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किस कमरे में हो कौन सा रंग / घर का कलर पेंट, Ghar Ka Colour Paint
वास्तुशास्त्र के अनुसार आपके घर के हर कमरे में ऊर्जा, आकार और दिशा के मुताबिक रंगों की जरूरत होती है. इसलिए घर में रहने वाले लोगों को कमरों के रंग चुनते वक्त इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
1. मास्टर बेडरूम
मास्टर बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए और इसलिए इसमें नीला रंग करवाना चाहिए. बेडरूम आराम करने की जगह है. इसलिए यह जरूरी है कि इस जगह में सकारात्मक प्रभामंडल हो. इसलिए बेहतर यही है कि इस जगह को आप सुखदायक टोन वाले हल्के और ठंडे रंगों से रंगें. वास्तु के मुताबिक, नीले रंग के फर्नीचर और दरवाजे के साथ ऑल वाइट कलर पैटर्न इस जगह के लिए सबसे मुफीद रहेगा. इसके अलावा, बेडरूम में कोई भी लाइट या पेस्टल शेड काम कर सकता है. भारी और गहरे रंगों से बचें क्योंकि इससे जगह में उदासी का अहसास हो सकता है.
2. गेस्ट रूम/ड्राइंग रूम
घर में आए रिश्तेदारों के लिए गेस्ट रूम/ड्राइंग रूम उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए. इसलिए इस दिशा में अगर गेस्ट रूम है तो उसमें सफेद रंग होना चाहिए.
3. बच्चों का कमरा
उत्तर-पश्चिम उन बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ दिशा है, जो बड़े हो गए हैं और पढ़ाई करने के लिए बाहर जाते हैं. चूंकि उत्तर-पश्चिम दिशा पर चंद्रमा का राज है, इसलिए इस दिशा में स्थित बच्चों के कमरे में सफेद रंग कराना चाहिए.

4. किचन/ रसोई का रंग
दक्षिण-पूर्व दिशा किचन के लिए बेस्ट है. रसोई अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. इसलिए रसोई के लिए चमकदार रंग बेहतर रहेंगे. आप पीले, चमकदार लाल या संतरी रंग को चुन सकते हैं. गर्म शेड्स जैसे पिंक मोहब्बत को दर्शाता है जबकि किचन में भूरा रंग भी चल जाता है क्योंकि यह संतुष्टि दिखाता है. अगर किचन कैबिनेट्स हैं तो लेमन यलो के शेड्स, ऑरेंज या फिर ग्रीन भी बेहतर काम करेगा क्योंकि यह ताजगी, स्वास्थ्य और पॉजिटिविटी को दर्शाएगा. फ्लोरिंग के लिए, मोजेक, मार्बल या सेरेमिक टाइल्स लगाएं. लाइट शेड्स जैसे बेज, वाइट्स या लाइट ब्राउन भी फ्लोर के लिए अच्छा रहेगा. वास्तु के मुताबिक किचन स्लैब सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक पत्थरों में उपलब्ध होने चाहिए, जिसमें ग्रेनाइट और क्वार्ट्ज शामिल हैं. ऑरेंज, यलो और हरा रंग किचन के काउंटरटॉप्स के लिए अच्छा काम करते हैं.
5. बाथरूम
उत्तर-पश्चिम दिशा बाथरूम के लिए सबसे सही है और इसमें सफेद रंग होना चाहिए.
6. हॉल
आदर्श तौर पर हॉल नॉर्थ-ईस्ट या नॉर्थ वेस्ट दिशा में होना चाहिए और इसमें पीला या सफेद रंग करवाना चाहिए.
7. घर के बाहर का रंग
घर के बाहर का रंग मालिकों के मुताबिक होना चाहिए. श्वेत-पीला, अॉफ वाइट, हल्का गुलाबी या संतरी रंग सभी राशि के लोगों के लिए अच्छा होता है.

8. पूजा घर
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पूजा घर का मुंह नॉर्थ ईस्ट की दिशा में होना चाहिए, ताकि सूर्य के अधिकतम प्रकाश का दोहन किया जा सके. पीला आपके घर के इस हिस्से के लिए सबसे उपयुक्त रंग है, क्योंकि इससे इस प्रक्रिया में आसानी होगी.
9. मेन डोर/एंट्रेंस
फ्रंट डोर के लिए सॉफ्ट कलर्स का इस्तेमाल करें, जैसे वाइट, सिल्वर या वुड कलर. वास्तु के मुताबिक, गहरे रंग जैसे काला, लाल और गहरे नीले का इस्तेमाल न करें. ध्यान रहे कि मेन एंट्रेंस हमेशा घड़ी के घूमने की दिशा और अंदर की ओर खुलने चाहिए.
10. स्टडी रूम
अगर आपका ऑफिस-होम है तो वास्तु के मुताबिक ग्रीन, ब्लू, क्रीम और वाइट जैसे रंगों का इस्तेमाल करें. लाइट कलर्स से कमरा बड़ा सा लगता है. गहरे रंगों से बचें क्योंकि इससे जगह में उदासीनता बढ़ती है.
11. बालकनी/बरामदा
वास्तु के मुताबिक, बालकनी नॉर्थ या ईस्ट डायरेक्शन में होनी चाहिए. बालकनी में ब्लू, क्रीम और ग्रीन व पिंक के हल्के शेड्स कराएं. यही वो जगह होती है, जहां से लोग बाहरी दुनिया से कनेक्ट होते हैं. इसलिए गहरे रंगों से बचना चाहिए.
12. गैरेज
वास्तु के मुताबिक, गैरेज नॉर्थ वेस्ट दिशा में होना चाहिए. इसमें आप सफेद, पीला, ब्लू या कोई और लाइट शेड करा सकते हैं.

घर की दिशा के अनुसार रंगों का चयन
1. उत्तर-पूर्व की दिशा के लिए हल्का नीला. इसके अलावा उत्तर पूर्व दिशा पर बृहस्पति ग्रह का शासन है लिहाजा इस दिशा की दीवारों के लिए पीला रंग बेहतर है.
2. पूर्व दिशा सूर्य की है इसलिए हमेशा इस दिशा में नारंगी, सफेद या हल्का नीला रंग कराएं.
3. दक्षिण-पूर्व की दिशा आग से जुड़ी है. इसलिए इस दिशा के दीवारों पर लाल रंग, संतरी, गुलाबी या सिल्वर रंग के कलर का उपयोग करना चाहिए.
4. उत्तर दिशा के लिए ग्रीन एक पसंदीदा रंग है क्योंकि इस पर बुध ग्रह का शासन है.
5. उत्तर-पश्चिम की दिशा हवा से संबंधित होती है इसलिए सफेद, हल्का ग्रे और क्रीम रंगों का इस्तेमाल इस दिशा के लिए शुभ मानी जाती है.
6. पश्चिम की दिशा जल की है इसलिए इस दिशा के लिए नीला और सफेद रंग सर्वश्रेष्ठ है. पश्चिम दिशा शनि की भी है इसलिए इस कोने के लिए ग्रे कलर भी सही रहेगा.
7. दक्षिण-पश्चिम दिशा मे आड़ू रंग, गीली मिट्टी का रंग, बिस्किट कलर और लाइट ब्राउन कलर कराना शुभ होता है.
8. दक्षिण की दिशा के लिए लाल और पीला रंग.

वास्तु के मुताबिक रंगों का महत्व
रंग     –     प्रतिनिधित्व
लाल  –  उत्साह, ताकत, भावनाएं और गर्मजोशी
नीला  –  सौंदर्य, संतोष, भक्ति, सत्य
हरा    –   प्रगति, सेहतबक्श, उपजाऊ, समृद्धि
सफेद   –  पवित्रता, खुलापन, निर्दोष, लग्जरी
पीला    –  आशावाद, खुलापन, अध्ययन, बुद्धिमत्ता
नारंगी  –  दृढ़ संकल्प, लक्ष्य, अच्छा स्वास्थ्य, आराम
भूरा    –   स्थिरता, संतुष्टि, आराम
पर्पल   –   ऐश्वर्य, लग्जरी, अनुग्रह, अभिमान

दीवार के वो रंग जो सकारात्मक ऊर्जा को पैदा करते हैं
अगर आप ऐसे दीवार के रंग ढूंढ रहे हैं, जो घर में सकारात्मकता लाते हैं, तो इन कलर पैलेट को चुन सकते हैं.
पीला: पीला रंग संचार, आत्म-सम्मान और शक्ति से जुड़ा होता है.
बैंगनी: बैंगनी स्थिरता के लिए एक शानदार वातावरण बनाता है. आरामदायक और सुकून भरी नींद के लिए आप लैवेंडर जैसे हल्के रंगों का चुनाव कर सकते हैं.
हरा: हरा रंग तनाव को शांत करता है. यह लकड़ी के तत्व से भी जुड़ा है और इसमें तनाव और डिप्रेशन को दूर करने के गुण हैं.

घर में भूलकर भी न कराएं ये रंग
एक्सपर्ट्स के मुताबिक लाइट रंग हमेशा अच्छे होते हैं. डार्क रंग जैसे लाल, ब्राउन, ग्रे और काला हर किसी को सूट नहीं आता. ये रंग अग्नि ग्रहों जैसे राहू, शनि, मंगल और सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं. सेठी के मुताबिक लाल, गहरा पीला और काले रंग से परहेज करना चाहिए. आमतौर पर इन रंगों की तीव्रता काफी ज्यादा होती है. ये रंग आपके घर के एनर्जी पैटर्न को डिस्टर्ब कर सकते हैं. हालांकि अगर आपको लगता है कि घर में उत्साह और गर्मजोशी की कमी है तो आप घर के कुछ कोनों में लाल रंग करा सकते हैं.
बेडरूम के लिए लाल का अत्यधिक इस्तेमाल आग की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है और इससे स्वभाव में गुस्सा पैदा हो सकता है.वास्तु के मुताबिक, घर के मालिकों को जरूरत से ज्यादा सफेद रंग नहीं कराना चाहिए क्योंकि यह अहंकार को बढ़ाता है. कार पार्किंग एरिया और गैरेज में घर के मालिकों को गहरे रंग नहीं कराने चाहिए.

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