vrishchik Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge

वृश्चिक राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Vrishchik Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge, वृश्चिक राशि की किस्मत कब चमकेगी?, वृश्चिक राशि का अच्छा समय कब आएगा?, वृश्चिक राशि की परेशानी, वृश्चिक राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Vrishchik Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?, Vrishchik Rashi Ka Achchha Samay Kab Aaega?, Vrishchik Rashi Ki Pareshani, Vrishchik Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?, वृश्चिक राशि का अच्छा वक्त कब आएगा, Vrishchik Rashi Ka Achchha Vakt Kab Aaega

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वृश्चिक राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Vrishchik Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge
राशिचक्र की आठवीं राशि वृश्चिक है, इसका स्वामी मंगल है. यह उत्तर दिशा की स्वामिनी है. जिनके नाम का प्रथम अक्षर To, Naa, Nee, Noo, Ne, No, Yaa, Yee, Yu, तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यु इत्यादि से प्रारंभ होता उनकी राशि वृश्चिक होती है. ये सभी अक्षर वृश्चिक राशि से संबध रखते है. वृश्चिक का राशि चिन्ह “बिच्‍छू” होता है. वृश्चिक राशि के लोगों अहंकार बहुत बड़ा होता है. वृश्चिक राशि के लोगों को अपने बारे में पूरा ज्ञान होता है उन्हें पता होता है की वह क्या है और क्या नहीं. इसीलिए किसी और व्यक्ति की कही हुई कोई भी बात उनके इस ज्ञान को हिला नहीं सकती. लेकिन कई बार वृश्चिक राशि के लोग अपने ही अलग स्वभाव के कारण परेशानी में पड़ जाते हैं. इसलिए अगर वृश्चिक राशि के जातक किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो वे इस खबर में जानें कि उनके अच्छे दिन कब और कैसे आएंगे, वृश्चिक राशि की परेशानी क्या है, वृश्चिक राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं और परेशानी से छुटकारा पाने के उपाय-

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A. इष्ट देव की पूजा करने से वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आएंगे
वृश्चिक राशि के जातक अपने अच्छे दिन लाने के लिए इष्ट देव (Isht Dev) की पूजा करें. इष्ट देव का अर्थ है अपनी राशि के पसंद के देवता. इष्ट देव की पूजा करने से ये फायदा होता कि कुंडली में चाहे कितने भी ग्रह दोष क्यों न हों, अगर इष्ट देव प्रसन्न हैं तो यह सभी दोष व्यक्ति को अधिक परेशान नहीं करते. अरुण संहिता जिसे लाल किताब के नाम से भी जाना जाता है, के अनुसार व्यक्ति के पूर्व जन्म में किए गए कर्म के आधार पर इष्ट देवता का निर्धारण होता है और इसके लिए जन्म कुंडली देखी जाती है. वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह मंगल है और इष्टदेव भगवान कार्तिकेय, हनुमान जी और राम जी है. अगर वृश्चिक राशि के जातक कार्तिकेय जी, हनुमान जी और राम जी को अपना इष्टदेव मानकर विधिवत् पूजा करें तो शीघ्र ही उनके अच्छे दिन आएंगे. जानिए हनुमान जी, राम जी और कार्तिकेय जी की पूजा विधि-

1. हनुमान जी की पूजा से वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आएंगे
मंगलवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर निवृत हो जाएं और लाल वस्त्र धारण करें. कोशिश करें कि आपने जो वस्त्र पहना है वह सिला हुआ ना हो. घर के ईशान कोण को साफ कर, चौकी स्थापित करें और उस पर लाल वस्त्र बिछाएं. फिर उस पर हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करें और वहां पर हनुमान जी की मूर्ति के साथ भगवान श्री राम और माता सीता की भी प्रतिमा अवश्य रखें. इसके बाद घी का दीपक और धूप दीप जलाकर सुंदर कांड का पाठ करें और हनुमान जी के मंत्र श्री हनुमंते नम: का जाप करें. फिर लाल फूल, लाल सिंदूर और चमेली का तेल हनुमान जी को चढ़ाएं. इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ कर हनुमान जी की आरती उतारें. आरती के बाद हनुमान जी को गुड़, केले और लड्डू का भोग लगाएं तथा परिवार के सदस्यों को प्रसाद वितरित करें. मंगलवार के व्रत में सिर्फ एक बार शाम के समय भोजन करें. इस दौरान खाने में केवल मीठा भोजन सम्मिलित करें. दिन में आप दूध, केले और मीठे फलहार को शामिल करें. हनुमान जी ब्रम्हचारी थे इसलिए व्रत और पूजा के दौरान महिलाएं उन्हें लाल वस्त्र या सिंदूर ना चढ़ाएं. साथ ही वे अपने शुद्ध दिनों में ही हनुमान जी की पूजा करें. इस तरह से विधिवत् हनुमान जी की पूजा करने से वृश्चिक राशि के जातकों को अवश्य लाभ मिलेगा और उनके अच्छे दिन आएंगे.

2. राम जी की पूजा से वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आएंगे
राम जी कू पूजा करने के लिए वृश्चिक राशि के जातक सूर्योदय से पहले उठ जाएं और फिर स्नान आदि करने के बाद साफ सुथरे कपड़े पहन लें. पूजा स्थान पर पूजन सामग्री के साथ आसन लगाकर बैठें. भगवान श्रीराम की पूजा में तुलसी का पत्ता होना अनिवार्य है क्योंकि श्रीराम विष्णु जी के अवतार हैं और भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है. उसके बाद भगवान के समक्ष दीपक जलाएं और रोली, चंदन, धूप और गंध से रामजी की विधिवत पूजा करें. इसके बाद श्रीराम को मिष्ठान, फल, फूल आदि अर्पित करें. सभी देवी-देवताओं का ध्यान लगाएं और आरती करें. आरती के बाद वृश्चिक राशि के जातक राम जी के मंत्र ॐ नमो भगवते रामचंद्राय: का जाप करें. अगर संभव हो सके तो घर में हवन कराएं. पूजा के बाद अपने अच्छे दिन लाने के लिए वृश्चिक राशि के जातक रामचरितमानस, रामायण और रामरक्षास्तोत्र का पाठ जरूर करें. इसे पढ़ना बहुत शुभ माना जाता है.

3. कार्तिकेय पूजन से वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आएंगे
कार्तिकेय पूजन के लिए वृश्चिक राशि के जातक सुबह जल्दी उठें, घर की साफ-सफाई कर स्नानादि कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें. इसके बाद एक चौकी लें और उस पर साफ वस्त्र बिछाकर भगवान कार्तिकेय की प्रतिमा या मूर्ति स्थापित करें. भगवान कार्तिकेय जी के साथ मां गौरी और शिव जी की प्रतिमा भी स्थापित करें. इसके बाद भगवान को तिलक करें और उनके समक्ष दीप, धूप जलाएं. फिर उन्हें कलावा, अक्षत, हल्दी, चंदन, गाय का घी, दूध, मौसमी फल, फूल आदि चीजें अर्पित करें. लेकिन ध्यान रखें कि शिव जी को हल्दी न चढ़ाएं. पूजा करने के बाद भगवान की आरती करें. साथ ही भजन-कीर्तन भी करें. भगवान कार्तिकेय के मंत्रों देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव. कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते॥ का जाप करें. इससे भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आते हैं.

B. राहु- केतु की सही स्थिति से वृश्चिक राशि के अच्छे दिन आएंगे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु को पाप ग्रह की श्रेणी में रखा गया है. यदि वृश्चिक राशि में राहु- केतु की स्थिति शुभ न हो तो ये दोनों ग्रह (राहु- केतु) व्यक्ति की जीवन में परेशानियों का अंबार लगा देते हैं. इसके कारण व्यक्ति के जीवन में एक परेशानी खत्म होती है तो दूसरी शुरू हो जाती है. व्यक्ति जीवन भर भटकता रहता है. हर कार्य में असफलता प्राप्त होती है. करियर में भी बाधाएं आने लगती है. कुंडली में राहु और केतु का स्थान यह निश्चित करता है कि आपके अच्छे दिन आएंगे या नहीं. ऐसा भी नहीं है कि राहु-केतु सदैव अशुभ फल ही देते हैं. कुंडली में शुभ स्थान होने पर ये दोनों ग्रह बहुत अच्छे परिणाम भी देते हैं. इसलिए जरूरी है कि वृश्चिक राशि के जातक अपने अच्छे दिन लाने के लिए राहु- केतु दोष निवारण उपाय करें.
राहु- केतु दोष निवारण उपाय
राहु और केतु को शांत रखने और अपने अच्छे दिन लाने के लिए वृश्चिक राशि के जातक बुधवार को भगवान गणेश जी की पूजा करें. इस दिन गणेश जी को दुर्वा घास चढ़ाएं. मां दुर्गा के नवार्ण मंत्र ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे का पाठ करें.
राहु और केतु को खुश करने के लिए मंत्र
1. अर्धकायं महावीर्यं चंद्रादित्यविमर्दनम्. सिंहिंकागर्भशंभूतम् तं राहुं प्रणमाम्यहम्..
2. ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नमः.
3. पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रहमस्तकम्. रौद्रं रौद्रात्मकम् घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्.

C. मंगलवार का व्रत करने से वृश्चिक राशि के आएंगे अच्छे दिन
मंगलवार का व्रत श्री हनुमान जी को समर्पित है, यह व्रत भक्तों के लिए लाभदायक होता है. मंगलवार का व्रत करने से कुंडली में मौजूद मंगल ग्रह शुभ फल देता है. यह व्रत करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और उनके अच्छे दिन आते हैं. यह व्रत भक्तों को लगातार 21 मंगलवार तक करना चाहिए. मंगलवार व्रत में हनुमान जी की पूजा सुबह और शाम के समय करनी चाहिए. इस दिन आप सूर्योदय के बाद और शाम को सूर्यास्त के बाद हनुमान जी की पूजा करें तो जल्द ही आपके अच्छे दिन आएंगे.
मंगलवार व्रत विधि- सुबह जल्दी उठें तथा स्नान करके स्वच्छ लाल कपड़े पहन लें. कोशिश करें कि वस्त्र सिले हुए ना हो. घर के ईशान कोण में चौकी रखें. अब भगवान हनुमान की मूर्ति या चित्र स्थापित करें. भगवान हनुमान की मूर्ति या चित्र के साथ भगवान राम और माता सीता की मूर्ति या चित्र अवश्य स्थापित करें. हाथ में जल लेकर भगवान हनुमान के सामने व्रत करने का संकल्प लें और प्रार्थना करें. धूप-दीप या दीया जलाकर भगवान राम और माता सीता की पूजा आराधना करें इसके बाद श्री हनुमान की पूजा करें.
मंगलवार व्रत के दौरान आपको गुड़ और गेहूं का भोजन करना चाहिए. इस दिन नमक ना खाएं. मंगलवार व्रत करने के दौरान मीठा भोजन ग्रहण करें. आप फल और दूध का सेवन भी कर सकते हैं.

वृश्चिक राशि की किस्मत कब चमकेगी?, Vrishchik Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?
A. मंगल दोष निवारण से चमकेगी वृश्चिक राशि की किस्मत
1. वृश्चिक राशि के लोग अपनी किस्मत चमकाने के लिए कमल के गट्टे की माला लाल वस्त्र में बांधकर अपने गले में धारण करे या मंदिर में रख दें.
2. वृश्चिक राशि के लोग अपनी किस्मत चमकाने के लिए रोज सुबह 108 बार ऊं आदित्याय नम: मंत्र का जाप करें.
3. ग्रहों को शांति रखने के लिए बांए हाथ में चांदी का छल्‍ला धारण करें व साधु, संतों, मां और गुरुओं की सेवा करें.
4. आपकी राशि के लोगों को मीठी वस्‍तुओं का व्‍यापार नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही आंगन में नीम का पेड़ लगाएं.
5. मंगल दोष निवारण के लिए मेहमानों को मिठाई जरूर खिलाएं.
6. घर से जब भी बाहर निकलें, जेब में लाल रंग का रूमाल रखकर ही निकलें. दिन ढलने के बाद वृश्चिक राशि के लोग स्‍वामी ग्रह मंगल की कृपा पाने के लिए बच्‍चों में गुड़ बांटें.
7. वृश्चिक राशि वाले स्‍वभाव से काफी उग्र होते हैं. इस वजह से वृश्चिक वालों को क्रोध काफी आता है. बेहतर होगा कि ये लोग अपनी किस्मत के सितारें चमकाने के लिए हर बात में धैर्य से काम लें.
8. अपनी किस्मत चमकाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग घमंड, अहंकार, बदजुबानी और अपराधिक प्रवृत्ति से दूर रहें.
9. वृश्चिक राशि के लोग  किसी से कोई वस्‍तु मुफ्त में न लें.
10. वृश्चिक राशि के लोग हाथी के दांत से बनी किसी वस्‍तु का प्रयोग न करें.
11. पीला वस्त्र लाभदाय है. किस्मत चमकाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग चादर भी पीले रंग की ही रखें.
12. किस्मत चमकाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें.
13. अपनी किस्मत चमकाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग मसूर की दाल बहते जल में प्रवाहित करें या मंदिर में दान करें.
14. अपनी किस्मत चमकाने के लिए दक्षिण और शेरमुखी मकान में न रहें.
15. जहां रोज भट्टी जलती हो वहां भी न रहें.
16. मांस, मटन, चिकन, अंडा और मछली खाने से बचें.
17. भाई और पिता से झगड़ा न करें और क्रोध से बचें.
18. किस्मत चमकाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग रात में सोते वक्‍त सिरहाने एक गिलास पानी रखकर सोना चाहिए. सुबह उस जल को किसी गमले में डाल दें.
19. वृश्चिक राशि के लोगों को चाहिए कि वे हमेशा विधवाओं की नि:स्वार्थ मदद करें. हमेशा बड़ों का सम्मान करें और उनसे आशीर्वाद लेते रहें.

B. ज्योतिर्लिंग पर पूजा करने से चमकेगी वृश्चिक राशि की किस्मत
भगवान शंकर के पृथ्वी पर 12 ज्योतिर्लिंग हैं और इन सभी ज्योतिर्लिंगों को 12 राशियों से भी जोड़कर देखा जाता है. भगवान शिव के सभी ज्योतिर्लिंगों का अपना अलग महत्व है. शास्त्रों के अनुसार भगवान शंकर के ये सभी ज्योतिर्लिंग प्राणियों को दु:खों से मुक्ति दिलाने व उनकी किस्मत को चमकाने में मददगार है. इसलिए अगर वृश्चिक राशि के लोग अपनी किस्मत चमकाना चाहते हैं तो वे गुजरात के द्वारका जिले में स्थित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग पर पूजा करें. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का संबंध वृश्चिक राशि से है. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में दसवें ज्योतिर्लिंग के रूप में विश्व भर में प्रसिद्ध है. नागेश्वर अर्थात नागों का ईश्वर और यह विष आदि से बचाव का सांकेतक भी है. यह प्रसिद्ध मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. वृश्चिक राशि के व्यक्ति को महाशिवरात्रि के दिन नागेश्वर ज्योतिर्लिंग पर पूजा करनी चाहिए इससे उन्हें विशेष फल की प्राप्ति होती है. जो लोग इस दिन नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन न कर सकें वह दूध और धान के लावा से शिव की पूजा करें. शिव को गेंदे का फूल, शमी एवं बेलपत्र चढाएं. वृश्चिक राशि के जातक ह्रीं ओम नमः शिवाय ह्रीं मंत्र का जप करें. देवाधिदेव भगवान् महादेव सर्वशक्तिमान हैं. भगवान भोलेनाथ ऐसे देव हैं जो थोड़ी सी पूजा से भी प्रसन्न हो जाते हैं. संहारक के तौर पर पूज्य भगवान शंकर बड़े दयालु हैं. उनके अभिषेक से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और भक्तों की किस्मत चमक उठती है.

वृश्चिक राशि की परेशानी, Vrishchik Rashi Ki Pareshani
1. वृश्चिक राशि के जातकों की सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि वे अपने अन्दर के साहस का इस्तेमाल करने से और सीधा हमला करने से डरते हैं। वे मौका मिलने पर हमेशा पीछे से वार करते हैं.
2. ये लोग ऊपर से दिखने में शांत होते हैं लेकिन इनके मन में बदला लेने की भावना छिपी होती है जो कि अवसर मिलते ही ये अपने शत्रु पर निर्दयता से चोट कर देते हैं या उसे अन्य तरीकों से हानि पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
3. वृश्चिक राशि के लोगों का अहंकार बहुत बड़ा होता है.
4. वृश्चिक राशि के लोगों को अपने बारे में पूरा ज्ञान होता है उन्हें पता होता है कि वह क्या है और क्या नहीं. इसीलिए किसी और व्यक्ति की कही हुई बात का उनके उपर कोई असर नहीं होता.
5. वृश्चिक राशि के लोगों पर ना बेज़ती का असर होता है और ना ही प्रशंसा उनको उत्तेजित करती है. उन्हें किसी से यह जानने की ज़रुरत नहीं है की उनमे कौन सी खामियां है और कौन से अच्छे गुण है.
6. वृश्चिक राशि के लोगों की बड़ी परेशानी ये भी है कि ये लोग अपने दुश्मन को सिर्फ हराते ही नहीं है बल्कि यह लोग अपने दुश्मन को पूरी तरह से बर्बाद और ख़त्म कर देते है.
7. हर वृश्चिक राशि का व्यक्ति अपने आप को कानून समझता है और उसे इस बात की बिलकुल भी परवाह नहीं होती कि लोग उसके बारे में क्या सोचते है.
8. वृश्चिक राशि के लोगों में ईर्ष्या भी बहुत होती है.

वृश्चिक राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं? , Vrishchik Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?
वृश्चिक राशि के लोगों का गुस्सा बहुत ही बिध्भंसक होता है. ये लोग अपने आगे किसी की भी नहीं सुनते. इस राशि वाले जातक अपनी उपेक्षा सहन नहीं कर पाते हैं. यदि एक बार ये किसी से क्रुद्ध हो जाए तो उसे माफ़ नहीं कर पाते हैं, और पिछली बातों को लेकर दुखी रहते हैं. बुद्धिमता की कमी के कारण वृश्चिक राशि के लोग खुद अपने लिए समस्या उत्पन्न कर लेते हैं. जीवन के हर दुःख और काले रहस्य को जानने की इच्छा के कारण वृश्चिक राशि के लोग क्रूरता और नशे की आदत में पड़ सकते है. वृश्चिक राशि के लोगों को जीतना सिर्फ अच्छा ही नहीं लगता बल्कि उन्हें हर हाल में जीतना पसंद है, और जब कभी ऐसा नहीं होता तो ये लोग काफी दुखी हो जाते हैं.

दुखों से छुटकारा पाने के उपाय, Dukho Se Chutkara Paane Ke Upay
दुखों से छुटकारा पाने के लिए वृश्चिक राशि के लोग हिन्दू पद्धति में बताये गए कुछ उपाय कर सकते हैं, जो इस प्रकार है-
1. दुखों से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार को हनुमान जी का व्रत रखें. यदि व्रत रखना संभव न हो सके तो हनुमान जी की पूजा अवश्य करें. इस दौरान हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ अवश्य करें.
2. दुखों से छुटकारा पाने के लिए मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाये और चने का भोग लगाएं.
3. वृश्चिक राशि के जातक अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए मंगलवार को गेहूं, मसूर, गुड़, लाल वस्त्र, 4. तांबा, लाल कनेर के फूल और लाल वस्तुओं का दान कर सकते हैं.
मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए और दुखों से मुक्ति के लिए ॐ क्रां क्रीं, क्रौं सः भौमाय नमः’ मंत्र का 10,000 बार जाप करें.
5. मंगलवार के दिन गरीबो को गुड़ बांटे, तथा हनुमान जी को गुलाब की माला अर्पित करें. इससे आपके सभी कष्टों का निवारण होगा.
6. प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर बूंदी का प्रसाद चढ़ाकर बांटना शुभ रहेगा. इससे जीवन में आने वाली अकस्मात परेशानियां दूर हो जाएंगी और जीवन में सुखों का आगमन होगा.
7. वृश्चिक राशि वालें बहन, बुआ और बेटियों को अक्‍सर उपहार देते रहें. हर मंगलवार को मीठी रोटी गाय को खिलाएं, इससे अवश्य ही दुखों का निवारण होगा.
8. कष्ट होने पर हनुमान चालीसा और रामायण का पाठ करें तथा महामृत्युंजय मंत्र, गायत्री मंत्र और रामनाम का जाप कर सकते हैं, इससे आपको लाभ मिलेगा.
9. अपने दुखों को दूर करने के लिए आप मूंगा रत्न धारण करें. इसके अलावा आप अनंतमूल की जड़ को भी पहन सकते हैं.

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