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अनुपयोगी मित्र हिंदी कहानी, Kids Story Unhelpful Friend In Hindi
बन्नी खरगोश जंगल में रहता था। उसके कई दोस्त थे। उसे अपने दोस्तों पर गर्व था। एक दिन बन्नी खरगोश ने जंगली कुत्तों के जोर से भौंकने की आवाज़ सुनी। वह बहुत डरा हुआ था। उसने मदद मांगने का फैसला किया। वह जल्दी से अपने दोस्त हिरण के पास गया। उन्होंने कहा, “प्रिय मित्र, कुछ जंगली कुत्ते मेरा पीछा कर रहे हैं। क्या आप उन्हें अपने तीखे सींग से दूर कर सकते हैं?” हिरण ने कहा, “यह सही है, मैं कर सकता हूं। लेकिन अब मैं व्यस्त हूं। आप मदद के लिए भालू से नहीं क्यों पूछते?”
बनी खरगोश भालू के पास दौड़ा। “मेरे प्यारे दोस्त, आप बहुत मजबूत हैं। कृपया मेरी मदद करें। कुछ जंगली कुत्ते मेरे पीछे हैं। कृपया उनका पीछा करें,” उसने भालू से अनुरोध किया।भालू ने जवाब दिया, “मुझे खेद है। मैं भूखा और थका हूं। मुझे कुछ खाने की ज़रूरत है। कृपया बंदर से मदद माँगें।”
बेचारी बन्नी बंदर, हाथी, बकरी और उसके अन्य सभी दोस्तों के पास गई। बन्नी को दुःख हुआ कि कोई भी उसकी मदद करने के लिए तैयार नहीं था।वह समझ गया कि उसे खुद से बाहर निकलने का रास्ता सोचना होगा। वह एक झाड़ी के नीचे छिप गया। वह बहुत स्थिर था। जंगली कुत्तों को बन्नी नहीं मिली। वे अन्य जानवरों का पीछा करते हुए चले गए।
बनी खरगोश ने सीखा कि उसे अपने आप से जीवित रहना सीखना होगा, न कि अपने अयोग्य दोस्तों पर निर्भर रहना चाहिए।
नैतिक शिक्षा: दूसरों पर निर्भर रहने की तुलना में खुद पर भरोसा करना बेहतर है।
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