे पाए जाने वाले पोषक तत्‍व, Nutritional Elements Of Phalsa In Hindi

हमारी विभिन्‍न प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने की फालसा फल में मौजूद रहती है। इसका कारण यह है कि इसमें बहुत से पोषक तत्‍व और खनिज पदार्थों की उच्‍च मात्रा होती है। आइये जाने प्रति 100 फालसा फल के अनुसार इसमें मौजूद पोषक तत्‍व क्‍या हैं।
1- कैलोरी – 90.5
2- प्रोटीन – 1.57 ग्राम
3- कार्बोहाइड्रेट – 21.1 ग्राम
4- कैल्शियम – 136 मिली ग्राम
5- फाइबर – 53 मिली ग्राम
6- फास्‍फोरस – 2 मिली ग्राम
7- आयरन – 08 मिली ग्राम
8- सोडियम – 3 मिली ग्राम
9- पोटेशियम – 372 मिली ग्राम
10- विटामिन ए – 11 µg
11- विटामिन बी1 – 02 मिली ग्राम
12- विटामिन बी2 – 264 ग्राम
13- विटामिन बी3 – 0.825 ग्राम
14- विटामिन सी – 4.38 ग्राम

फायदे – फालसा फल के फायदे, Phalsa Phal ke Fayde

1- लू लगने की समस्या से निजात – गर्मियों के मौसम में फालसा खाने से लू लगने की समस्या से निजात पा सकते हैं फालसा को फ्रिज में रखे और ठंडा होने पर इसे खाइए इससे फालसा का स्वाद दोगुना हो जाता है और यह हमारे शरीर को ठंडक प्रदान करता है फालसा में विटामिन सी, सोडियम, मैग्निशयम, कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमें गर्मियों में लू लगने से बचाता है। व चहरे की रोनक बनी रहती हैं।
2- फालसा करे गठिया का इलाज – फालसा फल का इस्तेमाल गठिया से संबंधित परेशानी को कम करने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, फालसा फल में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गठिया की वजह से जोड़ों में होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक शोध के मुताबिक, फालसा फल के अर्क में एंटी-अर्थराइटिस प्रभाव पाया जाता है, क्योंकि इसमें फ्लेवोनोइड्स, फेनोलिक यौगिक और विटामिन सी पाया जाता है। वहीं, गठिया में फालसा पेड़ की छाल को भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है
3- फालसा से डायरिया का इलाज – हमारे गलत खान-पान और खराब पाचन के कारण दस्‍त की समस्‍या हो सकती है। आप सभी जानते हैं कि फालसा पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह दस्‍त को रोकने में मदद करता है। दस्त के दौरान शरीर में पानी की कमी हो सकती है। जिससे शरीर में मौजूद पोषक तत्‍व पतले मल के साथ बाहर निकल जाते हैं। ऐसी स्थिति में पोषक तत्‍वों की की कमी को पूरा करने और दस्‍त के उपचार के लिए फालसा फल का उपयोग किया जा सकता है।
4- फालसा कैंसर को रोके – फालसा फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर में बतौर एंटी कैंसर एजेंट काम करते हैं। इसलिए, फालसा फल का सेवन आपको कैंसर जैसी प्राणघातक बीमारी से भी बचा सकता है। माना जाता है कि इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स ब्रेस्ट और लीवर कैंसर से हमारे शरीर की रक्षा कर सकते हैं

5- फालसा से डायबिटीज का इलाज – फालसा फल के रस में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स पाया जाता है, जिसकी मदद से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। दरअसल, लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ में मौजूद कार्बोहाइड्रेट शरीर में काफी धीरे-धीरे टूटते हैं, जिससे शरीर में ग्लूकोज लेवल एक दम से नहीं बढ़ता है। वहीं, ताजा फालसा फल में पॉलीफेनोल भी डायबिटीज के लिए लाभदायक हो सकते हैं।
6- फालसा से अस्थमा में राहत – अस्थमा और सांस से संबंधित अन्य समस्याओं के इलाज में फालसा फल के जूस को सहायक पाया गया है। फालसा फल में मौजूद फाइटोकेमिकल्स कंपाउंड श्वास संबंधी परेशानियों को कम करता है। खासकर, फालसा के गर्म जूस का अदरक और काले नमक के साथ सेवन श्वास संबंधी परेशानी को दूर करने में फायदेमंद माना जाता है।
7- फालसा फल हड्डियां बनाएं मजबूत – फालसा हड्डी स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। फालसा में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करके हमारी हड्डियों को मज़बूत बनाता है.  यह हड्डियों को मजबूत करने के साथ ही हड्डियों के घनत्व यानी डेंसिटी को बढ़ाने में भी मदद करता है।
8- फालसा दिल को करे मजबूत – जानकारों का मानना है कि फालसा फल सूजन से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके साथ ही यह स्‍वस्‍थ्‍य दिल के लिए भी फायदेमंद होता है। आप अपने दिल से संबंधित समस्‍याओं को दूर करने और हृदय को मजबूत रखने के लिए फालसा का उपायोग कर सकते हैं। इसके लिए आप फालसा फल के 50 मिली लीटर रस में काली मिर्च और नमक को 1-1 चुटकी मिलाएं और इसका सेवन करें। यह आपके शरीर के आंतरिक और बाहृ भाग की सूजन को ठीक कर सकता है। लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि यह किसी भी दवा का स्‍थान नहीं ले सकता है। इसलिए इसका उपयोग करने से पहले अपने डॉक्‍टर से सलाह लें।

9- फालसा दिलाये पेट दर्द से राहत – पेट दर्द होने पर भी फालसा फल के सेवन की सलाह दी जाती है। दरअसल, इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो पेट दर्द में राहत पहुंचाने में मदद करता है। इसलिए, आप फल या इसके जूस का सेवन पेट दर्द से छुटकारा पाने के लिए कर सकते हैं। इसके साथ ही फालसा फ्रूट अपने कूलिंग एजेंट और भूख बढ़ाने व पाचन में सहायक माना जाता है। फालसा के जूस का सेवन गर्मी के दिनों में हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है. फ़ाइबर की अच्छी मात्रा होने के कारण पेट के संक्रमण और पाचन क्रिया संबंधी समस्या में इसका सेवन फ़ायदेमंद है. ऐसे में अगर आपका कभी पेट दर्द शरीर की गर्मी या अपच से हो रहा है, तो ऐसी स्थिति में भी फालसा उसे ठीक करने में मदद कर सकता है।
10- फालसा बढ़ाएं ऊर्जा – जैसा कि हमने पहले भी बताया हैं कि फालसा फ्रूट प्रोटीन का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है। प्रोटीन शरीर को अधिक ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। इसलिए इसके सेवन से कमजोरी को दूर करने में मदद मिलती है।
11- फालसा घावों को ठीक करे – फालसा आपके घाव भरने में भी मदद करता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि फालसा की पत्तियों को आप घाव और एक्जिमा को ठीक करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। फालसा की पत्तियों को पीसकर त्वचा पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें, ताकि वो अपना काम कर सकें। वहीं, फालसा में विटामिन-सी पाया जाता है, जो घाव भरने में सहायक माना जाता है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि घावों पर इसकी पत्तियों का लेप और इसका सेवन दोनों तरीके से इस समस्या से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकते हैं ।
12- फालसा एनीमिया में उपयोगी – फालसा फ्रूट में आयरन भरपूर होता है, इसलिए इसके सेवन से एनीमिया के इलाज में मदद मिल सकती है। इसमें मौजूद आयरन आपके शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद कर सकता है, जिसकी कमी की वजह से एनीमिया होता है। एनीमिया की वजह से थकान और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं ।

घरेलू इलाज – फालसा से घरेलू इलाज  (Home remedies with Phalsa)

1- पेट दर्द से आराम पाने के लिए 25 से 30 मिलीलीटर फालसा के जूस में अजवाइन मिलाकर उसे हल्का गर्म कर उसका सेवन करें.
2 – आंख, छाती, पेट और पेशाब में जलन हो या खट्टी डकारें आएं तो फालसा के जूस में नींबू और हल्का नमक मिलाकर पिएं.
3- मतली, उल्टी और पेट दर्द में फालसा के जूस में गुलाब जल और हल्की चीनी मिलकर सेवन करने से इन समस्याओं से राहत मिल सकेगी.
4- सांस की तकलीफ़ और अधिक हिचकी आने पर फालसा के जूस में अदरक और सेंधा नमक मिलाकर हल्का गर्म करके उसका सेवन करने से आराम मिलता है.

फालसे का जूस / शरबत बनाने की विधि – How to Make Falsa Juice in Hindi

आप अपनी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने के लिए फालसा फल का सेवन कर सकते हैं। लेकिन आप इसे और अधिक स्‍वादिष्‍ट बनाने के लिए इसका जूस भी बना सकते हैं। फालसा जूस बनाने का तरीका बहुत ही आसान है। आइए जाने फालसा जूस बनाने की रेसेपी क्‍या है।
फालसा जूस बनाने के लिए आपको लगभग 250 ग्राम फालसा फल, 3 चम्‍मच चीनी, 1 नींबू और 1 कप बर्फ की आवश्‍यकता होती है।
लगभग 30 मिनिट तक फालसा फलों को पानी में भीगने दें और फिर इन्‍हें बाहर निकाल लें। इन फलों को ग्राइंडर में पीसें। पीसने के बाद इस लुग्‍दी को किसी कपड़े या अन्‍य साधन की सहायता से निचोड़लें। एक अलग बर्तन में 3 गिलास ठंडा पानी डालें और इसमें 3 चम्‍मच चीनी को घोलें। इस मिश्रण में 1 पूरे नींबू का रस मिलायें और इसमें बर्फ को डालकर अच्‍छी तरह से हिलायें। अब इस संपूर्ण मिश्रण में फालसा फल के रस को मिलायें। इसे अतिरिक्‍त स्‍वाद देने के लिए आप इसमें 1 चुटकी काला नमक और 1 चुटकी लाल मिर्च या काली मिर्च मिला सकते हैं। यह मात्रा 5 लोगों के लिए पर्याप्‍त है। इसके अलावा यह मधुमेह रोगी के लिए अच्‍छे पूरक के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

अन्य भाषाओं में फालसा के नाम

फालसा का वानस्पतिक नाम : Grewia asiatica  Linn. (ग्रीविया ऐशिऐटिका) Syn-Grewia subinaequalis DC होता है। फालसा Tiliaceae (टिलिएसी) कुल का होता है।  फालसा को अंग्रेज़ी में Phalsa (फालसा) कहते है, लेकिन भारत के दूसरे प्रांतों में इसको दूसरे नामों से पुकारा जाता है।

  • Sanskrit-परुषक, परुष, अल्पास्थि, परापर, परू, वन्यपत्रक, नीलवर्ण, परिमण्डल, परूष, गिरिपीलु, नीलचर्म, नीलमण्डल, मृदुफल, परावर;
  • Hindi-फालसा
  • Urdu-फालसाह (Phalasah)
  • Odia-फारोसाकोली (Pharosakoli)
  • Konkani-फालसी (Phalsi);
  • Kannada–फूलसा (Phulsha), दागल (Dagala)
  • Gujrati-फालसा (Phalsa)
  • Tamil-पालिसा (Palisa), तडाची (Tadachi)
  • Telugu–पुतिकि (Putiki), जना (Jana)
  • Nepali-फुत्री (Fustri), सिआलपोत्रा (Sialpostra)
  • Panjabi-फालसा (Phalsa);
  • Benagali-फलूसा (Phalusa), फालसा (Phalsa)
  • Marathi-फालसा (Falasa), फालसी (Phalsi)
  • Malayalam-चडिछा (Chadicha)
  • English-फालसा ट्री (Phalsa tree)

नुकसान – फालसा के नुकसान – (Side Effects of Falsa Fruit in Hindi/ Falsa Ke Nuksan)

नियंत्रत मात्रा में फालसा फल का सेवन करने से किसी प्रकार के नुकसान नहीं होते हैं। फालसा फल के अब तक किसी विशेष प्रकार के नुकसान या दुष्‍प्रभावों की जानकारी नहीं है। फिर भी सलाह दी जाती है कि इनका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
1- जिन लोगों को फालसा या इस प्रकार के अन्‍य फलों से एलर्जी होती हैं उन्‍हें फालसा फल का सेवन करने से बचना चाहिए।
2- मधुमेह रोगी के लिए फालसा बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन शरीर में शुगर की मात्रा बहुत नीचे ले जा सकता है। जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए उन्हें बहुत ही कम मात्रा में फालसा फल का उपभोग करना चाहिए।
3- गर्भवती और स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को सलाह दी जाती है कि बिना डॉक्‍टर की सलाह के फालसा फलों का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

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