biography of Narendra Modi

मोदी, नरेन्द्र मोदी की जीवनी, नरेन्द्र मोदी के बच्चे, नरेन्द्र मोदी की शादी, नरेन्द्र मोदी शिक्षा, नरेन्द्र मोदी की उम्र, नरेन्द्र मोदी के विवाद, Modi, Narendra Modi Biography In Hindi, Narendra Modi children, Narendra Modi Shadi, Narendra Modi Education, Narendra Modi Age, Narendra Modi Controversy

मोदी, नरेन्द्र मोदी की जीवनी, नरेन्द्र मोदी के बच्चे, नरेन्द्र मोदी की शादी, नरेन्द्र मोदी शिक्षा, नरेन्द्र मोदी की उम्र, नरेन्द्र मोदी के विवाद, Modi, Narendra Modi Biography In Hindi, Narendra Modi children, Narendra Modi Shadi, Narendra Modi Education, Narendra Modi Age, Narendra Modi Controversy

नरेन्द्र मोदी की जीवनी, Narendra Modi Biography In Hindi
नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनेता और वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री है. इनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है. जोकि देश हो या विदेश सभी जगह प्रसिद्ध हैं. मोदी जी हमारे देश के 15 वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत है. सन 2014 और फिर 2019 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर मोदी जी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की. मानो पुरे देश में मोदी लहर सी आ गई है, अधिकतर भारतीय मोदी जी पर पूर्ण विश्वास रखे है कि वो उन्हें उज्जवल भविष्य देंगें . स्वतंत्रता के बाद ऐसी जीत हासिल करने वाले ये भारत के पहले प्रधानमंत्री बने. लगातार दूसरी बार मोदी जी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आये है. प्रधानमंत्री बनने के पहले से लेकर बाद तक इन्होंने भारत देश के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किये. हालाँकि मोदी जी बहुत से विवादों में भी घिरे पाए गए हैं, लेकिन इनकी नीतियों की हमेशा प्रशंसा की जाती रही है.

नाम – नरेंद्र दामोदरदास मोदी
अन्य नाम – मोदी जी, नमो
जन्म – 17 सितंबर 1950
उम्र – 70 साल (वर्ष 2021 के अनुसार)
जन्म स्थान – वडनगर, बॉम्बे स्टेट (वर्तमान में गुजरात), भारत
राष्ट्रीयता – भारतीय
शैक्षणिक योग्यता – पोलिटिकल साइंस में बीए एवं एमए
व्यवसाय – राजनेता
राजनीतिक पार्टी – भारतीय जनता पार्टी
शौक – साहित्य में, योग करने एवं पढ़ने में
पिता का नाम – स्वर्गीय श्री दामोदर दास मूलचंद मोदी
माता का नाम – हीरा बेन
भाइयों के नाम – सोमा मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी,
बहन का नाम – वसंती बेन हसमुख लाल मोदी
पत्नी का नाम – जशोदा बेन चिमनलाल मोदी
बच्चे – नहीं है

पसंदीदा चीजें, Favorite Things
पसंदीदा भोजन – शाकाहारी
पसंदीदा राजनेता – स्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं अटल बिहारी वाजपेयी
पसंदीदा नेता – मोहनदास करमचंद गांधी एवं स्वामी विवेकानंद

नरेंद्र मोदी का प्रारंभिक जीवन, Narendra Modi’s Early Life
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के वडनगर में, एक निम्न-मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने साबित किया है कि सफलता का जाति, पंथ या किसी व्यक्ति से कोई संबंध नहीं होता . वह भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनकी माँ ने पद ग्रहण करते हुए भी जीवित हैं . लोकसभा में, वह वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपनी पार्टी के लिए एक रणनीतिकार के रूप में माने जाते हैं. 2014 से, वह भारत के वर्तमान प्रधान मंत्री हैं और इससे पहले उन्होंने 2001 से 2014 तक गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था. लोकसभा चुनाव 2019 में, नरेंद्र मोदी शालिनी यादव, समाजवादी पार्टी के खिलाफ लगभग 4.79 लाख वोटों से जीते हैं. उनका दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह 30 मई, 2019 को आयोजित किया गया था . वह पहले भाजपा नेता हैं, जो अपने पांच साल के कार्यकाल के पूरा होने के बाद दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए हैं.

नरेंद्र मोदी की शिक्षा एवं शुरुआती करियर, Narendra Modi’s Education and Early Career
नरेंद्र मोदी जी की शुरूआती शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल से पूरी हुई, उन्होंने वहां सन 1967 तक अपनी हायर सेकेंडरी तक की पढ़ाई पूरी कर ली थी. उसके बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था, और फिर उन्होंने पूरे भारत में भ्रमण कर विविध संस्कृतियों की खोज की. इसके लिए मोदी जी ने उत्तर भारत में स्थित ऋषिकेश एवं हिमालय जैसे स्थानों का दौरा किया. उत्तर पूर्व के हिस्सों में दौरा करने के 2 साल बाद वे भारत लौटे. इस तरह से मोदी जी ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद कुछ साल तक अपनी आगे की पढ़ाई नहीं की. फिर मोदी जी ने सन 1978 में अपनी उच्च शिक्षा के लिए भारत के दिल्ली यूनिवर्सिटी में एवं उसके बाद अहमदाबाद में गुजरात यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. वहां उन्होंने राजनीति विज्ञान में क्रमशः स्नातक एवं स्नातकोत्तर किया. एक बार मोदी जी के एक शिक्षक ने बताया था, कि मोदी जी पढ़ाई में सामान्य थे, किन्तु वे पुस्तकालय में ज्यादातर अपना समय बिताया करते थे. उनकी वाद – विवाद की कला बेहतरीन थी.

नरेंद्र मोदी का राजनीतिक करियर, Narendra Modi’s Political Career
जून 2013 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की और से मोदी को प्रधानमंत्री उम्मेदवार घोषित किया गया. जहा कई लोगो ने पहले से ही उन्हें भारत का प्रधानमंत्री मान लिया था. क्यों की कई लोगो का मानना था की मोदी में भारत की आर्थिक स्थिति बदलने का और भारत का विकास करने की ताकत है और अंत में मई 2014 में उन्होंने और उनकी बीजेपी पार्टी में लोकसभा चुनाव में 534 में से 282 सीट प्राप्त कर इतिहासिक जित दर्ज की. और इसी जित के साथ उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को हराया, जो पिछले 60 सालो से भारतीय राजनीती को संभाल रही थी. और भारतीय जनता ने उस समय दिखा दिया था के वे उस समय मोदी के रूप में भारत में बदलाव लाना चाहते थे.

1987 में नरेन्द्र मोदी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए, बीजेपी में वे दिन ब दिन आगे बढ़ते गए और सामाजिक हितो के कई काम उन्होंने बीजेपी में रहकर किये. उन्होंने Business के Privatisation, छोटे Business को बढ़ावा दिया. 1995 में मोदी राष्ट्रीय मंत्री के रूप ने नियुक्त हुए, 1998 के चुनाव में बीजेपी को आगे बढ़ाने में उनका सबसे बड़ा हात था. फेबुअरी 2002 में जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा कर रहे थे. आने जाने वाली ट्रेन पर किसी ने अटैक किया, जो कथित रूप से मुस्लिमो ने किया था. और बदले के प्रतीशोध/ इरादे से गुलबर्ग के मुस्लिमो पर भी हमला किया गया. इस तरह हिंसा बढती गयी इस वजह से मोदी सरकार को उस समय कर्फ्यू की घोषणा करनी पड़ी. कुछ समय बाद दोनों ही समुदाय में शांति की स्थिति आई और तब मोदी सरकार की कई लोगो ने पुरे देश में आलोचना की क्यू की उस हमले में 1000 से भी ज्यादा मुस्लिम मारे गए थे. मोदी के विरुद्ध 2 जांच कमिटी गठित करने के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने पाया की मोदी के विरुद्ध कोई गवाह नहीं है जिस से उन्हें दोषी ठहरा सके.

नरेंद्र मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, Narendra Modi Ji as Chief Minister of Gujarat
1- नरेंद्र मोदी जी ने पहली बार सन 2001 में विधान सभा चुनाव लड़ा, और राजकोट में 2 में से एक सीट जीती. जिसके बाद वे गुजरात के मुख्यमंत्री बन गए. दरअसल उस समय केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य ख़राब हो गया था और दूसरी तरफ उपचुनाव में भाजपा राज्य की कुछ विधानसभा सीटें हार गई थी. जिसके बाद बीजेपी की राष्ट्रीय लीडरशिप केशुभाई पटेल के हाथ से लेकर मोदी जी को थमा दी गई थी और उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार सौंपा गया.
2- 7 अक्टूबर सन 2001 को मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की. इसके बाद उनकी एक के बाद एक जीत निश्चित होती चली गई.
3- सबसे पहले उन्होंने 24 फरवरी 2002 में राजकोट के द्वितीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव जीता. उन्होंने कांग्रेस के अश्विन मेहता को 14,728 वोटों से हराया.

नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात विकास योजनाएँ, Gujarat Development Plans by Narendra Modi
1- पंचामृत योजना : राज्य के एकीकृत विकास की पंचायामी योजना,
2- सुजलाम् सुफलाम् : राज्य में जलस्रोतों का उचित व समेकित उपयोग, जिससे जल की बर्बादी को रोका जा सके,
3- कृषि महोत्सव : उपजाऊ भूमि के लिये शोध प्रयोगशालाएँ,
4- चिरंजीवी योजना : नवजात शिशु की मृत्युदर में कमी लाने हेतु,
5- मातृ-वन्दना : जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु,
6- बेटी बचाओ : भ्रूण-हत्या व लिंगानुपात पर अंकुश हेतु,
7- ज्योतिग्राम योजना : प्रत्येक गाँव में बिजली पहुँचाने हेतु,
8- कर्मयोगी अभियान : सरकारी कर्मचारियों में अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठा जगाने हेतु,
9- कन्या कलावाणी योजना : महिला साक्षरता व शिक्षा के प्रति जागरुकता,
10- बालभोग योजना : निर्धन छात्रों को विद्यालय में दोपहर का भोजन

गुजरात का गोधरा कांड
27 फरवरी 2002 को गुजरात में स्थित गोधरा शहर में एक कारसेवकों से भरी रेलगाड़ी में मुस्लिम समुदाय द्वारा आग लगाने से 90 यात्री मारे गए जिनमें अधिकांश लोग हिंदू (हिन्दू) समाज से थे. इस घटना का आरोप मुख्य रूप से मुस्लमानों पर लगाया गया जिसके परिणामस्वरूप गुजरात में 2002 के दंगे हुए. केंद्रीय (केन्द्रीय) भारतीय सरकार द्वारा नियुक्त एक जाँच आयोग का ख्याल था कि आग दुर्घटना थी लेकिन आगे चलकर यह आयोग [[असंवैधानिक]॰ घोषित किया गया था. 28 फरवरी 2002 तक, 71 लोग आगजनी, दंगा और लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किये गये थे. हमले के लिए कथित आयोजकों में से एक को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, सोरीन रॉय ने कहा कि बंदी मुस्लिम कट्टरपंथी समूह हरकत-उल जेहाद-ए-इस्लामी, जिसने कथित तौर पर बांग्लादेश मे प्रवेश करने के लिए मदद की. 17 मार्च 2002, मुख्य संदिग्ध हाजी बिलाल जो एक स्थानीय नगर पार्षद और एक कांग्रेस कार्यकर्ता था, जिसे एक आतंकवादी विरोधी दस्ते द्वारा कब्जे मे कर लिया गया था. एफआईआर ने आरोप लगाया कि एक 1540-मजबूत भीड़ ने 27 फरवरी को हमला किया था जब साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन ने गोधरा स्टेशन छोड़ दिया. गोधरा नगर पालिका के अध्यक्ष और कांग्रेस अल्पसंख्यक सयोजक मोहम्मद हुसैन कलोटा को मार्च में गिरफ्तार किया गया. अन्य लोगों को गिरफ्तार हुए पार्षद अब्दुल रज़ाक और अब्दुल जामेश शामिल थे. बिलाल गिरोह नेता लतीफ के साथ संबंध (सम्बन्ध) होने के आरोप लगाया गया था और पाकिस्तान में कई बार दौरा किया है की सूचना मिली थी. आरोप-पत्र प्रथम श्रेणी रेलवे मजिस्ट्रेट पी जोशी से पहले एसआईटी द्वारा दायर की जो 500 से अधिक पृष्ठों की है गया,जिसमें कहा गया है कि 89 लोगों जो साबरमती एक्सप्रेस के एस -6 कोच में मारे गए थे जिनको चारों ओर से 1540 अज्ञात लोगों के एक भीड़ ने गोधरा रेलवे स्टेशन के निकट हमला किया. 78 लोगों पर आगजनी का आरोप लगाया ओर 65 लोगों पर पथराव करने का आरोप लगाया. आरोप-पत्र में यह भी कहा है कि एक भीड़ ने पुलिस पर हमला किया, फायर ब्रिगेड को रोका है, और एक दूसरी बार के लिए ट्रेन पर धावा बोल दिया. 11 अन्य लोगों को इस भीड़ का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया. प्रारंभ (प्रारम्भ) में, 107 लोगों का आरोप लगाया गया, जिनमें से पाँच की मृत्यु हो गई, जबकि मामला अभी भी अदालत में लंबित था. आठ अन्य किशोरों, को एक अलग अदालत मे सुनवाई की गई थी. 253 गवाहों सुनवाई के दौरान और वृत्तचित्र सबूतों के साथ 1500 अधिक सामग्री को न्यायालय में प्रस्तुत किए गए जाँच की गई. 24 जुलाई 2015 को गोधरा मामले मुख्य आरोपी हुसैन सुलेमान मोहम्मद को मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले से गोधरा अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया. 18 मई 2016 को, एक पहले लापता घटना के षड्यंत्रकारी, फारूक भाना, गुजरात आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा मुंबई से गिरफ्तार किया गया. 30 जनवरी 2018, याकूब पटालीया को शहर में बी डिवीजन पुलिस की एक टीम द्वारा गोधरा से गिरफ्तार किया गया था.[5] लेकिन भारत सरकार द्वारा नियुक्त की गई अन्य जाँच कमीशनों ने घटना की असल पर निश्चित रूप से कोई रोशनी नहीं डाल सकी.

सन 2002 में गुजरात दंगे में नरेंद्र मोदी को मिली क्लीन चिट, Narendra Modi Got Clean Chit in 2002 Gujarat Riots
नरेंद्र मोदी जी के उपचुनाव जीतने के 3 दिन बाद गुजरात में सांप्रदायिक हिंसा की एक बहुत बड़ी घटना हुई, जिसके परिणामस्वरुप 58 लोगों की हत्या कर दी गई थी. क्योंकि उस समय गोधरा के पास सैकड़ों यात्रियों से भरी एक ट्रेन में जिसमे ज्यादातर हिन्दू यात्री थे, उसमें आग लगा दी गई थी. इस घटना से मुस्लिमों के विरोध में यह घटना हुई थी. जिससे यह पूरे गुजरात में फ़ैल गया. और गुजरात में सांप्रदायिक रूप से दंगे होने लगे. इस दंगे में लगभग 900 से 2,000 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी.

उस दौरान राज्य में मोदी जी की सरकार थी, जिसके कारण उन पर इस दंगे को फ़ैलाने का आरोप लगाया गया था. मोदी जी पर लगाये गये आरोप के चलते उन पर चारों तरफ से दबाव बढ़ गया था, जिसके कारण उन्हें अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसलिए मोदी जी का उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यकाल केवल कुछ महीनों का ही बस था. फिर सन 2009 में इससे संबंधित सुप्रीमकोर्ट ने एक दल बनाया, जोकि इस मामले की जाँच करने के लिए बनाया गया था. इस दल का नाम एसआईटी था. इस दल ने पूरी तरह से जाँच करने के बाद सन 2010 में सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें मोदी जी को इस मामले में ग्रीन सिग्नल दे दिया गया. हालाँकि सन 2013 में इस जाँच दल के ऊपर आरोप लगाया गया, कि उन्होंने मोदी जी के खिलाफ मिले सबूतों को छिपाया है.

नरेंद्र मोदी के मुख्य कार्य, The Main Functions of  Narendra Modi
1- भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट :- गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उनके शासन के दौरान सरकार ने भूमिजल संरक्षण प्रोजेक्ट के निर्माण का समर्थन किया. इससे बीटी कॉटन की खेती में मदद मिली, जिससे नल कूपों से सिंचाई की जा सकती थी. इस तरह से गुजरात बीटी कॉटन का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया.
2- नोटबंदी :- प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान मोदी जी ने नोटबंदी जैसा बहुत ही अहम फैसला लिया. 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रात आठ बजे दूरदर्शन के जरिए देश को संबोधित करते हुए 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का ऐलान किया था. नोटबंदी की यह घोषणा उसी दिन आधी रात से लागू हो गई. इससे कई दिन देश में अफरा-तफरी का माहौल रहा और बैंकों के बाहर लंबी-लंबी कतारें नजर आईं. बाद में 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए गए. यह मोदी जी द्वारा लिया गया एक ऐतिहासिक फैसला था.
3- जीएसटी :- प्नधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने नोटबंदी करने के बाद देश में जितने भी टैक्स लगाये जाते थे, उन्हें एक साथ सम्मिलित कर दिया और एक टैक्स GST यानी Goods and Services Tax लगा दिया जिसे भारत में 1 जुलाई 2017 से लागू एक महत्वपूर्ण अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था है जिसे सरकार व कई अर्थशास्त्रियों द्वारा इसे स्वतंत्रता के पश्चात् सबसे बड़ा आर्थिक सुधार बताया है. इससे केन्द्र एवम् विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा भिन्न भिन्न दरों पर लगाए जा रहे विभिन्न करों को हटाकर पूरे देश के लिए एक ही अप्रत्‍यक्ष कर प्रणाली लागू की जाएगी जिससे भारत को एकीकृत साझा बाजार बनाने में मदद मिलेगी. भारतीय संविधान में इस कर व्यवस्था को लागू करने के लिए संशोधन किया गया है.
4- सर्जिकल स्ट्राइक :- प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2016 में उरी हमले के बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना के साथ मिलकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के फैसला लिया. जिसके बाद 29 सितम्बर 2016 को भारतीय सेना ने बुधवार रात पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए 7 आतंकी शिविरों को ध्वस्त कर दिया, साथ ही 38 आतंकियों को भी मार गिराया. इस प्रकार की स्ट्राइक की पहले से ही संभावना जताई जा रही थी. डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल ररनवीर सिंह ने प्रेस कॉंफ्रेस करके बताया कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर बुधवार की रात LoC के पार आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया है. इस ऑपरेशन के बाद सवाल ये उठता है कि आखिरकार सर्जिकल स्ट्राइक होता क्या है.
5- एयर स्ट्राइक – 14 फरवरी 2019 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ था. इस हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. हमले की जिम्मेदारी मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. जिसके बाद से ही भारत में पाकिस्तान से बदला लेने की मांग तेज हो गई थी. इसके बाद केंद्र सरकार की तरफ से फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद देश के सभी सुरक्षा बलों को पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी प्रकार का एक्शन लेने के लिए खुली छूट दे दी, जोकि बहुत ही बड़ा ऐलान था. इसके बाद 40 जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए एयर स्ट्रइक की गई. 26 फरवरी 2019 के तड़के भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 के एक समूह ने एलओसी पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंप पर बमबारी की और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया. आतंकी कैंप पर 1000 किलो के बम गिराए गए थे. इस अभियान में 12 मिराज विमानों ने हिस्सा लिया था.

नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई महत्वपूर्ण योजनायें, Important Schemes Launched by Narendra Modi
1- स्वच्छ भारत अभियान :- यह अभियान भारत का बड़े स्तर पर शुरू किया गया अभियान है, जिसके अंतर्गत देश में स्वच्छता और ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों शौचालय का निर्माण किया गया. जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों तथा अधोसंरचना को साफ-सुथरा करना और कूड़ा साफ रखना है. यह अभियान 02 अक्टूबर, 2014 को आरंभ किया गया. राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने देश को गुलामी से मुक्त कराया, परन्तु स्वच्छ भारत का उनका सपना पूरा नहीं हुआ. महात्मा गांधी ने अपने आसपास के लोगों को स्वच्छता बनाए रखने संबंधी शिक्षा प्रदान कर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया था.

स्वच्छ भारत का उद्देश्य व्यक्ति, क्लस्टर और सामुदायिक शौचालयों के निर्माण के माध्यम से खुले में शौच की समस्या को कम करना या समाप्त करना है. स्वच्छ भारत मिशन विसर्जन उपयोग की निगरानी के जवाबदेह तंत्र को स्थापित करने की भी एक पहल सरकार ने 2 अक्टूबर 2019, महात्मा गांधी के जन्म की 150वीं वर्षगांठ तक ग्रामीण भारत में 1.96 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 1.2 करोड़ शौचालयों का निर्माण करके खुले में शौंच मुक्त भारत (ओडीएफ) को हासिल करने का लक्ष्य रखा है.
स्वच्छ भारत स्वच्छ विद्यालय अभियान
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वच्छ भारत-स्वच्छ विद्यालय अभियान केन्द्रीय 25 सितंबर, 2014 से 31 अक्टूबर 2014 के बीच केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालय संगठन में आयोजित किया जा रहा है. इस दौरान की जाने वाली गतिविधियों में शामिल हैं-
1- स्कूल कक्षाओं के दौरान प्रतिदिन बच्चों के साथ सफाई और स्वच्छता के विभिन्न पहलुओं पर SBAविशेष रूप से महात्मा गांधी की स्वच्छता और अच्छे स्वास्थ्य से जुड़ीं शिक्षाओं के संबंध में बात करें.
2- कक्षा, प्रयोगशाला और पुस्तकालयों आदि की सफाई करना.
3- स्कूल में स्थापित किसी भी मूर्ति या स्कूल की स्थापना करने वाले व्यक्ति के योगदान के बारे में बात करना और इस मूर्तियों की सफाई करना.
4- शौचालयों और पीने के पानी वाले क्षेत्रों की सफाई करना.
5- रसोई और सामान ग्रह की सफाई करना.
6- खेल के मैदान की सफाई करना
7- स्कूल बगीचों का रखरखाव और सफाई करना.
8- स्कूल भवनों का वार्षिक रखरखाव रंगाई एवं पुताई के साथ.
9- निबंध,वाद-विवाद, चित्रकला, सफाई और स्वच्छता पर प्रतियोगिताओं का आयोजन.
10- बाल मंत्रिमंडलों का निगरानी दल बनाना और सफाई अभियान की निगरानी करना.
इसके अलावा फिल्म शो, स्वच्छता पर निबंध / चित्रकारी और अन्य प्रतियोगिताएं, नाटकों आदि के आयोजन द्वारा स्वच्छता एवं अच्छे स्वास्थ्य का संदेश प्रसारित करना. मंत्रालय ने इसके अलावा स्कूल के छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय के सदस्यों को शामिल करते हुए सप्ताह में दो बार आधे घंटे सफाई अभियान शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा है.
2- प्रधानमंत्री जन धन योजना :- यह योजना देश के किसानों के बैंकों में खाते खुलवाने के लिए शुरू की गई थी. जिसके तहत किसानों के मुफ्त में खाते खोले गए एवं किसानों को दी जाने वाली सहायता उनके बैंक खाते में जमा की गई. यह योजना हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सन 2015 में आरंभ किया था. इस योजना के अंतर्गत जीरो बैलेंस खाते खोले गए थे. अब तक प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत 1.20 करोड से भी ज्यादा खाता खुल चुके हैं. जिसमें 1,31,639 करोड़ रुपए जमा है. इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा देश के प्रत्येक नागरिक को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा ₹500 प्रति माह महिलाओं के जन धन खातों में भेजे गए थे. लगभग 20 करोड से ज्यादा महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत लाभ मिला था. सरकार द्वारा जनधन योजना के अंतर्गत खुले खातों का इस्तेमाल किसी भी सरकारी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए किया जाता है. जन धन योजना की कुछ खास विशेषताएं इस प्रकार हैं.
1- प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत लाभार्थी का सेविंग अकाउंट खोला जाता है.
2- इस योजना के अंतर्गत खोले गए खाते में कोई भी मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है.
3- प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत खुले हुए खातों पर बैंक द्वारा ब्याज भी प्रदान किया जाता है.
4- इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी को डेबिट कार्ड दिया जाता है.
5- प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत ₹200000 का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कवर भी प्रदान किया जाय है. पर आप इस सुविधा का लाभ तभी उठा सकते हैं जब आपने डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया हो.
6- इस योजना के अंतर्गत ₹30000 का लाइफ इंश्योरेंस कवर भी प्रदान किया जाता है.
7- प्रधानमंत्री जनधन खाते पर ₹10000 की ओवरड्राफ्ट सुविधा भी मिलती है लेकिन इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी का खाता आधार से लिंक होना अनिवार्य है.
8- इस खाते का इस्तेमाल सरकार द्वारा किसी भी स्कीम के लिए डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर करने के लिए भी किया जाता है.
3- प्रधानमंत्री उज्जवाला योजना :-प्रधानमंत्री उज्जवला योजना भारत के गरीब परिवारों की महिलाओं के चेहरों पर खुशी लाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 1 मई 2016 को शुरू की गई एक योजना है. इस योजना के अंतर्गत गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन दिए जाते है. केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना से गरीब महिलाओं को मिट्टी के चूल्‍हे से आजादी मिल गई. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में खाना पकाने के लिए उपयोग में आने वाले जीवाश्म ईंधन की जगह एलपीजी के उपयोग को बढ़ावा देना है. योजना का एक मुख्य उद्देश्य महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उनकी सेहत की सुरक्षा करना भी है. गरीब परिवार की महिला सदस्यों को मुफ्त रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन मुहैया कराने के लिए मंत्रिमंडल ने 8,000 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है.
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभ:-
1- इस योजना के प्रारंभ होने से खाने पर धुंआ के असर से मृत्यु में कमी होगी
2- इस योजना से छोटे बच्चे के स्वास्थ्य की समस्या कम होगी
3- प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के प्रारंभ होने से शुद्ध जल के प्रयोग से महिलाओं का स्वास्थ्य सुधरेगा
4- इस सरकारी योजना से अशुद्ध जीवाश्म इंधन के प्रयोग करने वाले वातावरण में कम प्रदूषण होगा|
5- इस योजना के शुरू होने से जंगलों की कटाई कम होगी.
6- महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को नहीं झेलना पड़ेगा.
4- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना :- यह योजना कृषि उत्पादकता में सुधार लाने और देश में संसाधनों के बेहतर उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन है. वर्ष 2015-2016 की समय अवधि में इस योजना के लिए ₹53 बिलियन (US$773.8 मिलियन) का बजट आवंटित किया गया है. यह निर्णय 1 जुलाई 2015 को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने की थीं. योजना को 5 वर्ष (2015-16 से 2019-20) की अवधि के लिए 50000 करोड़ के परिव्यय के साथ अनुमोदित किया गया है.
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2021 के लाभ-
1- इस योजना के तहत देश खेती करने वाले किसानो को अपने खेतो में सिचाई के लिए उचित मात्रा में पानी उपलब्ध करना और उसके लिए सरकार सिचाई उपकरणों के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी .
2- पानी की इसी कमी को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई है. जिससे किसानों को सिंचाई करने में सुविधा होगी .
3- जो ज़मीन कृषि के योग्य होगी उस ज़मीन तक इस योजना को पहुँचाया जाएगा.
4- इस योजना का लाभ देश के उन किसानो को पहुंचाया जायेगा जिनके पास अपनी खुद की कृषि योग्य भूमि होगी और जल संसाधन होगा .
5- Pradhanmantri Krishi Sinchayee Yojana 2021 के माध्यम से कृषि में विस्तार होगा, उत्पादकता में वृद्धि होगी जिससे अर्थव्यवस्था का पूर्ण विकास होगा.
6- योजना के लिए केंद्र द्वारा 75% अनुदान दिया जाएगा और 25% जो खर्चा रहेगा वह राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा.
7- इससे ड्रिप/ स्प्रिंकलर जैसी सिंचाई योजना का फायदा भी किसानों को प्राप्त होता है.
8- नये उपकरणों की प्रणाली के इस्तेमाल से 40-50 प्रतिशत पानी की बचत हो पायेगी और उसके साथ ही 35-40 प्रतिशत कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी एवं उपज के गुणवत्ता में तेज़ी आएगी.
9- 2018 – 2019 के दौरान, केंद्र सरकार लगभग 2000 करोड़ खर्च करेगी, और अगले वित्तीय वर्ष में इस योजना पर अन्य 3000 करोड़ खर्च होंगे.
5- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना :- इस योजना में फसल के लिए किसानों को बीमा प्रदान किया गया. ताकि यदि उनकी फसलें प्राकृतिक आपदाओं के कारण ख़राब हो जाती है तो उन्हें बीमा का पैसा मिल सके और किसानों की फसल के संबंध में अनिश्चितताओं को दूर किया जा सके जिसके लिये नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट ने 13 जनवरी 2016 को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को मंजूरी दे दी. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसानों की फसल को प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुयी हानि को किसानों के प्रीमियम का भुगतान देकर एक सीमा तक कम करायेगी. इस योजना के लिये 8,800 करोड़ रुपयों को खर्च किया जायेगा. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत, किसानों को बीमा कम्पनियों द्वारा निश्चित, खरीफ की फसल के लिये 2% प्रीमियम और रबी की फसल के लिये 1.5% प्रीमियम का भुगतान करेगा. इसमें प्राकृतिक आपदाओं के कारण खराब हुई फसल के खिलाफ किसानों द्वारा भुगतान की जाने वाली बीमा की किस्तों को बहुत नीचा रखा गया है, जिनका प्रत्येक स्तर का किसान आसानी से भुगतान कर सके. ये योजना न केवल खरीफ और रबी की फसलों को बल्कि वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिए भी सुरक्षा प्रदान करती है, वार्षिक वाणिज्यिक और बागवानी फसलों के लिये किसानों को 5% प्रीमियम (किस्त) का भुगतान करना होगा.
इस योजना के उद्देश्य
1- प्राकृतिक आपदा, कीड़े और रोग की वजह से सरकार द्वारा अधिसूचित फसल में से किसी नुकसान की स्थिति में किसानों को बीमा कवर और वित्तीय सहायता देना.
2- किसानों की खेती में रुचि बनाये रखने के प्रयास एवं उन्हें स्थायी आमदनी उपलब्ध कराना.
3- किसानों को कृषि में इन्नोवेशन एवं आधुनिक पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना.
4- कृषि क्षेत्र में ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करना.
6- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना :- भारत सरकार की एक योजना है जिसे जुलाई 2015 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) देने की योजना बनाई गई थी. इस योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कम पढ़े-लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं. इस योजना में तीन महीने, छह महीने और एक साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. कोर्स पूरा करने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाता है. यह प्रमाणपत्र पूरे देश में मान्य होता है.

इस योजना का मुख्‍य उद्देश्‍य देश में सभी युवा वर्ग को संगठित करके उनके कौशल को निखार कर उनकी योग्‍तानुसार रोजगार देना है. इस योजना के अंतर्गत पहले वर्ष में 24 लाख युवाओं को शामिल किया जाएगा. इसके बाद 2022 तक यह संख्‍या 40.2 करोड़ ले जाने की योजना है. इसके अलावा इस योजना से लोग अधिक से अधिक जुड़ सकें, इसके लिए युवाओं को ऋण प्राप्‍त करने की भी सुविधा है.
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) की 5 खास बातें?
1- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के लिए कोई फीस नहीं चुकानी पड़ती है बल्कि बतौर पुरस्कार राशि करीब 8000 रुपये सरकार देती है.
2- पीएमकेवीवाई में 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है. कोर्स पूरा करने के बाद ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा. यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होगा.
3- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है. रोजगार मेलों के जरिए सरकार ऐसे युवाओं को नौकरी दिलाने में मदद करती है.
4- पीएमकेवीवाई योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जोकि कम पढ़े लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं.
5- पीएमकेवीवाई के पाठ्यक्रम के पूरा होने पर आपका SSC द्वारा स्वीकृत मूल्यांकन एजेंसी द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा. यदि आप मूल्यांकन पास कर लेते हैं और आपके पास वैध आधार कार्ड है, तो आपको सरकारी प्रमाणपत्र तथा स्किल कार्ड प्राप्त होगा. उम्मीदवार PMKVY में कई बार अपना मूल्यांकन करवा सकते हैं,पर उन्हें हर बार मूल्यांकन शुल्क भरना होगा.
7- मेक इन इंडिया :- प्रधानमंत्री मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद कुछ बहुत ही अहम अभियान चलाये, उन्हीं में से एक मेक इन इंडिया अभियान था. भारत सरकार द्वारा 25 सितम्बर 2014 को देशी और विदेशी कंपनियों द्वारा भारत में ही वस्तुओं के निर्माण पर बल देने के लिए बनाया गया है. अर्थव्यस्था के विकास की रफ्तार बढ़ाने, औद्योगीकरण और उद्यमिता को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन.भारत का निर्यात उसके आयात से कम होता है.बस इसी ट्रेंड को बदलने के लिए सरकार ने वस्तुओं और सेवाओं को देश में ही बनाने की मुहीम को शुरू करने के लिए Make in India यानी भारत में बनाओ नीति का प्रारम्भ (प्रारंभ) की थी.

इसके माध्यम से सरकार भारत में अधिक पूँजी और तकनीकी निवेश पाना चाहती है. इस परियोजना के शुरू होने के बाद सरकार ने कई क्षेत्रों में लगी FDI (Foreign Direct Investment) की सीमा को बढ़ा दिया है लेकिन सामरिक महत्व के क्षेत्रों जैसे अंतरिक्ष में 74% ,रक्षा-49% और न्यूज मीडिया 26% को अभी भी पूरी तरह से विदेशी निवेश के लिए नही खोला है. वर्तमान में, चाय बागान में एफडीआई के लिए कोई प्रतिबन्ध (प्रतिबंध) नहीं है.
निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य
1- मध्यम अवधि में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में प्रति वर्ष 12-14% वृद्धि करने का उद्देश्य
2- 2022 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी में 16% से 25% की वृद्धि
3- विनिर्माण क्षेत्र में वर्ष 2022 तक 100 मिलियन अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करना
4- समावेशी विकास के लिए ग्रामीण प्रवासियों और शहरी गरीबों के बीच उचित कौशल का निर्माण
5- घरेलू मूल्य संवर्धन और निर्माण में तकनीकी गहराई में वृद्धि
6- भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाना
7- विशेष रूप से पर्यावरण के संबंध में विकास की स्थिरता सुनिश्चित करना
8- गरीब कल्याण योजना :- इस योजना के तहत गरीबों के कल्याण एवं उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए कार्य किया गया. इसी योजना के अंतर्गत कोरोना वायरस महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान गरीब जनता को कोई समस्या ना आए इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की थी. इसके अंतर्गत गरीबों को मुफ्त राशन की योजना को नवंबर तक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ा दिया गया था. इस योजन के तहत गरीबों को पांच किलो मुफ्त गेंहू या चावल और एक किलो चना दिया जा रहा था. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना को नवंबर तक लागू करने में 90 हजार करोड़ का अतिरिक्त खर्च आएगा. उन्होंने बताया कि योजना जब से शुरू हुई है तब से नवंबर तक इसमें डेढ़ लाख करोड़ तक का खर्च आएगा.
9- सुकन्या समृद्धि योजना :- यह योजना भारत की एक छोटी बचत योजना है, जिसकी शुरुआत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत की गयी | जिसके अंतर्गत माता-पिता या कानूनी अभिभावक कन्या के नाम से खाता खोल सकते हैं इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए बच्ची की आयु सीमा 10 वर्ष से कम होनी चाहिए . यह खाता किसी भी डाकखाने और निर्धारित सरकारी बैंकों में खोला जा सकता है.
सुकन्‍या समृद्धि योजना में कौन खाता खोल सकता है
सुकन्‍या समृद्धि में केवल जन्म से लेकर 10 वर्ष की उम्र की लड़की के नाम पर ही खाता खुलवाया जा सकता है. अर्थात सुकन्‍या समृद्धि के अंतर्गत 10 वर्ष से अधिक उम्र की लड़कियों का अकाउंट ओपन नहीं किया जा सकता है. इस योजना का लाभ अनिवासी भारतीय (एन आर आई) नहीं प्राप्त कर सकते हैं. यदि खाता ओपन करने के पश्चात कोई बच्ची एन आर आई बन जाती है. तो उसे सुकन्या समृद्धि योजना का खाता बंद करना होगा. यदि खाता बंद नहीं किया जाता है. तो एन आर आई बनने के पश्चात इस खाते में किसी प्रकार का ब्याज प्रदान नहीं किया जाएगा.
खाता खोलने के लिए दस्तावेज तीन दस्‍तावेजों की आवश्‍यकता है
1. अस्‍पताल या सरकारी अधिकारी द्वारा प्रदान किया गया लड़की का जन्‍म प्रमाण पत्र
2. लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक के निवास का प्रमाण पत्र, जो पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली या टेलीफोन बिल, मतादाता पहचान पत्र, राशन कार्ड या भारत सरकार द्वारा प्रदत्‍त अन्‍य कोई भी प्रमाण पत्र जिसमें निवास का उल्‍लेख हो
3. पैन कार्ड या हाईस्‍कूल प्रमाण पत्र भी खाता खोलने के लिए मान्‍य है. खाता खोले जाने के बाद उसे भारत में कहीं भी स्‍थानांतरित किया जा सकता है.
विशेषताएँ
1- खाते की वैधानिकता उसके खोले जाने की तारीख से लेकर 21 वर्ष की है, जिसके बाद रकम परिपक्‍व होकर उस लड़की को दे दी जाएगी जिसके नाम पर खाता है. यदि परिपक्‍वता के बाद खाता बंद नहीं किया जाता है तो बैलेंस रकम पर ब्‍याज मिलता रहेगा, जिसके बारे में समय-समय पर सूचना प्रदान की जाती रहेगी. यदि लड़की का विवाह 21 वर्ष पुरे होने के पहले हो जाता है तो खाता अपने-आप बंद हो जाएगा.
2- खाता खोलने की तारीख से 14 वर्ष तक रकम जमा की जाएगी. इसके बाद जमाशुदा रकम पर ब्‍याज मिलता रहेगा.
3- यदि न्‍यूनतम आवश्‍यक निर्धारित राशि जिसे एक हजार रुपये से घटाकर 250 रूपये कर दिया गया है, को माता-पिता या अभिभावक जमा नहीं करते हैं तो खाता सक्रिय नहीं माना जाएगा. इस स्थिति में खाते को प्रति वर्ष 50 रुपये पेनाल्‍टी के साथ दोबारा चालू किया जा सकता है, लेकिन न्‍यूनतम रकम भी जमा करनी होगी.
4- 21 वर्ष की परिपक्‍वता अवधि पूरी होने के पहले खाताधारी लड़की रकम निकाल सकती है बशर्ते कि उसकी आयु 18 वर्ष की हो गई हो. इस स्थिति में वह कुल जमा राशि का 50 प्रतिशत ही निकाल पाएगी. इसके लिए यह जरूरी है कि निकाली जाने वाली रकम या तो उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त करने के लिए हो या विवाह के लिए हो. यह भी उल्‍लेखनीय है कि रकम निकालने के समय खाते में कम से कम 14 वर्ष या उससे अधिक की जमा मौजूद हो.
5- माता-पिता या अभिभावक लड़की के नाम एक ही खाता खोल सकते हैं और केवल दो लड़कियों के नाम से हीं अलग अलग खाते खोले जा सकते हैं. यदि पहले एक लड़की हो और उसके बाद जुड़वा लड़कियां पैदा हों या पहली बार में ही तीन लड़कियां पैदा हों तो ऐसी स्थिति में तीन लड़कियों के नाम से बैंक खाते खोले जा सकते हैं.
6- सुकन्‍या समृद्धि खाता कार्यक्रम का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसमें कर छूट प्रदान की जाती है. जमा की जाने वाली रकम और परिपक्‍व रकम को आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत कर छूट प्राप्‍त है.
7- परिपक्‍व होने के पहले खाता बंद करने की दूसरी शर्त यह है कि जब सक्षम अधिकारी यह सुनिश्चित हो जाएगा कि अब जमाकर्ता के लिए खाते में रकम जमा करना संभव नहीं है और रकम जमा करने में मुश्किल हो रही है तो खाता बंद किया जा सकता है. खाता बंद करने की और कोई तीसरी वजह नहीं मानी जाएगी.
10- प्रधानमंत्री आवास योजना :- भारत सरकार की एक योजना है जिसके माध्यम से नगरों में रहने वाले निर्धन लोगों को उनकी क्रयशक्ति के अनुकूल घर प्रदान किये जाएँगे. सरकार ने 9 राज्यों के 305 नगरों एवं कस्बों को चिह्नित किया है जिनमें ये घर बनाए जाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण योजना ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण संचालित योजना है इस योजना का शुभारम्भ 25 जून,2015 को हुआ. इस योजना का उद्देश्य 2022 तक सभी को घर उपलब्ध करना है. इस के लिए सरकार 20 लाख घरो का निर्माण करवाएगी जिनमे से 18 लाख घर झुग्गी –झोपड़ी वाले इलाके में बाकि 2 लाख शहरों के गरीब इलाकों में किया जायेगा.
सरकार ने इस योजना को 3 फेज में विभाजित किया है-
1- पहला फेज अप्रैल 2015 को शुरू किया था और जिसे मार्च 2017 में समाप्त कर दिया गया है इसके अंतर्गत 100 से भी अधिक शहरों में घरो का निर्माण हुआ है.
2- दूसरा फेज अप्रैल 2017 से शुरू हुआ है जो मार्च 2019 में पूरा होगा इसमें सरकार ने 200 से ज्यादा शहरों में मकान बनाने का लक्ष्य रखा है.
3- तीसरा फेज अप्रैल 2019 में शुरू किया जाएगा और मार्च 2022 में समाप्त किया जाएगा जिसमे बाकि बचे लक्ष्य को पूरा किया जाएगा.
विशेषताएं
1- इस योजना के तहत मिलने वाली राशि और सब्सिडी राशि डायरेक्ट उम्मीदवार के बैंक खाते में आएगी जो कि आधार कार्ड से लिंक होगा जिससे कि उसे इसका सम्पूर्ण फायदा मिल सके.
2- प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत बनने वाले पक्के मकान 25 स्कार मीटर (लगभग 270 स्कार फिट) के होंगे जो की पहले से बड़ा दिए गए है पहले इनका आकर 20 स्कार मीटर (लगभग 215 स्कार फिट) तय किया गया था.
3- इस योजना में लगने वाला खर्चा केंद्र सरकार और राज्य सरकार के द्वारा मिलकर किया जायेगा . मैदानी क्षेत्रोँ में इस शेयर की जाने वाली राशि का अनुपात 60:40 होगा वहीं उत्तर-पूर्व और हिमालय वाले तीन राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में यह अनुपात 90:10 होगा.
4- प्रधान मंत्री आवास योजना को स्वच्छ भारत योजना से भी जोड़ा गया है इसके अंतर्गत बनने वाले शौचले के लिए स्वच्छ भारत योजना के तहत 12,000 रूपए अलग से आवंटित किये जायेंगे.
5- इस योजना के तहत यदि लाभार्थी चाहे तो 70 हजार रुपये का लोन भी ले सकता है जो की बिना ब्याज के होगा जिस क़िस्त रूप में पुनः भरना होगा जो की उसे विभिन्न फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट से अप्लाई करके लेना होगा. शहरी चैत्र में उम्मीदबार 70 हजार से अधिक लोन ले सकता है जो की बहुत ही काम ब्याज डरो पर उपलभ्ध होगा. लोन केटेगरी LIG, HIG, MIG केटेगरी के हिसाब से मिलेगी .
6- लाभार्थी को संपूर्ण सुविधा जैसे टॉयलेट, पीने का पानी, बिजली, सफाई खाना बनाने के लिए धुआ रहित ईंधन, सोशल और तरल अपशिष्टो से निपटने के लिए इस योजना को अन्य योजनाओं से जोड़ा भी गया है.
11- डिजिटल इंडिया प्रोग्राम :- भारत को डिजिटल तौर पर सशक्त बनाने के लिए शुरू किया गया कार्यक्रम है. इस अभियान के तहत शिक्षा, अस्‍पताल समेत सभी स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं और सरकारी दफ्तरों को गांव से देश की राजधानी से जोड़ा जाना है.जो काफी हद तक जोर भी गया है. इसके अलावा सरकार देशभर में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराएगी. ताकि आम आदमी को किसी भी काम के लिए इंतजार न करना पड़े. इसके साथ ही सारे काम ऑनलाइन होने से कागज की भारी बचत होगी जिससे पर्यावरण को भी फायदा होगा.
डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य
1- डिजिटल इंडिया मोदी सरकार का एक अहम् प्रोजेक्ट के जिसके जरिये सभी ग्राम पंचायत को इंटरनेट ब्रोड्बैंड के जरिये जोड़ा जायेगा .जिसके तहत ई प्रशासन को बढ़ावा देने की साथ ही अर्थव्यवस्था सुधारने का लक्ष्य हैं .BSNL के उच्च अधिकारी ने बताया कि डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट के अंतर्गत 335 गाँवों को हाई स्पीड इन्टरनेट के जरिये जोड़ा जायेगा .
2- डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट (Digital India Project) को प्रोत्साहन देने के लिए Digital Week मनाया जा रहा हैं जिसके अंतर्गत जनता एवम स्कूल के छात्रो को न्यू टेलिकॉम सर्विस एवम e-गवर्नेंस के बारे में जानकारी दी जाएगी .
3- प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि जनता को जागरूक बनाने के लिए राजधानी दिल्ली में Digital India Event मनाया जा रहा हैं जिसके तहत प्रतिदिन 10 हजार लोगो को इसका महत्व समझाया जायेगा . साथ ही प्रतिदिन e-गवर्नेंस प्रोजेक्ट की ओपनिंग की जाएगी .इस (Digital India Project) दिशा में प्रॉजेक्ट वाइब्रैंट मोदी जी द्वारा उनके कार्यकाल में गुजरात में लाया गया था . अब इस तरह की सोच को पुरे देश में लाने का प्रयास किया जा रहा हैं जिसके लिए सबसे पहले गाँव से शुरुवात की जा रही हैं जो कि एक उम्दा सोच हैं क्यूंकि देश के गाँव को डिजिटल दुनिया का ज्ञान सुई जितना भी नहीं हैं और यही कमजोरी हैं उनके विकास में .

नरेंद्र मोदी से जड़े कुछ विवाद, Few Controversies With Narendra Modi
1- सन 2002 में हुए गुजरात दंगे मोदी जी के करियर का सबसे बड़ा विवाद था, जिसके तहत आलोचकों का कहना था, कि मोदी जी इस दंगे को भड़काने के पीछे मास्टरमाइंड हैं.
2- सन 2002 में तीस्ता सीतलवाड़ ने गुलबर्ग सोसाइटी में अपने पति की हत्या के लिए मोदी जी को जिम्मेदार ठहराया था.
3- नरेंद्र मोदी जी का नाम इशरत जहाँ के फेक एनकाउंटर के लिए भी आया था. उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था.
4- नरेंद्र मोदी जी के वैवाहिक स्थिति को लेकर भी आलोचकों द्वारा आलोचना की गई.
5- गुजरात दंगे में चूकि मोदी जी का नाम सामने आ रहा था, इसके चलते यूनाइटेड स्टेट्स द्वारा उनका वीसा कैंसिल कर दिया गया था.
6- सन 2015 में नरेंद्र मोदी जी ने 10 लाख रूपये की कीमत का एक सूट पहना था, जिसमें उनका नाम नरेंद्र मोदी लिखा हुआ था. इसके लिए आलोचकों द्वारा उनकी काफी अलोचना की गई थी.
7- 10 अगस्त 2018 में भारतीय संसद में पहली बार ऐसा हुआ था, कि प्रधानमंत्री की कोई टिप्पणी को राज्य सभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया था. राज्य सभा के उपाध्यक्ष के रूप में हरिवंशराय नारायण सिंह के चुनाव के बाद, अपने भाषण में, हरिवंश को बधाई देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, कि चुनाव दो हरी के बीच में था.

नरेंद्र मोदी से जुड़ी कुछ रोचक बातें, Some Interesting Things Related to Narendra Modi
1- बचपन में मोदी जी भारतीय आर्मी में शामिल होना चाहते थे, और उन्होंने सैनिक स्कूल में शामिल होने के लिए कोशिश भी की. लेकिन वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से वे सैनिक स्कूल में दाखिला नहीं ले सके.
2- 17 साल की उम्र में मोदी जी ने अपना घर छोड़ दिया था और वे भारत के अलग – अलग हिस्सों में यात्रा करने के लिए गए.
3- प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपना अधिकारिक निवास अपने किसी भी परिवार के सदस्य के साथ साझा नहीं किया.
4- उन्होंने यूनाइटेड स्टेट में इमेज मैनेजमेंट एवं पब्लिक रिलेशन पर 3 महीने का कोर्स किया था.
5- मोदी जी स्वामी विवेकानंद जी को बहुत मानते थे, वे उनके महान अनुयायी थे.
6- बराक ओबामा के बाद नरेंद्र मोदी जी ट्विटर पर दुनिया के दूसरे सबसे ज्यादा फॉलोवर वाले नेता है, इनके लगभग 12 मिलियन से भी अधिक फॉलोवर हैं. मोदी जी एवं बराक ओबामा दोनों बहुत अच्छे दोस्त भी हैं.
7- नरेंद्र मोदी जी सन 2010 में जब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत थे, तब गुजरात दुनिया का दूसरा सबसे अच्छे राज्य के रूप में उभरा था.
8- मोदी जी ने अपने 13 साल के गुजरात के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान एक दिन की भी छुट्टी नहीं ली थी.
9- नरेंद्र मोदी जी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे ट्विटर, फेसबुक एवं इन्स्टाग्राम में सक्रीय रहते हैं, इसके चलते इन्हें भारत का सबसे टेक्नो – प्रेमी नेता माना जाता है.
10- मोदी जी हमेशा हिंदी भाषा में हस्ताक्षर करते हैं, फिर चाहे वह कोई आकस्मिक अवसर हो या अधिकारिक दस्तावेज हो.
11- सन 2016 में लंदन के मेडम टूसौद वैक्स म्यूजियम में मोदी जी का एक वैक्स स्टेचू बनाया गया है.
12- नरेंद्र मोदी जी असल में बहुत धार्मिक है, और वे हर साल नवरात्र के दौरान पूरे 9 दिन उपवास करते हैं, भले ही वह यात्रा ही क्यों न कर रहे हों.
13- मोदी जी दिन में केवल 5 घंटे या उससे कम ही सोते हैं.
14- मोदी जी को उनकी ड्रेसिंग में बहुत स्टाइलिश होने के लिए जाना जाता है. उन्हें पारंपरिक भारतीय पोशाक काफी पसंद है.

नरेंद्र मोदी के सुविचार, Thoughts of Narendra Modi
1- एक बार जब हम यह तय कर लेते हैं कि हमें कुछ करना है, तो हम मीलों आगे जा सकते हैं.
2- हम में से सभी के पास अच्छे और बुरे दोनों गुण हैं, जो लोग अच्छे गुणों पर ध्यान केन्द्रित करते हैं वे लोग सफल होते हैं.
3- बन्दूक के साथ आप पृथ्वी को लाल बना सकते हैं, लेकिन यदि आपके पास हल हैं तो आप पृथ्वी को हरा बना सकते हैं.
4- हर किसी में सपने देखने की शक्ति होती है. लेकिन सपनों को संकल्पों में बदलना चाहिए. कभी किसी विचार को मरने नहीं देना चाहिए.
5- भारत एक युवा देश है, इतने बड़े प्रतिशत वाले देश में न केवल भारत को बल्कि पूरे विश्व के भाग्य को बदलने की क्षमता है.
6- मंगल मिशन की सफलता के बाद कोई भी भारत के युवाओं पर सवाल नहीं उठा सकता है. सब कुछ स्वदेशी है.

मोदी, नरेन्द्र मोदी की जीवनी, नरेन्द्र मोदी के बच्चे, नरेन्द्र मोदी की शादी, नरेन्द्र मोदी शिक्षा, नरेन्द्र मोदी की उम्र, नरेन्द्र मोदी के विवाद, Modi, Narendra Modi Biography In Hindi, Narendra Modi children, Narendra Modi Shadi, Narendra Modi Education, Narendra Modi Age, Narendra Modi Controversy

ये भी पढ़े –

  1. विवेकानंद की जीवनी, स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, स्वामी विवेकानंद की बायोग्राफी, Swami Vivekananda In Hindi, Swami Vivekananda Ki Jivani
  2. शहीदे आज़म भगत सिंह की जीवनी, शहीद भगत सिंह की बायोग्राफी हिंदी में, भगत सिंह का इतिहास, भगत सिंह का जीवन परिचय, Shaheed Bhagat Singh Ki Jivani
  3. महात्मा गांधी की जीवनी, महात्मा गांधी का जीवन परिचय, महात्मा गांधी की बायोग्राफी, महात्मा गांधी के बारे में, Mahatma Gandhi Ki Jivani
  4. डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जीवनी, डॉ. भीम राव अम्बेडकर का जीवन परिचय हिंदी में, डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अनमोल विचार, Dr. B.R. Ambedkar Biography In Hindi
  5. सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी, सुभाष चंद्र बोस की जीवनी कहानी , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बायोग्राफी, सुभाष चन्द्र बोस का राजनीतिक जीवन, आजाद हिंद फौज का गठन
  6. महादेवी वर्मा की जीवनी , महादेवी वर्मा की बायोग्राफी, महादेवी वर्मा की शिक्षा, महादेवी वर्मा का विवाह, Mahadevi Verma Ki Jivani
  7. तानसेन की जीवनी , तानसेन की बायोग्राफी, तानसेन का करियर, तानसेन का विवाह, तानसेन की शिक्षा, Tansen Ki Jivani, Tansen Biography In Hindi
  8. वॉरेन बफे की जीवनी, वॉरेन बफे की बायोग्राफी, वॉरेन बफे का करियर, वॉरेन बफे की पुस्तकें, वॉरेन बफे के निवेश नियम, Warren Buffet Ki Jivani, Warren Buffet Biography In Hindi
  9. हरिवंश राय बच्चन की जीवनी, हरिवंश राय बच्चन की बायोग्राफी, हरिवंश राय बच्चन की कविताएं, हरिवंश राय बच्चन की रचनाएं, Harivansh Rai Bachchan Ki Jivani
  10. रामधारी सिंह दिनकर की जीवनी , रामधारी सिंह दिनकर की बायोग्राफी, रामधारी सिंह दिनकर के पुरस्कार, रामधारी सिंह दिनकर की रचनाएं, Ramdhari Singh Dinkar Ki Jivani
  11. मन्नू भंडारी की जीवनी, मन्नू भंडारी की बायोग्राफी, मन्नू भंडारी का करियर, मन्नू भंडारी की कृतियां, Mannu Bhandari Ki Jivani, Mannu Bhandari Biography In Hindi
  12. अरविन्द घोष की जीवनी, अरविन्द घोष की बायोग्राफी, अरविन्द घोष का करियर, अरविन्द घोष की मृत्यु, Arvind Ghosh Ki Jivani, Arvind Ghosh Biography In Hindi
  13. सम्राट अशोक की जीवनी, सम्राट अशोक की बायोग्राफी, सम्राट अशोक का शासनकाल, सम्राट अशोक की मृत्यु, Ashoka Samrat Ki Jivani, Ashoka Samrat Biography In Hindi
  14. मिल्खा सिंह की जीवनी, मिल्खा सिंह की बायोग्राफी, मिल्खा सिंह का करियर, मिल्खा सिंह का विवाह, मिल्खा सिंह के पुरस्कार, Milkha Singh Ki Jivani, Milkha Singh Biography In Hindi