Putri Prapti Ke Upay

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पुत्री प्राप्ति के उपाय – परिचय

कन्या मां दुर्गा और लक्ष्मी का रूप होती हैं और बहुत सौभाग्यशाली होती है वो दंपति जिसे संतान के रूप में कन्या रत्न की प्राप्ति होती है। अगर आपको भी पुत्री प्राप्ति की इच्छा है, तो आप धार्मिक, आस्था-आधारित और ज्योतिषीय उपाय करके अपनी इस मनोकामना को पूरा कर सकते हैं। हालांकि यह उपाय करते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि इन उपायों की प्रामाणिकता या प्रभावशीलता के प्रति वैज्ञानिक साक्ष्य नहीं है। लेकिन ऐसी मान्यता है कि इन उपायों को विश्वास और पूरी श्रद्धा के साथ अपनाने से इसके शुभ परिणाम अवश्य मिलते हैं। आज हम इस लेख में आपको पुत्री प्राप्ति के अनेक ज्योतिषिय उपाय और मंत्र बताएंगे, जिसे अपना आप अपने परिवार में पुत्री रत्न की प्राप्ति कर सकते हैं। ये उपाय निम्नवत् हैं-

पुत्री प्राप्ति के लिए गर्भधारण कब करें

प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथों में संतान प्राप्ति के लिए दिन और रात, शुक्ल पक्ष-कृष्ण पक्ष और मासिक धर्म से सोलहवें दिन का महत्व बताया गया है। इसकी जानकारी धार्मिक ग्रंथों में भी मिलती है। बता दें कि अगर आप पीरियड या मासिक धर्म के करीब 14 वें दिन के बाद अपने पार्टनर के साथ संबंध बनाती हैं तो आपको संतान रत्न की प्राप्ति हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मासिक चक्र के 14 से 16 दिन के बीच गर्भधारण करने की ज्यादा संभावना होती है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, महिला के मासिक धर्म समाप्त होने के 8वें, 10वें, 12वें, 14वें और 16वें दिन यानी सम दिनों के मिलन से पुत्र प्राप्ति की संभावना अधिक होती है। वहीं पुत्री प्राप्ति के लिए मासिक धर्म के विषम दिन जैसे 9वां, 11वां, 13वां, 15वां और 17वां दिन बताया गया है।

लाल किताब के अनुसार पुत्री प्राप्ति के उपाय

लाल किताब एक विशेष ग्रंथ है जिसमें विभिन्न ज्योतिषीय उपायों और टोटकों का वर्णन किया गया है। लाल किताब में पुत्री प्राप्ति के उपाय भी विस्तार से बताए गए हैं। यहां हम आपको लाल किताब के कुछ उपाय बता रहे हैं जो पुत्री प्राप्ति के लिए सहायक हो सकते हैं। ये उपाय निम्नवत् है-
1- लाल किताब के अनुसार, नियमित रूप से धार्मिक कर्म और पूजा-पाठ करें। इससे परिवार में सुख-शान्ति बनी रहती है, और पुत्री प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।
2- पितृदोष के कारण कन्या प्राप्ति में बाधा हो सकती है, इसे दूर करने के लिए श्राद्ध कर्म और पितृ तर्पण करें।
3- गाय की सेवा करने से पुत्री प्राप्ति की संभावना बढ़ती है। गाय को चारा दें, स्नान करवाएं और गाय की पूजा करें।
4- नदी में स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, और पुत्री प्राप्ति की संभावना बढ़ती है।
5- गुरुवार के दिन व्रत और उपवास करें और भगवान विष्णु की पूजा करें, इस उपाय से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर आपको पुत्री प्राप्ति का आशीर्वाद देंगे।
6- लाल किताब के अनुसार, संतान सुख के लिए महिला गेंहू के आटे की 2 मोटी लोई बनाकर उसमें भीगी चने की दाल और थोड़ी सी हल्दी मिलाकर नियमपूर्वक गाय को खिलाएं। इस उपाय से शीघ्र ही उसकी गोद भर जाएगी और पुत्री रत्न की प्राप्ति होगी।
7- लाल किताब के अनुसार, रात को सोते समय अपने सिरहाने जल से भरा पीतल का पात्र रखें और सुबह इस जल को तुलसी के पेड़ में डाल दें। साथ ही कुत्ते को मीठी रोटी भी खिलाएं। ऐसा करने से जल्द ही शुभ समाचर मिलेगा और कन्या के रुप में धर में संतान सुख की प्राप्ति होगी।

गरुड़ पुराण के अनुसार पुत्री प्राप्ति के उपाय

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो संतान प्राप्ति के लिए विभिन्न धार्मिक और ज्योतिषीय उपायों की सलाह देता है। गरुड़ पुराण के अनुसार पुत्री प्राप्ति के लिए भी कुछ उपाय सुझाए गए हैं, जो निम्नलिखित हैं-
1- संतान गौरी मंत्र ‘सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते।’ का जाप करें। यह मंत्र माता पार्वती को समर्पित है और इसे पुत्री प्राप्ति के लिए शुभ माना जाता है।
2- सप्तशी चण्डी पाठ: देवी महात्म्य का सप्तशी चण्डी पाठ करें। इस पाठ के द्वारा, माता चण्डी की कृपा प्राप्त होती है और संतान के रूप में कन्या रत्न की प्राप्ति की अधिक संभावना होती है।
3- श्रीसूक्त का पाठ करें। यह वेदों का एक भाग है और इसमें भगवती लक्ष्मी की स्तुति की गई है। इस पाठ को पुत्री की प्राप्ति के लिए शुभ माना जाता है।
4- दान और पुण्य कर्म करने से भी पुत्री प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है, इसलिए निर्धन और आवश्यकता मंद व्यक्तियों की सहायता करें, अच्छे कर्म करें, और उन्हें दान दें।

शिव पुराण के अनुसार पुत्री प्राप्ति के उपाय

शिव पुराण, भगवान शिव और उनकी लीलाओं को वर्णित करने वाला एक महत्वपूर्ण हिंदू ग्रंथ है। इस पुराण में कुछ उपाय दिए गए हैं जो संतान प्राप्ति के लिए अच्छे माने जाते हैं। इन उपायों को धार्मिक और आस्था के आधार पर अनुशासित किया जाता है, जो पुत्री प्राप्ति में सहायक हो सकता है। यह उपाय निम्मवत् है-
1- भगवान शिव के मंदिर में रुद्राभिषेक कराने से शुभता और सकारात्मकता बढ़ती है। इसके बाद आपके परिवार में संतान के रूप में पुत्री रत्न की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु शिव महिमा का भी पाठ करना भी शुभ माना जाता है।
2- पुत्री प्राप्ति के लिए शिव परिवार की पूजा करें। शिव परिवार में भगवान शिव, पार्वती जी, गणेश जी और कार्तिकेय जी शामिल हैं। इनकी पूजा करने से संतान प्राप्ति की आशा बढ़ती है।
3- महामृत्युंजय मंत्र शिव के एक प्रमुख मंत्र हैं। इस मंत्र का जप करने से शिव की कृपा प्राप्त होती है और मनचाहे संतान सुख की प्राप्ति होती है।
4- शिव पुराण के अनुसार संतान प्राप्ति हेतु तीसरा उपाय करने के लिए भगवान शिव के व्रत करें तथा छोटे छोटे बालक बालिकाओं को खाना खिलाएं और उनके पढ़ाई का खर्चा उठाएं कन्या रत्न की प्राप्ति होगी।
5- शिव पुराण के अनुसार पुत्री प्राप्ति के लिए हर सोमवार को 21 कन्याओं को भोजन करवाना चाहिए तथा शिव की पूजा करनी चाहिए, श्रावण मास में ऐसा करने से पुत्री की प्राप्ति होगी।
6- शिव पुराण के अनुसार पुत्री प्राप्ति हेतु पांचवा उपाय पेड़ लगाकर करें, ज्यादा से ज्यादा हरे भरे पेड़ घर में लगाएं, जिसमें आम, पीपल, नीम इत्यादि शामिल है। ऐसा करने से पुत्री रत्न की प्राप्ति होगी।

कन्या प्राप्ति के लिए मंत्र, पुत्री प्राप्ति के लिए मंत्र

संतान प्राप्ति के लिए कई मंत्र हैं। यहां हम कुछ मंत्र प्रस्तुत कर रहे हैं जो पुत्री प्राप्ति के लिए उपयोग किए जा सकते हैं। इन मंत्रों का प्रयोग ध्यानपूर्वक करें। पुत्री प्राप्ति के लिए मंत्र निम्नवत् है-
1 – कन्या प्राप्ति मन्त्र
ॐ विश्वावसु नाम गंधर्व कन्या नामाधिपति सरूपा सलक्षान्त देहि में नमस्तस्मै विश्वावसवे स्वाहा।
2- संतान गौरी मंत्र
पहला मंत्र- सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तुते।
दूसरा मंत्र- ॐ नमः शिवाय! गौरीशंकरार्धांगिनी यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मम कुरु कल्याणि कान्तकान्तां सुदुर्लभाम्॥
3- सरस्वती मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महा सरस्वत्यै नमः॥
4- गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात॥
5- श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ
हरिः ॐ हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् । चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह ॥1॥ तां म आवह जातवेदो लक्ष्मीमनपगामिनीम् । यस्यां हिरण्यं विन्देयं गामश्वं पुरुषानहम् ॥
उपर्युक्त मंत्रों का जप करते समय, शुद्ध और ध्यानपूर्वक वातावरण बनाएँ। सुबह और शाम के समय, इन मंत्रों का नियमित जप करने से सकारात्मकता और आत्मविश्वास बढ़ता है।

पुत्री प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय

पुत्री प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय काफी साधारण और सरल होते हैं। हालांकि, यहां दिए गए उपायों के वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होते हैं, इसलिए यह विचारधारा, धार्मिक विश्वास और पारंपरिक ज्ञान पर आधारित होते हैं। पुत्री प्राप्ति के लिए घरेलू उपाय निम्नलिखित है-
1- कुछ धार्मिक ग्रंथों में गोमूत्र के सेवन से संतान प्राप्ति के लिए लाभ होने का उल्लेख है।
2 – घर से बाहर निकलते समय यदि काली गाय आपके सामने आ जाए तो उसके सिर पर हाथ अवश्य फेरें। इससे संतान सुख का लाभ प्राप्त होता है।
3 – विवाहित स्त्रियां नियमित रूप से पीपल की परिक्रमा करें और दीपक जलाएं, ऐसा करने से उन्हें अवश्य संतान के रूप में पुत्री प्राप्त होती है।
4 – स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है। फल, सब्जियां, दूध, अखरोट, बादाम और अन्य पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से स्वस्थ संतान की प्राप्ति होती है।
5 – ध्यान और योग अभ्यास करके तनाव और चिंता को कम करें। एक शांत मन और सकारात्मक विचारधारा संतान प्राप्ति में मदद कर सकती है।

अंत में यह ध्यान देना अतिआवश्यक है कि उपर्युक्त धार्मिक और आस्था-आधारित उपायों का वैज्ञानिक प्रमाण नहीं होता है, लेकिन मान्यतानुसार आप इन्हें अपनाकर आत्मीय और मानसिक संतुलन को प्राप्त करने के साथ मनचाहे संतान का वरदान पा सकते हैं।

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