Thand Mein Shishuon Ki Tvacha Ki Dekhabhaal,Newborn baby winter skin care tips

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Thand Mein Shishuon Ki Tvacha Ki Dekhabhaal

ठंड में शिशुओं की त्वचा की देखभाल, सर्दियों में शिशु की त्‍वचा का देखभाल

ठंड में स्किन में खिंचाव और रुखापन आना बहुत सामान्‍य सी बात होती हैं. बड़े तो अपनी त्वचा की परेशानी को समझ लेते हैं, लेकिन सबसे ज्‍यादा समस्‍या रहती हैं नवजात शिशुओं के साथ. नवजात शिशु इस समस्‍या को बता नहीं पाते जिसकी वजह से उन्‍हें भी खूब इर‍िटेशन होती हैं. ऐसे में मां को ठंड के मौसम में शिशुओं की त्वचा का विशेष ध्‍यान देना पड़ता है. ज्‍यादा रुखी स्किन के चलते बच्‍चों की स्किन में क्रैक पड़ सकते हैं और खून भी आ सकता है. तो ऐसे में पहली पहली बार बनी मां को यह जाना जरूरी है कि वे ठंड में शिशुओं के स्किन की सुरक्षा कैसे करें.

सर्दियों में शिशु की देखभाल कैसे करें?

सुबह की धूप जरूर दें
नावजात शिशु के लिए धूप से मिलने वाला विटामिन-डी बहुत ही फायदेमंद होता है, खासकर जब मौसम सर्दी का हो. रोजाना शिशु को लगभग 15 से 20 मिनट तक धूप में रखने से jaundice जैसी बीमारी नहीं हाती. सुबह की धूप दिखाने से शिशु का इम्यून सिस्टम अच्छा होता है, और बच्चे को अच्छी नींद भी आती है. लेकिन अगर आपके शिशु की त्वचा संवेदनशील है तो उसे धूप में न ले जाएँ साथ ही धूप से आंखो को हमेशा बचाएं.
गर्म तेल की मालिश है जरूरी
नवजात शिशु के लिए तो मालिश बहुत जरूरी होती है, जिससे उनके शरीर को आराम के साथ मजबूती भी मिलती है. सर्दियों में मालिश और भी जरूरी हो जाती है, क्यूंकी तेल मालिश त्वचा में नमी बरकरार रहती है और त्वचा रूखी नही होती.

रोज़ाना न नहलाएँ
अपने नवजात शिशु को ठंड से बचाने के लिए उन्हें रोज़ाना नहलाएँ. इसके बजाय हर दूसरे दिन गर्म पानी में सॉफ्ट एंटीबैक्टीरियल लिक्विड डालकर शिशु के शरीर को नर्म तौलिया की सहायता से अच्छे से साफ कर दें. जिससे बच्चे की त्वचा भी साफ हो जाएगी और उसे ठंड भी नहीं लगेगी.
साफ ऊनी कपड़ों का करें इस्तेमाल
हल्की ठंड को नजरअंदाज कभी नहीं करना चाहिए, और मौसम में परिवर्तन की शुरुआत से ही बच्चों को गर्म कपड़े और मोजे पहनाना शुरू कर देना चाहिए. लेकिन ये ध्यान जरूर रखें कि जिस ऊनी कपड़ों का आप इस्तेमाल कर रहे हैं वो साफ हो. इसलिए ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करने से पहले उन्हें अच्छे लिक्विड डिटर्जेंट से धोएँ ताकि स्किन एलर्जी न हो.

बेबी स्किन केयर टिप्स इन हिंदी

बेबी स्किन केयर प्रॉडक्ट ही करें यूज़
बच्चों की स्किन बड़ों की स्किन से काफी अलग और मुलायम होती है. इसलिए जब भी बच्चों के लिए कोई स्किन केयर प्रॉडक्ट खरीदें तो उसके सभी इंग्रीडिएंट को ध्यान से पढ़ें. याद रहे अगर आपके पास बेबी केयर प्रॉडक्ट नहीं है तो उन पर बड़ों का कोई भी स्किन प्रॉडक्ट इस्तेमाल न करें. दरअसल, बच्चों की त्वचा अधिक मुलायम होती है और यदि उन पर बड़ों के स्किन प्रॉडक्ट इस्तेमाल किये तो उसके विपरीत परिणाम देखने को मिल सकते हैं. इसलिए हमेशा बेबी स्किन केयर प्रॉडक्ट का ही इस्तेमाल करें.
मॉश्चराइजिंग करते रहें
शिशु की वैसे तो मालिश होती रहती है, लेकिन बावजूद इसके ठंड में त्वचा तेजी से नमी खो देती है. यदि शिशु हीटर में रहता हो तो उसकी त्वचा से नमी तेजी से खोएगी. ऐसे में उसे दिन में कई बार मॉश्चाराइज करते रहें.
रात में वैसलीन लगाएं
शिशु जब रात में सोए तो उसके गालों और हाथ पर वैसलीन लगा दें. ऐसा करने से उसकी त्वचा हमेशा कोमल बनी रहेगी.

तेज ठंड और गर्मी से बचाएं
वैसे तो शिशु को मां गर्मी और ठंडी के हिसाब से कपड़े पहनाती हैं, लेकिन ठंड में जो अंग खुले रहते हैं, वहां की नमी सबसे तेजी से खोती है. यही कारण है कि नवजात शिशुओं के गाल लाल हो जाते हैं. ऐसा नमी खोने और त्वचा के खुश्क होने से होता है. इसलिए शिशु को बहुत ठंड या हीटर के करीब बिलकुल न रखें.
नहाने के पानी में डालें तेल
त्‍वचा में नमी बनाएं रखने के ल‍िए, उसके नहानें के पानी में कम से कम दो चम्मच तेल डाल दें. इससे शिशु की त्वचा नमी बनाए रखेगी. साथ ही ठंड में उसे रोज साबुन भी न लगाएं.
बेबी को पानी में ज्यादा देर न रखें
ज्यादा देर तक पानी के संपर्क में रहने से बच्चे की स्किन ड्राई हो सकती है. उनकी स्किन में मौजूद ऑयल की परत हट सकती है और इससे उनकी त्वचा में रूखापन आ सकता है. परिणाम स्वरूप उनकी स्किन फटने लगती है. कोशिश करें कि बच्चों को सर्दियों में ज्यादा गंदा न होने दें. उन्हें खाना खिलाते समय उनके गले के आस-पास कपड़ा लपेट दें. इससे उनका शरीर गंदा नहीं होगा और बार-बार पानी लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.

नियमित रूप से मालिश करें
बहुत से ऐसे लोगों का मानना है कि सर्दियों में बेबी का डेली मसाज करना ठीक नहीं है. लेकिन ऐसी बात नहीं है, रोजाना मालिश करने से बच्चे का ब्लड सर्कुलेशन ठीक हो जाता है. जब ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है तो शरीर में अगर कफ जमा हो रहा है तो वह रोज का रोज निकलता जाता है. बच्चे की मसाज करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कमरे का तापमान 28℃ से 32℃ के बीच होना चाहिएं. हल्के गर्म कमरे में ही बच्चों की मसाज करें. शरीर पर बादाम के तेल से मालिश करें और ज्यादा से ज्यादा 5 से 7 मिनट तक ही मसाज करें.
ग्लिसरीन और गुलाब जल
बच्चों की स्किन अधिक फट रही है तो ग्लिसरीन एक अच्छा विकल्प है. इसमें गुलाब जल मिलाकर लगा सकते हैं. इससे उनकी स्किन और गालों को नमी मिलेगी. एक बोतल में बराबर मात्रा में ग्लिसरीन और गुलाब जल मिक्स कर भर लें. इसे बेबी को लगाने के बाद आप क्रीम भी लगा सकते हैं.

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