खजुराहो मंदिर का रहस्य, खजुराहो की मूर्तियों का रहस्य, Khajuraho Mandir Ka Rahasya, Khajuraho Ki Moortiyon Ka Rahasy, खजुराहो का मंदिर, Kamukta Kamukta Mandir, Khajuraho Ka Rahasya, Khajuraho Ke Mandir Ko Fir Se Kisne Khoja, Khajuraho Ke Mandir Ka Rahasya, खजुराहो मंदिर कितने वर्ष पुराना है, Khajuraho Ka Mandir Kitna Purana Hai, खजुराहो मंदिर किस राज्य में है, खजुराहो मंदिर का इतिहास, खजुराहो का कामसूत्र मंदिर, Khajuraho Ka Temple, Khajuraho Temple History In Hindi, Kamasutra Khajuraho Temple
खजुराहो मंदिर का रहस्य, खजुराहो की मूर्तियों का रहस्य
Khajuraho Temple History and Secrets Khajuraho Mandir History Khajuraho Tourism
मध्यप्रदेश के छतरपुर में स्थित खजुराहों के मंदिर अपनी अद्भुत शिल्पकला और अकल्पनीय मूर्तिकला के लिए पूरी दुनिया भर में मशहूर है। यहां भारत के बेहद प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों का समूह है। वहीं इन मंदिरों की दीवारों पर बनी कामोत्तेजक मूर्तियां यहां आने वाले सभी सैलानियों का ध्यान अपनी तरफ आर्कषित करती हैं।
खजुराहों में हिन्दू और जैन धर्म के प्रमुख मंदिरों का समूह है, जो खजुराहों समूह के नाम से प्रसिद्ध है। चंदेला साम्राज्य में बने इस अद्भुत मंदिर को इसकी भव्यता और आर्कषण की वजह से विश्व धरोहर में शामिल किया गया है, तो आइए जानते हैं भारत के इस प्रसिद्ध खजुराहो के मंदिर के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य –
खजुराहो मंदिर का रोचक इतिहास, Khajuraho Temple History In Hindi
खजुराहों के मंदिरों के बारे में संक्षिप्त विवरण,Khajuraho Mandir Ki Jankari
कहां स्थित है (Khajuraho Ka Mandir Kaha Hai) – भारत के मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित एक छोटा सा कस्बा है।
खजुराहों के मंदिरों का निर्माण किसने करवाया (Khajuraho Temple Was Built By) – चंदेला वंश के शासक चंद्रवर्मन ने करवाया था।
खजुराहों के मंदिरों को कब बनवाया गया (Khajuraho Mandir Ka Itihas) – 950 और 1050 ईसवी के बीच खजुराहों के इस प्रसिद्ध मंदिरों का निर्माण करवाया गया।
खजुराहो के मंदिर का इतिहास और इसकी प्रसिद्धि, Khajuraho Mandir History In Hindi
अपनी अद्भुत कलाकृति और कमोत्तेजक मूर्तियों के लिए दुनिया भर में मशहूर मध्यप्रदेश के छतरपुर के पास स्थित खजुराहों के मंदिर काफी प्राचीन है। खुजराहों के शानदार मंदिरों का निर्माण चंदेल साम्राज्य के समय में किया गया था। भगवान चंद्र के बेटा राजा चन्द्रवर्मन ने खजुराहों के ज्यादातर मंदिरों की स्थापना की थी।
वहीं जैसे ही चंदेला शासन की ताकत का विस्तार हुआ था, उनके साम्राज्य को बुंदेलखंड का नाम दे दिया गया था और फिर उन्होंने खुजराहों के इन भव्य मंदिरों का निर्माण काम शुरु किया था। इन मंदिरों के निर्माण में काफी लंबा वक्त लगा था, 950 ईसापूर्व से करीब 1050 ईसापूर्व तक इन मंदिरों का निर्माण किया गया था।
इसके बाद चंदेल वंश के शासकों ने अपनी राजधानी उत्तरप्रदेश में स्थित महोबा को बनी ली थी। वहीं खुजराहों के बहुत से मंदिर हिन्दू राजा यशोवर्मन और ढंगा के राज में बनाए गए थे, जिसमें से लक्ष्मण और शिव जी को समर्पित विश्वनाथ जी का मंदिर काफी प्रसिद्ध है। वहीं 1017 से 1029 ईसापूर्व में गंडा राजा के शासनकाल में बना कंदरिया महादेव का मंदिर खजुराहों के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
आपको बता दें कि अपनी कलाकृति के लिए विश्व भर में मशहूर खजुराहो के मंदिर, उत्तरप्रदेश में स्थित महोबा से करीब 35 मील दूरी पर बनाए गए हैं। 12 वीं शताब्दी तक खजुराहों के मंदिर का सौंदर्य और आर्कषण बरकरार था, लेकिन 13 वीं सदी में जब दिल्ली सल्तनत के सुल्तान कुतुब-उद-द्दीन ने चंदेला साम्राज्य को छीन लिया था, तब खजुराहो मंदिर के स्मारकों में काफी बदलाव किया गया था, और इसके सौंदर्य में काफी कमी आ गई थी।
वहीं इसके बाद 13वीं से 18 सदी के बीच मध्यप्रदेश के खजुराहों के ऐतिहासिक और अद्भुत मंदिर मुस्लिम शासकों के नियंत्रण में थे। इस दौरान अपनी अद्भुत कलाकृति और शाही बनावट के लिए मशहूर इन मंदिरों को नष्ट भी कर दिया गया था। आपको बता दें कि लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी ने 1495 ईसवी में बलपूर्वक खुजराहों के कई प्रसिद्ध मंदिरों को ध्वस्त कर दिया था।
वहीं कुछ इतिहासकारों के मुताबिक हिन्दू और जैन धर्म के इस खुजराहों के मंदिरों के समूह में पहले मंदिरों की संख्या 85 थी, जो कि पहले 20 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए थे, और अब इनमें से सिर्फ 20 मंदिर ही ऐसे बचे हैं, जो कि 6 किलोमीटर के दायरे में फैले हुए हैं। वहीं खजुराहों के इन मंदिरों में सही देखरेख के अभाव की वजह से काफी नुकसान भी हुआ था, इसके साथ ही कई मंदिरों से मूर्तियां भी गायब होने लगी थी।
यही नहीं कुछ लोगों ने खुजराहो के मंदिरों के दीवारों में बनाईं गईं कामोत्तक मूर्तियों को गलत संकेत मानकर नष्ट करने के भी प्रयास किए थे एवं इन अद्भभुत मूर्तियों को धर्म के विरुद्ध बताया था।
हालांकि, बाद में हिन्दू और जैन धर्म के लोगों ने मिलकर भारत के इस प्रसिद्ध मंदिरों की सुरक्षा को लेकर प्रयास भी थे किए, जिसकी वजह से सिर्फ 20-22 मंदिर ही सुरक्षित हैं, वहीं खजुराहों के मंदिरों को भव्यता और आर्कषण की वजह से साल 1986 में विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया था।
खजुराहों के मंदिर के निर्माण से जुड़ी कथा, Khajuraho Temple Story
अपनी अद्भुत कलाकृतियों और कामोत्तक मूर्तियों के लिए विश्व भर में प्रसिद्द यह खजुराहो के मंदिर के निर्माण से लेकर एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है, जिसके मुताबिक काशी के प्रसिद्द ब्राहा्ण की पुत्री हेमावती, जो कि बेहद खूबसूरत थी।
एक दिन नदी में स्नान कर रही थी, तभी चन्द्रदेव यानि कि चन्द्रमा की नजर उन पर पड़ी और वे उनकी खूबसूरती को देखकर उन पर लट्टू हो गए और हेमवती को अपना बनाने की जिद में वे वेश बदलकर उसके पास गए और उन्होंने हेमवती का अपहरण कर लिया।
जिसके बाद दोनों को एक-दूसरे से प्रेम हो गया और फिर दोनों को चन्द्रवर्मन नाम का एक बेटा हुआ, जो कि बाद में एक वीर शासक बना और उसने चंदेल वंश की नींव रखी। हेमवती ने चन्द्रवर्मन का पालन-पोषण जंगलों में किया था, वह अपने पुत्र को एक ऐसे शासक के रुप में देखना चाहती थी, जिसके कामों से उसका सिर गर्व से ऊंचा उठे।
वहीं अपनी माता के इच्छानुसार चन्द्रवर्मन एक साहसी और तेजस्वी राजा बना, जिसने मध्यप्रदेश के छतरपुर के पास स्थित खजुराहो में 85 बेहद खूबसूरत और भव्य मंदिरों का निर्माण करवाया, जो कि अपने आर्कषण की वजह से आज भी पूरे विश्व भर में जाने जाते हैं।
खजुराहों के मंदिर की अद्भुत कलाकृतियां अपने आप में अनूठी और अद्धितीय है। वहीं इन मंदिरों के दीवार पर बनाई गईं कुछ कामोत्तेजक कलाकृतियां काफी शानदार है, जिसकी वजह से खजुराहो के मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल में शामिल किए गया, जिसे देखने दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं। Khajuraho Temple History and Secrets Khajuraho Mandir History Khajuraho Tourism
खजुराहो मंदिर का निर्माण कब करवाया गया, When Was Khajuraho Temple Built
अपनी अद्भुत कलाकृतियों और कामोत्तक मूर्तियों के लिए विश्व भर में प्रसिद्द खजुराहों में इन बेहद शानदार मंदिरों का निर्माण चंदेला साम्राज्य के समय 950 और 1050 ईसवी के बीच में राजा चंद्रवर्मन ने करवाया था। यहां हिन्दू और जैन धर्म के मंदिरों का समूह है। खजुराहों के मंदिरों में महादेव जी को समर्पित एक कंदरिया महादेव जी का मंदिर सबसे ज्यादा प्रसिद्ध और भव्य मंदिर है।
खजुराहों के मंदिर की मान्यताएं
पहली मान्यता
वहीं दूसरी ओर कुछ विश्लेषक ये भी मानते हैं कि प्राचीन काल में लोगों के सेक्स की शिक्षा देने की दृष्टि से भी इनका निर्माण किया गया है। ऐसा भी मानना है कि इन कामुक आकृतियों को देखने के बाद लोगों को संभोग करने की सही शिक्षा मिलेगी। ऐसा इसलिए भी किया गया क्योंकि प्राचीन काल में मंदिर ही एक ऐसा स्थान था, जहां लगभग सभी लोग जाते थे। इसीलिए संभोग की सही शिक्षा देने के लिए मंदिरों को ही उपयुक्त स्थान माना जाता था।
दूसरी मान्यता
मंदिरो में कामुक मूर्तियों के बनाये जाने के पीछे कुछ विश्लेषकों का यह मानना है कि प्राचीन काल में राजा-महाराजा भोग-विलासिता में अधिक लिप्त रहते थे। वे काफी उत्तेजित रहते थे। यही कारण है कि खजुराहो मंदिर के बाहर नग्न एवं संभोग की मुद्रा में विभिन्न मूर्तियां बनाई गई हैं। ये मूर्तियां बहुत ही सुंदरता के साथ बनाई गई हैं।
तीसरी मान्यता
वहीं कुछ और विश्लेषकों का मानना है कि मरने के बाद मोक्ष पाने के लिए हर इंसान को चार रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है- धर्म, अर्थ, योग और काम। इसी दृष्टि से मंदिर के बाहर नग्न मूर्तियां लगाई गई हैं। क्योंकि यही काम है और इसके बाद सिर्फ और सिर्फ भगवान का शरण ही मिलता है। इसी कारण इसे देखने के बाद भगवान के शरण में जाने की कल्पना की गई।
चौथी मान्यता
मंदिरों में बनी इन कामुक मूर्तियों के पीछे हिंदू धर्म की रक्षा की बात बताई गई है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि जब खजुराहो के मंदिरों का निर्माण हुआ, तब बौद्ध धर्म का प्रसार काफी तेजी के साथ हो रहा था। चंदेल शासकों ने हिंदू धर्म के अस्तित्व को बचाने का प्रयास किया और इसके लिए उन्होंने इसी मार्ग का सहारा लिया। उनके अनुसार प्राचीन समय में ऐसा माना जाता था कि सेक्स की तरफ हर कोई खिंचा चला आता है। इसीलिए यदि मंदिर के बाहर नग्न एवं संभोग की मुद्रा में मूर्तियां लगाई जाएंगी, तो लोग इसे देखने मंदिर आएंगे। फिर अंदर भगवान का दर्शन करने जाएंगे। इससे हिंदू धर्म को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए भी इन मूर्तियों को लोग बहुत मानते हैं।
खजुराहो मंदिर की प्रमुख विशेषताएं, Features Khajuraho Temple
खजुराहों के मंदिर अपनी भव्यता और सुंदर कलाकृतियां एवं मनमोहक कामोत्तक मूर्तिकला की वजह से पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध है। इस प्राचीनतम मंदिर की सुंदर कलाकृतियां दुनिया की सबसे खूबसूरत कलाकृतियों में शुमार हैं, जो कि कलाप्रेमियों का ध्यान अपनी तरफ आर्कषित करती हैं।
खजुराहों के मंदिर में दीवारों पर बनी इन अद्धितीय मूर्तियों की बेहतरीन कारीगिरी और नक्काशी की हर कोई तारीफ करता है। खुजराहों के मंदिर में बनी कामोत्तेजक मूर्तियां इसकी प्रमुख विशेषता हैं, इन आर्कषक मूर्तियों के द्धारा जो कामुक कला के अलग-अलग आसन प्रदर्शित किए गए हैं, लेकिन फिर भी यह प्रतिमाएं अश्लील प्रतीत नहीं होती हैं।
इस प्राचीन मंदिर की कलाकृतियों की अद्भुत शिल्पकारी और प्रभावशाली मूर्ति कला की भव्यता की वजह से इन्हें विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। इस शानदार खजुराहों के मंदिर के अंदर करीब 246 कलाकृतियां हैं जबकि 646 कलाकृतियां बाहर हैं, जिनमें ज्यादातर कलाकृतियां कामुकता को प्रदर्शित करती हैं। इसकी बेहद विशेष कलाकृतियों की वजह से खजुराहों के मंदिर की दुनिया में अपनी एक अलग पहचान है .
खजुराहो मंदिर की अद्भुत वास्तुकला, आर्कषक कलाकृतियां एवं शानदार बनावट, Architecture Of Khajuraho Temple
मध्यप्रदेश के छतरपुर में स्थित भारत का यह प्रसिद्ध खजुराहो का मंदिर अपनी अद्भुत कलाकृतियों और कामोत्तक मूर्तियों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। इस मंदिर की दीवारों पर बेहद शानदार तरीके से कामोत्तेजक शिल्पकलाएं और मूर्तिकलाएं बनाईं गईं हैं। जिनकी संरचना बेहद जटिल है।
कुछ इतिहासकार और विद्धान यहां कामोत्तेजक प्रतिमा बनाए जाने के पीछे यह तर्क देते हैं कि यहां बेहद प्राचीन समय से कामुकता का अभ्यास किया जाता रहा है, जबकि कुछ इतिहासकारों ने चंदेला साम्राज्य के समय में बनाए गए इस भव्य मंदिर की दीवारों पर बनी कामोत्तेजक कलाकृतियां को हिन्दू परंपरा का एक हिस्सा बताया है, जो कि मानव शरीर के लिए बेहद जरूरी है।
आसाधारण प्रतिभा वाले कारीगरों ने चंदेला साम्राज्य के समय इन मूर्तियों को अद्भुत स्वरूप दिया है। वहीं खजुराहों के ज्यादातर मंदिर हिन्दू और जैन धर्म को प्रदर्शित करते हैं। मध्यकाल में खजुराहों के मंदिर भारतीय स्थापत्य और वास्तुकला के नायाब व उत्कृष्ट नमूना है।
वहीं खजुराहों के इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर में कमरें एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और कमरों में इस तरह से कलाकृतियों का निर्माण किया गया है कि कमरों की खिड़की से आने वाली सूर्य देवता की रोश्नी प्रत्येक कलाकृति पर पड़े। आपको बता दें कि सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरों में से एक खजुराहों के मंदिर की दीवारों पर बनी कामुक कलाकृतियां, प्राचीन भारत की अनूठी परंपराओं और अनुपम कलाओं का प्रतिनिधित्व करती हुई प्रतीत होती हैं।
वहीं भारतीय मुगलकालीन स्थापत्य कला की मिसाल माने जाने वाली खजुराहों के इस प्रसिद्ध मंदिर की अद्भुत कलाकृतियां के भाव बेहद सजीव हैं, यहां की मूर्तियां बोलती हुईं प्रतीत होती हैं। वहीं इस प्रसिद्ध मंदिर की मूर्तिकला की सराहना कई बड़े-बड़े कलाकारों ने भी की है।
हालांकि, इस मंदिर में बनी हुई कामुक कलाकृतियां को लेकर इतिहासकारों और विद्दानों के अपने अलग-अलग विचार है। कुछ लोगों के मुताबिक यह अद्भुत प्रतिमाएं मध्यकालीन समाज की कमजोर नैतिकता को दर्शाती है, तो कुछ लोगों का मानना है कि यह कलाकृतियां कामशास्त्र के पौराणिक ग्रंथों के रचनात्मक आसनों का प्रदर्शन करती हैं, वहीं इन मूर्तियों पर बने स्त्री और पुरुष के चेहरे पर अलौकिक आनंदमयी भाव दिखाई देते हैं।
इन मूर्तियों के जरिए कामुकता को अध्यात्म से जोड़ने की कोशिश की गई है। यह मूर्तिकला इतनी भव्य और आर्कषक है, जिसकी वजह से खजुराहों के मंदिर को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया है। वहीं इस अप्रतिम सौंदर्य की वजह से दुनिया भर से पर्यटक यहां आते हैं।
आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक खजुराहों के मंदिरों में ज्यादातर मूर्तियां लाल बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल कर बनाई गई हैं, जबकि कुछ मूर्तियों के निर्माण में ग्रेनाइट के पत्थरों का भी इस्तेमाल किया गया है,जिनमें से ललगुआं महादेव मंदिर, ब्रह्रा मंदिर और चौंसठ योगिनी ग्रेनाइट (कणाष्म) पत्थरों से बनाए गए हैं। इसके साथ खजुराहों के इस भव्य मंदिरों का निर्माण बिना किसी परकोटे के ऊंचे चबूतरों पर किया गया है, जिसकी खूबसूरती यहां आने वाले आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
खुजराहों में देवी-देवताओं को समर्पित हैं कई मंदिर, Khajuraho Temples
नंदी मंदिर खुजराहों, Nandi Temple Khajuraho
अपनी आर्कषित और मनमोहक कलाकृतियों के लिए प्रसिद्ध खजुराहो का यह प्रसिद्ध मंदिर शिव वाहक नंदी को समर्पित है, जिसकी लंबाई कुल 2.20 मीटर है, और इसमें 12 खंभे बने हुए हैं। यह प्रसिद्ध मंदिर विश्वनाथ मंदिर के आकृति के सामान है।
पार्वती मंदिर खुजराहों, Parvati Temple Khajuraho
वर्ल्ड हेरिटेज साईट में शामिल खजुराहो के मंदिर के अंदर माता पार्वती को समर्पित खूबसूरत मंदिर बना हुआ है, इस मंदिर में देवी गंगा भी विराजमान है।
सूर्य मंदिर खुजराहों, Chitragupta Temple Khajuraho
अपनी विशेष कलाकृति के लिए मशहूर इस प्रसिद्द खजुराहो के मंदिर के अंदर भगवान सूर्य को समर्पित चित्रगुप्त का मंदिर बना हुआ है, जिसमें भगवान सूर्य की एक बेहद आर्कषक करीब 7 फीट ऊंची मूर्ती रखी गई है, जो कि 7 घोड़े वाले रथ को चलाती हुई प्रतीत होती है।
विश्वनाथ मंदिर खुजराहों , Vishwanath Temple Khajuraho
मध्यप्रदेश राज्य के छतरपुर के पास स्थित भारत के इस प्रसिद्ध और भव्य मंदिर के अंदर भगवान शंकर जी को समर्पित विश्वनाथ जी का मंदिर बना हुआ है, जो कि यहां बने सर्वश्रेष्ठ मंदिरों में से एक हैं।
कंदरिया महादेव मंदिर खुजराहों, Kandariya Mahadeva Temple Khajuraho
करीब 31 मीटर ऊंचे बने खजुराहों का यह कंदरिया महादेव मंदिर खुजराहों के मंदिरों में सबसे विशाल और भव्य मंदिर है, जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है, इस मंदिर में कामुकता को दर्शाती हुईं करीब 872 मूर्तियां हैं, और प्रत्येक मूर्ति की ऊंचाई करीब 1 मीटर है।
लक्ष्मण मंदिर खुजराहों, Lakshmana Temple Khajuraho
दुनिया के इस भव्य मंदिर के अंदर पर लक्ष्मण मंदिर काफी प्रसिद्ध है, इसके रामचंद्र चतुर्भुज मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित ऐसा मंदिर है, जो कि चंदेल वंश के शासकों के समय में बनाया गया था।
देवी जगदंबा मंदिर खुजराहों, Devi Jagadambi Temple Khajuraho
कुंडलीदार और बेहद जटिल रचना के आकार में बने इस विश्व प्रसिद्ध खजुराहो के अंदर के अंदर देवी जगदंबा का मंदिर है, जो कि कंदरिया महादेव के उत्तर की तरफ बना हुआ है। जो कि कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्द है।
चौंसठ योगिनी मंदिर खुजराहों, Chausath Yogini Temple Khajuraho
खजुराहों यह मंदिर 64 योगिनियों को समर्पित सबसे प्राचीन मंदिर है। जिसका निर्माण ग्रेनाइट के सुंदर पत्थरों से किया गया है।
मंतगेश्वर मंदिर खुजराहों, Matangeshwar Temple Khajuraho
मंतगेश्वर मंदिर, खजुराहों का सबसे प्राचीन मंदिर है, जिसका निर्माण राजा हर्षवर्मन द्धारा करीब 920 ईसवी में करवाया गया था, इसके बाद इस मंदिर में 2.5 मीटर का शिवलिंग भी मौजूद है, जहां अभी भी पूजा-अर्चना की जाती है। इस मंदिरों के अलावा यहां वराह एवं लक्ष्मी का मंदिर भी बना हुआ है।
वहीं पूर्वी समूह के मंदिरों में वामन, विष्णु के वामन अवतार को समर्पित वामन, जैन, जावरी मंदिर स्थित हैं, जबकि दक्षिण समूह के मंदिरों में चतुर्भुज, दूल्हादेव आदि प्रसिद्ध हैं। इसके साथ ही यहां लाइट एवं साउंड शो भी होता है।
भारत के प्रमुख पर्यटन स्थल के रुप में खजुराहो के मंदिर, Khajuraho Temple As Tourist Place
भारत के मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो के मंदिर भारत के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। जिनका निर्माण 950 और 1050 ईसवी में चंदेल साम्राज्य के समय में किया गया है। आपको बता दें कि भारत में आगरा में स्थित दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक ताजमहल के बाद दूसरी सबसे ज्यादा घूमने वाली जगह खजुराहों ही है। अपनी अद्भुत वास्तुकला और शानदार कामोत्तजक मूर्तिकला की वजह से इसे दुनिया भर में जाना जाता है।
खुजराहो मंदिर के बारे में कुछ दिलचस्प और रोचक जानकारी – Khajuraho Temple Facts
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो पहले खजूर के जंगलों के लिए मशहूर था, इसी वजह से इसका नाम खजुराहो पड़ा। जबकि खजुराहों का मंदिर का प्राचीन नाम ”खर्जुरवाहक” है।
यूनेस्कों की लिस्ट में शामिल इस प्रसिद्ध मंदिर में कलाकृतियों के माध्यम से मध्यकालीन महिलाओं के पारंपरिक जीवनशैली को बेहद शानदार ढंग से प्रर्दशित किया गया है।
चंदेला साम्राज्य के दौरान बने इस विश्व विरासत में कामुकता की अलग-अलग कलाओं और आसनों को बेहद रचनात्मक और सृजनात्मक ढंग से मूर्तिकला के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है।
खजुराहों के इस प्राचीन मंदिर को तीन अलग-अलग समूहों में बांटा गया है, जिसमें पूर्वी समूह, पश्चिमी समूह एवं दक्षिणी समूह आदि हैं।
इतिहासकारों के मुताबिक प्राचीन समय में खजुराहों में मंदिरों की संख्या करीब 85 थी, लेकिन फिर धीमे-धीमे इन मंदिरों को कुछ शासकों के द्धारा नष्ट कर दिया गया तो कुछ मंदिर प्राकृतिक आपदाओं के चलते ध्वस्त हो गए, जिसकी वजह से आज सिर्फ 22 मंदिर ही बचे हैं।
मध्यकाल में बने इस प्रसिद्ध खजुराहो के मंदिर में हिन्दू धर्म के कई देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को शानदार ढंग से उकेरा गया है, इसके साथ ही इसमें ब्रम्हा, विष्णु और महेश भगवान की उत्कृष्ट कलाकृतियां बनाई गई हैं।
दुनिया भर में मशहूर इस प्रसिद्ध मंदिर की प्रतिमाओं के बारे में ऐसा कहा जाता है कि, इनकी चमक चमड़े से की गई रगड़ाई की वजह से है।
खजुराहों के इस विश्व प्रसिद्ध मंदिर अपनी शानदार कलाकृतियां और विशाल छतों के लिए मशहूर है। हिन्दू और जैन धर्म के मंदिरों के समूह में धार्मिक मूर्तियां होने के साथ-साथ परिवार, सुंदरियां और अप्सराओं की प्रतिमाएं भी अंकित हैं।
खजुराहों के इस विशाल मंदिर को जटिल कुंडलीदार रचना के आकार में बनाया गया है, जो कि अपनी बनावट के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।
खजुराहों के इस प्रसिद्ध मंदिर में पहले सिर्फ साधुओं का ही बसेरा रहता था, जिसका महत्व धीमे-धीमे कम होता जा रहा था, लेकिन 20 वीं शताब्दी में इस मंदिर को फिर से खोजा गया था। जिसके बाद इसे संरक्षित किया गया था।
विश्व प्रसिद्ध खजुराहों के इस मंदिरों को मध्यकाल के दौरान सबसे बेहतरीन नमूना माना जाता था।
भारत का यह सबसे प्राचीन मंदिर दूर से चंदन की लकड़ी से बना हुआ प्रतीत होता है, जबकि इसे सैंड स्टोन से निर्मित किया गया है।
खजुराहों के प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन के लिए ऐसे पहुंचे – Khajuraho Temple Location
भारत के मध्यप्रदेश प्रांत में स्थित खजुराहो एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जिसके सबसे पास झांसी, हरपालपुर, महोबा रेलवे स्टेशन है। जिसकी महोबा से दूरी करीब 54 किलोमीटर है, जबकि छतरपुर से यह 45 किलोमीटर की दूरी पर बना हुआ है, यह सतना जिले से करीब 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए बेहतरीन बस सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा यहां हवाई मार्ग के माध्यम से भी पुहंचा जा सकता है, भारत के इस सबसे प्राचीन मंदिर के लिए दिल्ली, बनारस और आगरा से रोजाना विमान सेवा भी उपलब्ध है।
खजुराहो मंदिर से संबन्धित तथ्य
1- खजुराहो हिन्दू व जैन मंदिरों का समूह है, जो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है.
2- चौंसठ योगिनी मंदिर, ब्रह्मा एवं महादेव मंदिर ग्रेनाइट पत्थसर से और शेष मंदिर गुलाबी अथवा ह्ल्के पीले रंग के दानेदार बलुआ पत्थमर से बने हैं.
3- खजुराहो मंदिर मध्य भारत की विंध्य पर्वतश्रेणी में अवस्थित है.
4- खजुराहो के मंदिरों का निर्माण चंदेल वंश के शासकों द्वारा 900 से 1130 ई. के मध्य किया गया था.
5- इन मंदिरों को 1986 ई. में युनेस्को ने ‘विश्व विरासत स्थल’ का दर्जा प्रदान किया था.
6- खजुराहो के मंदिरों का निर्माण ग्रेनाइट की नींव, जोकि दिखाई नहीं देती है, पर बलुआ पत्थर से किया गया है.
7- ये मंदिर अपनी नागर स्थापत्य शैली और कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं.
8- खजुराहो मंदिरों का संबंध वैष्णव धर्म, शैव धर्म और जैन धर्म से है.
9- ऐसा माना जाता है कि हर चंदेल शासक ने अपने शासनकाल में कम से कम एक मंदिर अवश्य बनवाया था. इसीलिए खजुराहो के मंदिरों का निर्माण किसी एक शासक के काल में नहीं हुआ है | वास्तव में मंदिरों का निर्माण ,निर्माण से अधिक चंदेल वंश के शासकों के लिए एक परंपरा बन गई थी.
10- यशोवर्मन (954 ई.) ने ‘विष्णु् मंदिर’ बनवाया था, जिसे अब ‘लक्ष्मण मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। यह अपने समय का अलंकृत और सुस्प ष्ट‘ उदाहरण है, जो चंदेल राजपूतों की प्रतिष्ठा को प्रमाणित करता है.
11- स्थािनीय परंपरा के अनुसार यहां कुल 85 मंदिर थे, लेकिन अब 25 मंदिर ही मौजूद हैं जो संरक्षण की विभिन्न अवस्थायओं में हैं.
12- चंदेल वंश के पतन (1150 ई.) के बाद मुस्लिम आक्रमणकर्ताओं द्वारा इन मंदिरों को काफी क्षति पहुँची और इसी के चलते यहाँ के स्थानीय निवासी खजुराहो को छोड़कर बाहर चले गए.
13- यहाँ का सबसे प्रसिद्ध मंदिर ‘कंदारिया महादेव मंदिर’ है, जो 6500 वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसके शिखर की ऊँचाई 116 फीट है.
14- 13वीं से 18वीं सदी तक खजुराहो के मंदिर वनों से ढके रहे | वनों से ढके होने के कारण जनता की पहुँच से दूर बने रहे, लेकिन ब्रिटिश इंजीनियर टी.एस. बुर्ट ने इन्हें दोबारा खोजा और तब से ये मंदिर जनता के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए.
15- खजुराहो महोबा के 54 कि.मी. दक्षिण, छतरपुर के 45 कि.मी. पूर्व और सतना जिले के 105 कि.मी. पश्चििम में स्थि.त है तथा निकटतम रेलवे स्टेेशनों अर्थात् महोबा, सतना और झांसी से पक्कीह सड़कों से अच्छी् तरह जुड़ा है.
Video – कामसूत्र और खजुराहो मंदिर के संबंधों का रहस्य : Khajuraho temple
ये भी पढ़े –
- अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस , अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य , वूमंस डे कब मनाया जाता है , महिला दिवस 8 मार्च , महिला दिवस मनाया क्यों जाता है? , वूमंस डे
- Women’s Day Quotes in Hindi, वूमंस डे कोट्स, वीमेन’स डे कोट्स, विमेंस डे कोट्स, वूमंस डे मैसेज, Womens Day Quotes In Hindi, वूमंस डे मैसेज एंड कोट्स
- राधा कृष्णा शायरी, राधा कृष्णा शायरी कोट्स, राधा कृष्णा शायरी स्टेटस, राधा कृष्णा शायरी हिंदी में, Radha Krishna Shayari, Radha Krishna Shayari Quotes, Radha Krishna
- प्यार का सही अर्थ क्या होता है, Pyar Kya Hota Hai, Pyar Kya Hai, प्यार क्या होता है, प्यार क्या है, Pyaar Kya Hai, Pyar Ka Matlab Kya Hota Hai, Love Kya Hota Hai
- प्रेम का अर्थ, प्यार की परिभाषा, Pyar Ki Paribhasha, Prem Ki Paribhasha, प्यार की परिभाषा क्या है, प्रेम की परिभाषा, प्रेम परिभाषा, Pyar Ki Paribhasha Kya Hai, Love Ki Paribhasha
- मां शायरी, मां के कोट्स, मां शायरी हिंदी में, मां संदेश, मां पर स्टेटस, Maa Shayari, Maa Quotes, Maa Shayari In Hindi, Maa Message, Status On Maa
- मिर्ज़ा ग़ालिब के टॉप 20 शेर, Mirza Ghalib Ke Top 20 Sher, मिर्ज़ा ग़ालिब शायरी इन हिंदी, मिर्ज़ा ग़ालिब शेर इन हिंदी, Mirza Ghalib Ke Sher, Mirza Ghalib Ke Sher in Hindi
- तारीफ शायरी, तारीफ कोट्स, तारीफ संदेश, तारीफ शायरी हिंदी में, तारीफ स्टेटस, Compliment Shayari, Compliment Quotes, Compliment Message, Compliment Shayari In Hindi
- धोखा शायरी, धोखा स्टेटस, धोखा संदेश, धोखा शायरी हिंदी में, धोखा कोट्स, प्यार में धोखा, Cheat Shayari, Cheat Status, Cheat Messages, Cheat Shayari In Hindi
- रोमांटिक शायरी, रोमांटिक शायरी कोट्स, रोमांटिक शायरी संदेश, रोमांटिक शायरी हिंदी में, रोमांटिक शायरी स्टेटस, Romantic Shayari, Romantic Shayari Quotes
- जिंदगी शायरी, जिंदगी स्टेटस, जिंदगी कोट्स, जिंदगी शायरी हिंदी में, जिंदगी शेर ओ शायरी, Zindagi Shayari, Zindagi Status, Zindagi Quotes, Zindagi Shayari In Hindi,
- सॉरी शायरी, लव सॉरी शायरी, सॉरी शायरी हिंदी में, सॉरी शायरी फॉर गर्ल्स, सॉरी शायरी फॉर बॉयज, Sorry Shayari in Hindi, Girlfriend Boyfriend Wife Husband
- गर्ल्स एटीट्यूड शायरी, गर्ल्स एटीट्यूड स्टेटस, गर्ल्स एटीट्यूड हिंदी में, गर्ल्स एटीट्यूड फेसबुक, Girls Attitude Shayari, Girls Attitude Status, Girls Attitude In Hindi
- शराब छुड़ाने की आयुर्वेदिक दवा , होम्योपैथी में शराब छुड़ाने की दवा, शराब छुड़ाने के लिए घरेलू नुस्खे , शराब छुड़ाने का मंत्र , शराब छुड़ाने के लिए योग
- ज्यादा नींद आने की वजह, Jyada Nind Kyon Aati Hai, ज्यादा नींद आना के कारण, ज्यादा नींद आना, शरीर में सुस्ती, शरीर में थकावट
- अमिताभ बच्चन की जीवनी, अमिताभ बच्चन की बायोग्राफी, अमिताभ की फिल्में, अमिताभ की शादी, अमिताभ का राजनीतिक करियर, Amitabh Bachchan Ki Jivani
- विवेकानंद की जीवनी, स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, स्वामी विवेकानंद की बायोग्राफी, Swami Vivekananda In Hindi, Swami Vivekananda Ki Jivani
- शहीदे आज़म भगत सिंह की जीवनी, शहीद भगत सिंह की बायोग्राफी हिंदी में, भगत सिंह का इतिहास, भगत सिंह का जीवन परिचय, Shaheed Bhagat Singh Ki Jivani
- महात्मा गांधी की जीवनी, महात्मा गांधी का जीवन परिचय, महात्मा गांधी की बायोग्राफी, महात्मा गांधी के बारे में, Mahatma Gandhi Ki Jivani
- डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जीवनी, डॉ. भीम राव अम्बेडकर का जीवन परिचय हिंदी में, डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अनमोल विचार, Dr. B.R. Ambedkar Biography In Hindi
- सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी, सुभाष चंद्र बोस की जीवनी कहानी , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बायोग्राफी, सुभाष चन्द्र बोस का राजनीतिक जीवन, आजाद हिंद फौज का गठन
- दोस्ती कोट्स, दोस्ती शायरी, दोस्ती शायरी हिंदी में, प्यार दोस्ती शायरी, दोस्ती स्टेटस, लव दोस्ती शायरी,Friendship Quotes In Hindi, Friendship Shayari In Hindi
- Latest Chutkule in Hindi, मजेदार चुटकुले इन हिंदी, Chutkule in Hindi Very Funny, चटपटे चुटकुले इन हिंदी, Jokes Chutkule, Funny Jokes Chutkule
- पति पत्नी चुटकुले इन हिंदी, Hindi Jokes Chutkule, चुटकुले ही चुटकुले इन हिंदी, Jokes Chutkule Hindi, Jokes Chutkule in Hindi, Jokes in Hindi
- हिंदी जोक्स, हिंदी चुटकुले, Chutkule in Hindi Funny, Funny Jokes in Hindi, Funniest Jokes in Hindi, Funny Chutkule in Hindi, चुटकुले हिंदी में
- गोल्डन कोट्स इन हिंदी, गुड मॉर्निंग कोट्स हिंदी, Golden Quotes in Hindi, Good Morning Quotes Hindi, मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस
- पॉजिटिव कोट्स अबाउट लाइफ, Positive Quotes About Life, सक्सेस कोट्स इन हिंदी, रियल लाइफ स्ट्रगल कोट्स, इमोशनल कोट्स इन हिंदी, कोट्स इन हिंदी फॉर लाइफ
- मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर लाइफ, Motivational Quotes in Hindi for Life, ब्यूटीफुल गुड मॉर्निंग कोट्स, लाइफ कोट्स, लेटेस्ट गुड मॉर्निंग कोट्स
- Love Quotes in Hindi, रोमांटिक लव कोट्स इन हिंदी, Sad Love Quotes in Hindi, डीप इमोशनल लव कोट्स in Hindi, Heart Touching Love Quotes in Hindi
- फ्रेंडशिप कोट्स, Friendship Quotes In Hindi, फ्रेंडशिप कोट्स इन हिंदी, Friendship Quotes In Hindi The Best, फ्रेंडशिप कोट्स In Hindi, Best Friendship Quotes In Hindi
- क्यूट लाइफ कोट्स इन हिंदी, कोट्स इन हिंदी, Cute Life Quotes in Hindi, Quotes in Hindi, Good Morning Quotes in Hindi for WhatsApp, गुड मॉर्निंग कोट्स इन हिंदी
खजुराहो मंदिर का रहस्य, खजुराहो की मूर्तियों का रहस्य, Khajuraho Mandir Ka Rahasya, Khajuraho Ki Moortiyon Ka Rahasy, खजुराहो का मंदिर, Kamukta Kamukta Mandir, Khajuraho Ka Rahasya, Khajuraho Ke Mandir Ko Fir Se Kisne Khoja, Khajuraho Ke Mandir Ka Rahasya, खजुराहो मंदिर कितने वर्ष पुराना है, Khajuraho Ka Mandir Kitna Purana Hai, खजुराहो मंदिर किस राज्य में है, खजुराहो मंदिर का इतिहास, खजुराहो का कामसूत्र मंदिर, Khajuraho Ka Temple, Khajuraho Temple History In Hindi, Kamasutra Khajuraho Temple