Kanya Rashi-ke Acche Din Kab Aaenge

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कन्या राशि के अच्छे दिन कब आएंगे, Kanya Rashi Ke Acche Din Kab Aaenge
राशि चक्र की छठी राशि कन्या है. कन्या राशि दक्षिण दिशा की द्योतक है. इस राशि का चिह्न हाथ में फ़ूल की डाली लिये कन्या है. राशि का चिन्ह के अनुसार इसमें एक लड़की है जो मानवता को बताती है इसलिए इस राशि के जातक सदा दूसरों की सहायता के लिए तैयार रहते हैं. इस राशि का स्वामी बुध है, जिनके नाम का प्रथम अक्षर To, Paa, Pee, Poo, Sh, Th, Pe, Po, तो, पा, पी, श,थ, पे, पो इत्यादि से प्रारंभ होता उनकी राशि कन्या होती है. ये सभी अक्षर कन्या राशि से संबध रखते है. इस राशि के लोग संकोची और शर्मीले प्रभाव के साथ झिझकने वाले देखे जाते है. यह राशि द्वि-स्वभाव होती है, कई बार अपने स्वभाव के कारण ही इस राशि के लोग परेशानी में पड़ जाते हैं. इसलिए अगर कन्या राशि के जातक किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो वे इस खबर में जानें कि उनके अच्छे दिन कब और कैसे आएंगे, कन्या राशि की परेशानी क्या है, कन्या राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं और परेशानी से छुटकारा पाने के उपाय-

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A . इष्ट देव की पूजा से कन्या राशि के अच्छे दिन आएंगे
कन्या राशि के जातकों को अपने अच्छे दिन लाने के लिए अपने इष्ट देव की पूजा करनी चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति के कुंडली में चाहे कितने भी ग्रह दोष क्यों न हों, अगर इष्ट देव प्रसन्न हैं तो यह सभी दोष व्यक्ति को अधिक परेशान नहीं करते. इष्ट देव का अर्थ है अपनी राशि के पसंद के देवता. कन्या (Virgo) राशि का स्वामी ग्रह बुध है और इसलिए उनके इष्ट देव गणेशजी और विष्णुजी हैं. अगर कन्या राशि के जातक अपने अच्छे दिन लाना चाहते हैं तो उन्हे अपने इष्ट देव (Isht Dev) गणेशजी और विष्णुजी की पूजा विधिवत् करनी चाहिए. यहां जानिए कैसे करें भगवान गणेश और विष्णु जी की पूजा

1- भगवान गणेश की पूजा से कन्या राशि के अच्छे दिन आएंगे
भगवान गणेश को बुधवार का दिन अतिप्रिय है, इसलिए बुधवार के दिन किये जाने वाली गणेश पूजा शीघ्र फलदायी होती है. शास्त्रों में भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है. इसलिए कन्या राशि के जो लोग अपने अच्छे दिन लाना चाहते हैं वे बुधवार के दिन विधिवत् भगवान गणेश की पूजा करें.
भगवान गणेश पूजा विधि- प्रातः काल स्नान ध्यान आदि से निवृत्त हो जाएं. इसके बाद घर के पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख करके शुद्ध आसन पर बैठें. एक साफ चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर श्री गणेश की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें. अब सभी पूजन सामग्री जैसे पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि क्रमवत् गणेश भगवान को समर्पित करें. अब गणेशजी को सूखे सिंदूर का तिलक लगाएं और इनकी आरती करें. अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण कर ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें. ध्यान रखें कि भगवान श्रीगेश को तुलसी दल व तुलसी पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए. उन्हें दुर्वा को धोकर ही चढ़ाना चाहिए. श्रीगणेश भगवान को मोदक (लड्डू) अधिक प्रिय होते हैं इसलिए उन्हें देशी घी से बने मोदक का प्रसाद भी चढ़ाना चाहिए. श्रीगणेश सहित प्रभु शिव व गौरी, नन्दी, कार्तिकेय सहित सम्पूर्ण शिव परिवार की पूजा षोड़षोपचार विधि से करना चाहिए. गणेश भगवान की पूजा के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ करना फलदायी माना जाता है. अगर समय का अभाव है तो 12 वें अध्याय और कुंजीकास्तोत्र का पाठ कर लेना चाहिए, इससे आपको भगवान गणेश व मां दुर्गा के आशीर्वाद मिलेगा और शीघ्र ही आपके अच्छे दिन आएंगे.

2- विष्‍णु पूजन से कन्या राशि के अच्छे दिन आएंगे
मां लक्ष्‍मी के स्‍वामी भगवान विष्‍णु ही इस संसार के पालनहार हैं और अगर आप उनकी पूजा सच्‍चे मन और भक्‍तिभाव से करते हैं तो आपके अच्छे दिन आना तो तय है. अगर आप भगवान विष्‍णु के साथ मां लक्ष्‍मी की भी पूजा करते हैं तो आपको गृहस्‍थ जीवन का सुख मिलता है. मां लक्ष्‍मी धन और वैभव प्रदान करती हैं और भगवान विष्‍णु के साथ उनकी पूजा करने से आपके सभी कष्‍ट दूर हो जाते हैं. शास्‍त्रों के अनुसार बृहस्‍पतिवार के दिन विष्‍णु पूजन का विशेष महत्‍व है, इसलिए कन्या राशि के जो जातक अपने अच्छे दिन लाना चाहते हैं वे बृहस्‍पतिवार के दिन यहां दी गई विधि अनुसार भगवान विष्‍णु की पूजा करें-
विष्‍णु पूजन विधि – प्रातः काल स्नान ध्यान आदि से निवृत्त हो जाएं. अपने घर में पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख करके शुद्ध आसन पर बैठें.  बृहस्‍पतिवार के दिन विष्‍णु पूजन करने के लिए सबसे पहले पूजा या व्रत का संकल्‍प लें. संकल्‍प लेने के लिए हाथों में जल, पुष्‍प और चावल लें. संकल्‍प में पूजन का साल, वार, तिथि, जगह और अपने नाम को लेकर अपनी मनोकामना बोलें. अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें. किसी भी शुभ कार्य या पूजन में सबसे पहले भगवान गणेश का नाम लेना मंगलकारी रहता है. क्योंकि गणेश जी प्रथम पूज्‍य हैं और इसीलिए सबसे पहले इनका पूजन करना चाहिए. गणेश जी को स्‍नान करें और वस्‍त्र अर्पित करें. अब पुष्‍प और अक्षत अर्पित करें. इसके पश्‍चात् भगवान विष्‍णु की पूजा करें. भगवान विष्‍णु का आवाह्न करें और उन्‍हें आसन दें. अब विष्‍णु जी को स्‍नान करवाएं. पहले पंचामृत और फिर जल से स्‍नान करवाएं. अब विष्‍णु जी को वस्‍त्र पहनाएं. इसके बाद आभूषण और यज्ञोपवीत पहनाएं. फूलों की माला पहनाएं. सुगंधित इत्र अर्पित करें और माथे पर तिलक लगाएं. तिलक के लिए अष्‍टगंध का प्रयोग कर सकते हैं. अब धूप और दीप अर्पित करें. भगवान विष्‍णु को तुलसीदल विशेष प्रिय है इसलिए विष्‍णु पूजन में इसका प्रयोग जरूर करें. भगवान विष्‍णु के पूजन में चावलों का प्रयोग नहीं किया जाता है इसलिए आप इनके स्‍थान पर तिल का प्रयोग कर सकते हैं. घी का दीपक जलाएं और आरती करें. आरती के बाद नेवैद्य अर्पित करें और ऊं नमो नारायणाय नम: मंत्र का जाप करें. इस पूजा से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी अवश्य ही आपकी झोली खुशियों से भर देंगी.

B. बुधवार व्रत से आएंगे कन्या राशि के अच्छे दिन
बुधवार का व्रत करने से शीघ्र ही कन्या राशि के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे. बुधवार का व्रत व्यक्ति का ज्ञान बढ़ता है. व्यापार में लाभ कमाने के लिए व्यापार के क्षेत्र में बाधाओं को कम करने के लिए ये व्रत लाभकारी है. बुधवार का व्रत करने से सुख-शांति और समृद्धि की भी प्राप्ति होती है. मान्यता है कि जिन लोगों की कुण्डली में बुध अनुकूल परिणाम देने के लिए सक्षम नहीं है उन्हें इस व्रत का पालन करना चाहिए. इसलिए कन्या राशि जातकों को अपने अच्छे दिन लाने के लिए विधिवत् बुधवार का व्रत करना चाहिए, इससे उन्हे अनुकूल परिणाम मिलेगा. बताते चलें कि बुधवार व्रत को शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार से शुरू करना शुभ माना जाता है. यह व्रत लगातार सात बुधवार तक किया जाना चाहिए. व्रत शुरु करने से पहले गणेश जी सहित नवग्रह पूजन की जाती है. ध्यान दें कि बुधवार व्रत के दौरान भागवत महापुराण का पाठ अवश्य करना चाहिए. बुधवार व्रत करने से व्यक्ति का जीवन में सुख-शांति से और घर धन-धान्य से भरा रहता है तथा व्यक्ति के अच्छे दिन शुरू हो जाते हैं.
बुधवार व्रत विधि- सुबह स्नान के बाद भगवान बुध की पूजा करनी चाहिये. इस दिन हरे रंग के वस्त्रों का प्रयोग करना चाहिये. यदि पूजा के लिये भगवान बुध की प्रतिमा न मिले तो भगवान शिव शंकर की प्रतिमा से भी पूजा की जा सकती है. बुध की पूजा के लिए घर के ही किसी पवित्र स्थान पर भगवान बुध या शंकर भगवान की मूर्ति अथवा चित्र किसी कांस्य पात्र में स्थापित करें. तत्पश्चात धूप, बेल-पत्र, अक्षत और घी का दीपक जलाकर पूजा करें. इस दिन भगवान को सफेद फूल तथा हरे रंग की वस्तुएं चढ़ाएं. इसके बाद निम्न मंत्र से बुध की प्रार्थना करें-
बुध त्वं बुद्धिजनको बोधदः सर्वदा नृणाम्‌.
तत्वावबोधं कुरुषे सोमपुत्र नमो नमः॥
बुधवार की व्रतकथा सुनकर आरती करें. इसके पश्चात गुड़, भात और दही का प्रसाद बांटकर स्वयं भी प्रसाद ग्रहण करें. यथाशक्ति ब्राह्मणों को भोजन कराकर उन्हें दान दें. व्रती एक समय ही भोजन करें.

कन्या राशि की किस्मत कब चमकेगी?, Kanya Rashi Ki Kismat Kab Chamkegi?
A . बुध दोष के उपाय से चमकेगी किस्मत
बुधवार का दिन प्रथम पूजनीय भगवान गणेश के अलावा बुध ग्रह को समर्पित है. बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है. ज्योतिष में कन्या राशि का स्वामी बुध है. कहा जाता है कि किसी की कुंडली में बुध सही तो सब शुद्ध यानी अगर बुध मजबूत हो तो जीवन में सब ठीक रहता है. लेकिन अगर यही बुध कमजोर हो या नीच का हो तो खुशियां मुंह फेर लेती हैं. जुआ और सट्टे की लत लग जाती है, निर्णय क्षमता कमजोर हो जाती है और देखते ही देखते घर में सब बर्बाद होने लगता है. इसलिए कन्या राशि के जातक अपनी किस्मत चमकाने के लिए बुध को मजबूत करने के आसान उपाय करें.
1- अपनी किस्मत चमकाने के लिए कन्या राशि के जातक बुधवार के दिन हरे रंग की चीजों का प्रयोग करें. यदि आपका बुध कमजोर है तो हमेशा अपने पास हरे रंग का रुमाल रखें.
2- बुधवार के दिन किसी जरूरतमंद को हरी मूंग की दाल दान करें. इससे बुध ग्रह मजबूत होता है.
3- बुध के दुष्प्रभाव को कम करने और अपनी किस्मत के सितारें बुलंद करने के लिए कन्या राशि के जातक घर की पूर्व दिशा में लाल रंग का झंडा लगाए.
4- बुध दोष से निजात पाने के लिए कन्या राशि के व्यक्ति सोने के आभूषण धारण करें
5- यदि कन्या राशि का कोई व्यक्ति बुध दोष से पीड़ित है तो उसे अपनी किस्मत चमकाने के लिए मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. रोजाना ‘ओम ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे’ मंत्र का 5, 7, 11, 21 या 108 बार जाप करने से बुध दोष समाप्त होता है.
6- कन्या राशि के लोगों को बुध दोष को दूर करने के लिए हाथ की सबसे छोटी उंगली यानि कनिष्ठा उंगली में पन्ना पहनना चाहिए. लेकिन इसके लिए किसी पंडित या ज्योतिष की सलाह लेना जरूर ले लें.

B. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पर पूजा करने से कन्या राशि की चमकेगी किस्मत
भगवान शंकर के पृथ्वी पर 12 ज्योतिर्लिंग हैं. इन सभी ज्योतिर्लिंगों को 12 राशियों से जोड़कर भी देखा जाता है. भगवान शिव के सभी ज्योतिर्लिंगों को अपना अलग महत्व है. शास्त्रों के अनुसार भगवान शंकर के ये सभी ज्योतिर्लिंग प्राणियों की किस्मत चमकाने व कष्टों से निजात दिलाने में मददगार है. हम बात कर रहे हैं आज कन्या राशि की, तो कन्या राशि के जातकों को भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पर पूजा करनी चाहिए. महाराष्ट्र में भीमा नदी के किनारे बसा भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग कन्या राशि का ज्योतिर्लिंग हैं. इस राशि वाले भीमाशंकर को प्रसन्न करने के लिए दूध में घी मिलाकर शिवलिंग को स्नान कराएं. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है. भारत के बारह ज्योतिर्लिंग में भीमाशंकर का स्थान छटवां है जो महाराष्ट्र के पूणे से लगभग 110 किमी दूर सहाद्रि नामक पर्वत पर स्थित है. श्रावण के महीने में भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन का महत्व बहुत बढ़ जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने मात्र से व्यक्ति को समस्त दु:खों से छुटकारा मिल जाता है. यह मंदिर अत्यंत पुराना और कलात्मक है. भीमाशंकर मंदिर नागर शैली की वास्तुकला से बनी एक प्राचीन और नयी संरचनाओं का समिश्रण है. ऐसा मान्यता है कि देवाधिदेव भगवान् महादेव सर्वशक्तिमान हैं. भगवान भोलेनाथ ऐसे देव हैं जो थोड़ी सी पूजा से भी प्रसन्न हो जाते हैं. संहारक के तौर पर पूज्य भगवान शंकर बड़े दयालु हैं. इसलिए कन्या रासि के जो जातक अपनी किस्मत चमकाना चाहते हैं वे भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पर पूजा व अभिषेक करें.

कन्या राशि की परेशानी, Kanya Rashi Ki Pareshani
1. कन्या राशि के जातकों की सबसे बड़ी परेशानी ये है कि ये लोग बेहद स्वार्थी होते हैं.
2. कन्या राशि के जातकों की परेशानी ये है कि ये दूसरों की सलाह को महत्व नहीं देते जिसकी वजह से इन्हें नुकसान उठाना पड़ता है.
3. बातों को बढ़ा-चढ़ाकर कहने की आदत कभी-कभी कन्या राशि के लोगों के लिए हास्यास्पद की स्थिति और बड़ी परेशानी उत्पन्न कर देती है.
4. कन्या राशि के जातकों को दूसरों की खिल्ली उड़ाने में बहुत आनंद मिलता है, जिसकी वजह से अक्सर इनके संबंध खराब हो जाते हैं. दूसरों की आलोचना के द्वारा ये अपने निकटवर्तियों से दूर होते चले जाते हैं.
5. कन्या राशि के लोग अपने उतावलेपन और जल्दबाज़ी के कारण अक्सर मुसीबत में फंस जाते हैं.
6. कन्या राशि वाले लोग किसी भी काम को मनमाने ढंग से करते हैं, इसीलिए इन्हें लोग कभी-कभी आलसी भी समझ लेते हैं.

कन्या राशि वाले दुखी क्यों रहते हैं?, Kanya Rashi Vale Dukhi Kyon Rehte Hain?
कन्या राशि के जातकों का स्वभाव ही उनके दुखो का सबसे बड़ा कारण है. कन्या राशि के जातकों का स्वभाव काफी घमंडी होता है. अपने घमंड में चूर यह लोग अपने सामने किसी भी इंसान को कुछ नहीं समझते. इनके स्वभाव की आदत इन्हें जिंदगी में कामयाब नहीं होने देती क्योंकि घमंडी इंसान को कोई भी इंसान पसंद नहीं करता है. चाहे व्यापार हो या नौकरी घमंडी इंसान के साथ कोई भी काम करना पसंद नहीं करता. इन लोगों की सबसे बड़ी कमी ये है कि इन्हें अपने अंदर कोई भी कमी नज़र नहीं आती है. ये अपनी बुराई नहीं सुन सकते हैं. यदि आप इनकी आलोचना करते हैं तो यह दुखी और नाराज हो जाते हैं. ये अपने दिल की बातें भी ज्यादा शेयर नहीं करते हैं. कन्या राशि का व्यक्ति बहुत रहस्मयी होता है. इस राशि वाले लोग बातें बनाने में निपुण होते हैं. कई बार बातें बनाने के चक्कर में ये लोग कुछ ज्यादा बोलकर अपने ही पैरों में कुल्हाड़ी मार लेते हैं.

दुखों से छुटकारा पाने के उपाय, Dukho Se Chutkara Paane Ke Upay
कन्या राशि के जातकों की परेशानी को दूर करने के लिए हिन्दू पद्धति में कुछ उपाय बताये गए हैं, जो इस प्रकार हैं-
1. दुखों से छुटकारा पाने के लिए कन्या राशि के जातक राम, कृष्ण, ओम या इष्ट देव का जाप करें और बुधवार का व्रत रखें.
2. बुधवार के दिन गणेश जी को दूब या दूर्वा जरूर चढ़ाएं. यदि आप प्रत्येक बुधवार को 21 दूर्वा गणेश जी को चढ़ाएंगे तो अवश्य ही आपकी सारी परेशानिया दूर हो जाएंगी और गणेश जी का आशीर्वाद सदा आप पर बना रहेगा.
3. बुधवार के दिन गेंहू के आटे की गोलियां बनाकर उसमें चने की दाल और थोड़ी हल्दी मिलाकर गाय को खिलाए. इससे भी लाभ मिलेगा.
4. अपने दुखों को दूर करने के लिए यदि कन्या राशि का जातक बुधवार को मूंग, हरा वस्त्र, कपूर, फल-फूल और हरी वस्तुओं का दान करे तो यह इन्हें उत्तम फल देता है.
5. साल में कम से कम एक बार बुधवार के दिन अपने वजन के बराबर घास खरीदकर गौशाला में दान करें, इससे भगवान गणेश प्रसन्न होकर आपके कष्टों का निवारण करेंगे और शुभ फल देंगे.
6. कष्टों की मुक्ति व मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कन्या राशि के जातक ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का 9,000 बार जाप करें.
7. बुधवार के दिन गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करने से विशेष लाभ मिलेगा. इसके अलावा आप गणेश मंदिर जाकर उन्हें दूर्वा अर्पित करें और लड्डू का भोग जरूर लगाएं.
8. बुधवार के दिन 7 साबुत कौड़ियां लें. कौड़ियां बाजार में पूजन सामग्री की दुकानों पर आसानी से मिल जाती हैं. इसके साथ ही एक मुट्ठी हरे खड़े मूंग लें और दोनों को एक हरे कपड़े में बांधकर चुपचाप किसी मंदिर की सीढ़ियों पर रख आएं. लेकिन ध्यान रखें कि इस संबंध में किसी को कुछ न बताएं और पूरी आस्था रखें. जरूर लाभ मिलेगा.

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