Biography of Kiran Bedi

किरण बेदी की जीवनी, किरण बेदी की बायोग्राफी, किरण बेदी की शिक्षा, किरण बेदी का करियर, किरण बेदी के पुरस्कार, Kiran Bedi Ki Jivani, Kiran Bedi Biography In Hindi, Kiran Bedi Education, Kiran Bedi Career, Kiran Bedi Awards

किरण बेदी की जीवनी, किरण बेदी की बायोग्राफी, किरण बेदी की शिक्षा, किरण बेदी का करियर, किरण बेदी के पुरस्कार, Kiran Bedi Ki Jivani, Kiran Bedi Biography In Hindi, Kiran Bedi Education, Kiran Bedi Career, Kiran Bedi Awards

किरण बेदी की जीवनी
देश की पहली महिला IPS का गौरव हासिल करने वाली किरण बेदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबंधित एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वह वर्तमान में पुडुचेरी के केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल हैं. 2007 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से सेवानिवृत्त होने के बाद किरण बेदी ने राजनीति में कदम रखा. वह 1972 में IPS के अधिकारी रैंक में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला थीं. आईपीएस में अपने कार्यकाल के दौरान, किरण बेदी ने महानिदेशक के पद पर कार्य किया था. पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो बेदी को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता है.

पूरा नाम Born – किरण पेशावरिया Kiran Peshawaria
उपनाम – क्रेन बेदी Crane Bedi
राष्ट्रीयता Nationality – भारतीय Indian
जन्म – 9 जून 1949 (उम्र 71 वर्ष)
जन्मस्थान – अमृतसर, पंजाब Amritsar, Punjab
शिक्षा Education – सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल, अमृतसर (1954) कॉलेज • सरकारी कॉलेज फॉर विमेन, अमृतसर
• पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
• दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
• आईआईटी, दिल्ली
Sacred Heart Convent School, Amritsar (1954) College • Government College for Women, Amritsar
• Punjab University, Chandigarh
University of Delhi, New Delhi
• IIT, Delhi
शैक्षिक योग्यता educational qualification – • स्नातक (अंग्रेजी में ऑनर्स) (1968)
• परास्नातक (राजनीति विज्ञान)
• दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून डिग्री (1988)
• पीएचडी (सोशल साइंसेज) (1993)
Graduate (Hons in English) (1968)
• Masters (Political Science)
Law Degree from University of Delhi (1988)
• PhD (Social Sciences) (1993)
काम Occupation – राजनेता और सेवानिवृत्त आईपीएस Politician and retired IPS
शौक/अभिरुचि Hobby / interest – टेनिस खेलना, फोटोग्राफी करना, यात्रा करना, पुस्तकें पढ़ना और लिखना Playing tennis, doing photography, traveling, reading books and writing

पसंदीदा चीजें
पसंदीदा खेल – लॉन टेनिस
पसंदीदा राजनेता – नरेंद्र मोदी

1994 में मैग्सेसे पुरस्कार के विजेता, किरण बेदी अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले नागरिक समाज के सक्रिय सदस्यों में से एक हैं, जिन्होंने एक मजबूत भ्रष्टाचार विरोधी कानून, जन लोकपाल विधेयक के अधिनियमित करने के लिए एक आंदोलन शुरू किया. वह औपचारिक रूप से 15 जनवरी, 2015 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं और उन्हें 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में चुना गया.

किरण बेदी का प्रारंभिक जीवन
किरण बेदी का जन्म 9 जून 1949 को अमृतसर में, पिता प्रकाशलाल पेशावरिया तथा माँ प्रेमलता के घर में हुआ था . किरण बेदी ने स्कूल से लेकर ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई अमृतसर में ही की . उन्होंने पोलेटिकल साइंस में मास्टर्स डिग्री पंजाब यूनिवर्सिटी से प्राप्त की . दिल्ली यूनिवर्सिटी से उन्होंने कानून की डिग्री LLB ली और वर्ष 1993 में उन्हें आई.आई.टी. दिल्ली के सोशल साइंस विभाग से इसी विषय में पी.एच.डी. (डाक्ट्रेट) की उपाधि मिली.

अपनी पढ़ाई के दौरान किरण बेदी एक मेधावी छात्रा तो थीं ही, लेकिन टेनिस उनका जुनून था . वर्ष 1972 में उन्होंने एशिया की महिलाओं की लान टेनिस चैंपियनशिप जीती थी और इसी वर्ष उनका इण्डियन पुलिस अकादमी में प्रवेश हुआ था, जहाँ से 1974 में वह पुलिस अधिकारी के रूप में बाहर आई थीं . पुलिस सेवा में आने के पहले 1970 से 1972 तक किरण बेदी ने अध्यापन में बतौर लेक्चरर अपना काम शुरू किया था और इस बीच प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी करती रही थीं.

पुलिस सेवा के दौरान किरण बेदी ने बहुत से महत्त्वपूर्ण पद सम्भाले और कठिन काम कर दिखाए . 1977 में उन्होंने इण्डिया गेट दिल्ली पर अकाली और निरंकारियों के बीच उठ खड़े हुए सिख उपद्रव को जिस तरीके से नियन्त्रित किया वह पुलिस विभाग के रेकार्ड में एक मिसाल है . 1979 में वह पश्चिमी दिल्ली की डी.सी. पुलिस थीं . किरण बेदी एक भारतीय राजनेता, सामाजिक कार्यकर्त्ता, भूतकालीन टेनिस खिलाडी और रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर है. किरन बेदी 1972 में पुलिस सर्विस(आईपीएस) में शामिल हुई, और भारत की पहली महिला अधिकारी बनी.

एक किशोर की तरह, बेदी 1966 में राष्ट्रीय कनिष्ट टेनिस चैंपियन बनी. 1965 से 1978 के बिच उन्होंने कई सारे राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार जीते. आईपीएस में शामिल होने के बाद किरन बेदी ने दिल्ली, गोवा और मिजोरम में सेवा की. उन्होंने अपना कार्यकाल पुलिस आयुक्त प्रतिनिधि (DCP) की तरह चाणक्यपुरी, दिल्ली से शुरू किया, और 1979 में राष्ट्रपति पुलिस मैडल जीता. बाद में वे पश्चिम दिल्ली गयी, जहा उन्होंने दिल्ली में हो रहे महिलाओ पर अत्याचारों को कम किया. इसके बाद, एक ट्रैफिक पुलिस की तरह, उन्होंने 1982 में दिल्ली में हो रहे एशियाई खेलो की निगरानी की. उत्तरी दिल्ली के DGP की तरह, उन्होंने ड्रग्स और दुर्व्यवहार के खिलाफ अपना अभियान जारी किया, जो बाद में नवज्योति दिल्ली पुलिस फाउंडेशन(2007) में मिला.

मई 1993 में, उन्हें दिल्ली कारागार में इंस्पेक्टर जनरल (IG) की तरह भेजा गया. जहा तिहार जेल में उन्होंने कई सुधार भी किये, जहा उनके इस प्रयत्न के लिए उन्हें 1994 में रमण मेगसेसे पुरस्कार दिया गया. 2003 में, किरन बेदी पहली महिला बनी जिसे यूनाइटेड नेशन ने नागरिक पुलिस सलाहकार हेतु नियुक्त किया. लेकिन उन्होंने 2007 में इससे इस्तीफा दे दिया, ताकि वे सामाजिक गतिविधियों और लेख लिखने में ध्यान लगा सके.

किरण बेदी का 1993 का कार्यकाल उनके लिए बहुत महत्त्वपूर्ण कहा जाता है . वह आई.जी. प्रिजन्स के रूप में जेलों की अधिकारी बनी . उन्होंने इस दौरान देश की एक बहुत बड़ी जेल तिहाड़ को आदर्श बनाने का फैसला किया . इस दौर में उन्होंने अपराधियों का मानवीयकरण शुरू करने के कदम उठाए . उन्होंने कहा कि वह जेल को आश्रम में बदल देंगी . किरण बेदी ने वहाँ योग, ध्यान, खेल-कूद सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ पढ़ने-लिखने की भी व्यवस्था की . नशाखोरी को इंसानी ढंग से नियन्त्रण में लाया गया.

इस जेल के करीब दस हजार कैदियों में अधिकतर कैदी तो ऐसे थे, जिन पर कोई आरोप भी नहीं लगा था और वह बरसों से बन्द थे . उनके शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक विकास पर भी किरण बेदी ने ध्यान दिया . कैदियों ने जेल के भीतर से परीक्षाएँ दीं और योग्यता बढ़ाई . जेल में कविता तथा मुशायरों के जरिये कैदियों को एक नयापन दिया गया . किरण को उनके इस काम के लिए बहुत सराहना मिली . अभी किरण बेदी ने पुलिस विभाग के इण्डियन ब्यूरो ऑफ रिसर्च एण्ड डवलपमेंट में डायरेक्टर जनरल का पद सम्भाला है . वह संयुक्त राष्ट्र संघ के पीस कीपिंग विभाग की पुलिस एडवाईज्र भी हैं .

किरण बेदी का Indian Police Service Career
अब Kiran Bedi किरण बेदी में कई सीनियर सिविल सर्वेंट से प्रभावित होकर पब्लिक सर्विस करियर में जाने का फैसला किया था . 16 जुलाई 1972 को किरण बेदी ने मसूरी के नेशनल अकादमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन से अपनी पुलिस प्रशिक्षण शुरू किया था . उनके बैच में वो अकेली महिला था जो बाद में भारत की पहली महिला IPS officer बनी . इसके बाद उनको 6 महीने का फाउंडेशन कोर्स किया जिसमे उनको प्रशिक्ष्ण माउंट आबू में दिया गया था . इसके बाद ट्रेनिंग के लिए उनको पंजाब पुलिस भेजा गया था.

किरण बेदी की पहली पोस्टिंग 1975 में दिल्ली के चाणक्यपुरी सबडिवीज़न में हुयी थी. इसी साल वो गणतंत्र दिवस की परेड में पुरुष टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनी थी. इसी साल सितम्बर 1975 में उनकी पहली बेटी सुकृति का जन्म हुआ था. चाणक्यपुरी उस समय समृद्ध क्षेत्र था क्योंकि देश के सारे बड़े सरकारी भवन उसके नजदीक थे इसलिए अपराध भी ज्यादा नही होता था. 1978 में अकाली दल और निरंकारी दल के बीच तनाव हो गया था जिसको रोकने के लिए किरण बेदी ने अपनी टुकड़ी भेजी थे.

किरण बेदी बनी प्रथम महिला अधिकारी
किरण बेदी भारतीय पुलिस सेवा (आई.पी.एस) में आने वाली देश की पहली महिला अधिकारी हैं. भारतीय पुलिस सेवा में पुलिस महानिदेशक (ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट) के पद पर पहुँचने वाली किरण एकमात्र भारतीय महिला थीं, जिसे यह गौरव हासिल हुआ. किरण बेदी ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस चीफ, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, मिज़ोरम, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ प्रिज़न, तिहाड़, स्पेशल सेक्रेटेरी टू लेफ्टीलेन्ट गवर्नर, दिल्ली, इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, चंडीगढ़, जाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ट्रेनिंग, स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस इंटेलिजेन्स, यू.एन. सिविलियन पुलिस एड्वाइजर, महानिदेशक, होम गार्ड और नागरिक रक्षा, महानिदेशक, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो जैसे पदों पर भी कार्य कर चुकी हैं. किरण डीआईजी, चंडीगढ़ गवर्नर की सलाहकार, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में डीआईजी तथा यूनाइटेड नेशन्स में एक असाइनमेंट पर भी कार्य कर चुकी हैं.

किरण बेदी के प्रमुख पद
1- दिल्ली यातायात पुलिस प्रमुख.
2- नारकोटिक्स कंट्रोल ब्युरो.
3- डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलीस, मिज़ोरम.
4- इंस्पेक्टर जनरल ऑफ प्रिज़न, तिहाड़.
5- स्पेशल सेक्रेटेरी टू लेफ्टीलेन्ट गवरनर, दिल्ली.
6- इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस , चंडीगढ़.
7- जाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ट्रेनिंग.
8- स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस इंटेलिजेन्स.
9- यू.एन. सिविलियन पुलिस एड्वाइजर.
10- महानिदेशक, होम गार्ड और नागरिक रक्षा.
11- महानिदेशक, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो.

किरण बेदी के पुरस्कार (Kiran Bedi Awards)
1- 1979 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार
2- 1981 में वूमन ऑफ द ईयर अवार्ड नेशनल सॉलिडैरिटी वीकली, इंडिया द्वारा दिया गया
3- 1991 में ड्रग प्रिवेंशन एंड कंट्रोल फॉर इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ गुड टेम्पलर (IOGT), नॉर्वे द्वारा एशिया रीजन अवार्ड
4- 1992 में अंतर्राष्ट्रीय महिला पुरस्कार
5- 1994 में रेमन मैग्सेसे पुरस्कार फाउंडेशन द्वारा मैगसेसे पुरस्कार
6- 1995 में डॉन बोस्को श्राइन ऑफिस, बॉम्बे-इंडिया द्वारा महिला शिरोमणि अवार्ड, फादर माकिस्मो ह्यूमैनिटेरियन अवार्ड और लायन ऑफ द ईयर
7- 1999 में प्राइड ऑफ इंडिया अवार्ड अमेरिकन फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑफ इंडियन ओरिजिन (AFMI) ने दिया
8- 2002 में वुमन ऑफ द ईयर अवार्ड, ब्लू ड्रॉप ग्रुप मैनेजमेंट, कल्चरल एंड आर्टिस्टिक एसोसिएशन, इटली द्वारा
9- 2004 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संयुक्त राष्ट्र पदक
10- 2005 में हार्मनी फाउंडेशन द्वारा सामाजिक न्याय के लिए मदर टेरेसा पुरस्कार
11- सूर्यदत्त ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स द्वारा सूर्यदत्त राष्ट्रीय पुरस्कार 2007 में
12- 2009 में आजतक द्वारा महिला एक्सेलेंस अवार्ड्स
13- तरुण क्रांति पुरस्कार – 2010 में
14- 2011-तरुण पुरस्कार परिषद द्वारा महिला सशक्तिकरण श्रेणी में
15- 2011 में भारतीय योजना और प्रबंधन संस्थान द्वारा भारतीय मानव विकास पुरस्कार
16- 2013 में राय विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टर ऑफ पब्लिक सर्विस की मानद उपाधि

किरण बेदी से जुड़े विवाद
1- वर्ष 1983 में, गोवा में सेवा करते समय, उन्होंने एक विवाद को अपनी ओर आकर्षित किया, जब अनौपचारिक रूप से जनता के लिए जोरी ब्रिज का उद्घाटन किया. इस अनौपचारिक उद्घाटन ने कई राजनेताओं को नाराज कर दिया था.
2- जब वह दिल्ली में अपनी बीमार बेटी की देखभाल करने के लिए छुट्टी पर थी, तब उन्होंने पुनः एक और विवाद खड़ा कर दिया. यद्यपि किरण ने छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिसकी पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) राजेंद्र मोहन ने भी सिफारिश की थी, लेकिन गोवा सरकार द्वारा छुट्टी को आधिकारिक तौर पर मंजूरी नहीं दी गई थी. गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे द्वारा किरण को बिना किसी को बताए, ड्यूटी पर अनुपस्थित होने के कारण उन्हें फरार घोषित किया गया.
3- वर्ष 1980 के दशक में, जब उन्होंने लाल किले के पास भारतीय जनता पार्टी की एक सभा पर लाठी चार्ज करने के आदेश देने के कारण कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
4- जनवरी 1988 में, वह दिल्ली के वकीलों के साथ विवादों में आईं, जब उन्होंने राजेश अग्निहोत्री नामक एक व्यक्ति को अदालत में हथकड़ी से पकड़ा हुआ था. लेकिन वह व्यक्ति तीस हजारी कोर्ट में अभ्यास करने वाला एक वकील था. जिससे सभी वकील नाराज हो गए; क्योंकि एक वकील को हथकड़ी से पकड़ा नहीं जा सकता है; भले ही वह गंभीर अपराध में शामिल क्यों न हो.
5- वर्ष 1992 में, जब सुकृति, किरण बेदी की बेटी, ने लेडी होर्डिंग मेडिकल कॉलेज (दिल्ली) में दाखिला लेने के लिए मिजोरम निवासी कोटे से आवेदन किया, जबकि वह एक गैर-मिजो थी. जिसके चलते मिजोरम छात्रों ने उनका कड़ा विरोध किया.
6- 90 के दशक में, तिहाड़ जेल के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के रूप में काम करते हुए, किरण बेदी ने अपने वरिष्ठ अधिकारीयों से घृणा की. जिससे उन पर जेल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा.
7- जुलाई 1993 में, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के अंडर-ट्रायल कैदी को चिकित्सकीय जाँच के संबंध में दिए गए, दिशा-निर्देशों की अवमानना करने पर उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
8- वर्ष 1994 में, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने उन्हें वाशिंगटन में आने के लिए आमंत्रित किया. तब, दिल्ली सरकार ने उन्हें निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया था. वर्ष 1995 में, जब उन्हें बिल क्लिंटन ने फिर से आमंत्रित किया. तो पुनः दिल्ली सरकार ने निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया. तभी वह न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख प्रकाशित करने के लिए आगे बढ़ी. जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार की काफी आलोचना की.
9- तिहाड़ जेल के कुख्यात अपराधी चार्ल्स सोभराज को टाइपराइटर प्रदान करने के लिए उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. जोकि जेल मैनुअल के अनुसार निषिद्ध वस्तुओं में से एक है.
10- 26 नवंबर 2011 को, दिल्ली स्थित वकील देवेंद्र सिंह चौहान द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गैर-सरकारी संगठनों के लिए फंड के अनुचित उपयोग के लिए किरण बेदी पर मामला दर्ज किया गया.

किरण बेदी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
1- उनके परदादा पेशावर से अमृतसर आए थे.
2- उनका पालन-पोषण हिन्दू और सिख परंपराओं में हुआ था.
3- उनके पिता एक लॉन टेनिस खिलाड़ी थे. जिसके बाद, किरण ने भी अपने पिता से प्रेरित हो कर नौ साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू कर दिया.
4- किरण बेदी राष्ट्रीय स्तर पर एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी के रूप में श्रीलंका में भारत का भी प्रतिनिधित्व किया. जहां वर्ष 1973 में भारतीय टीम ने लियोनेल फोन्सेका मेमोरियल ट्रॉफी जीती थी.
5- ऐसा कहा जाता है कि उनके छोटे बालों के पीछे का कारण टेनिस है; क्योंकि खेलते समय लंबे बाल खेल में बाधा डालते थे.
6- स्कूल समय में, वह राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में शामिल हुईं और अतिरिक्त पाठ्यचर्या गतिविधियों में भाग लेना शुरू किया.
7- पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से राजनीति विज्ञान में परास्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने वर्ष 1970 से 1972 तक अमृतसर में महिलाओं के खालसा कॉलेज में एक लेक्चरर के रूप में काम किया.
8- वह अमृतसर में सर्विस क्लब के सिविल सेवकों के द्वारा भारतीय सिविल सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित हुई. जहां, उनकी मुलाकात अपने पति राज बेदी से हुई.
9- वर्ष 1972 में, भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद, बेदी ने राजस्थान के माउंट आबू में 9 महीने का पुलिस प्रशिक्षण प्राप्त किया.
10- किरण बेदी पहली महिला आईपीएस अधिकारी होने के कारण मीडिया में काफी लोकप्रिय हुई.
11- वर्ष 1975 में, दिल्ली के चाणक्यपुरी उपखंड में पहली पोस्टिंग के बाद, वह वर्ष 1975 में गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस के सभी पुरुष दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनी.
12- 15 नवंबर 1978 को, उन्होंने दिल्ली में इंडिया गेट के पास निरंकारी और अकाली सिखों के संघर्षों को सफलतापूर्वक संभाला और अक्टूबर 1980 में भारतीय राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुलिस पदक से सम्मानित किया गया.
13- वर्ष 1979 में, उन्होंने आस-पास के प्रत्येक गांव में नागरिक स्वयंसेवकों की भर्ती करके, नागरिकों और सशस्त्र पुलिसकर्मियों द्वारा रात्रि गश्त, हर वार्ड में शिकायत बक्से स्थापित करने से नागरिकों की मदद की. जिससे उन्होंने दिल्ली के पश्चिम जिले में अपराध को कम कर दिया.
14- अक्टूबर 1981 में, वह डीसीपी (यातायात) बन गईं और दिल्ली इलेक्ट्रिक सप्लाई अंडरटेकिंग, नगर निगम और दिल्ली के विकास प्राधिकरण के सहयोग से यातायात (1982 एशियाई खेलों के कारण) को कुशलता से संभाला. उन्होंने नीतियों का भी इस्तेमाल किया जैसे – चालानों को अनियमित मोटर चालकों के लिए स्पॉट जुर्माना और अनुचित पार्क वाले वाहनों को उठाकर ले जाना.
15- एशियाई खेलों के बाद, जब खेलों के दौरान यातायात को सावधानी से प्रबंधित करने के लिए उन्हें एशियाई ज्योति की पेशकश की गई, तो उन्होंने पुरस्कार लेने से मना कर दिया और पुलिस इकाई (यातायात) को पुरस्कार समर्पित करने के लिए कहा.

ये भी पढ़े –

  1. विवेकानंद की जीवनी, स्वामी विवेकानंद का जीवन परिचय, स्वामी विवेकानंद की बायोग्राफी, Swami Vivekananda In Hindi, Swami Vivekananda Ki Jivani
  2. शहीदे आज़म भगत सिंह की जीवनी, शहीद भगत सिंह की बायोग्राफी हिंदी में, भगत सिंह का इतिहास, भगत सिंह का जीवन परिचय, Shaheed Bhagat Singh Ki Jivani
  3. महात्मा गांधी की जीवनी, महात्मा गांधी का जीवन परिचय, महात्मा गांधी की बायोग्राफी, महात्मा गांधी के बारे में, Mahatma Gandhi Ki Jivani
  4. डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जीवनी, डॉ. भीम राव अम्बेडकर का जीवन परिचय हिंदी में, डॉ. भीमराव अम्बेडकर के अनमोल विचार, Dr. B.R. Ambedkar Biography In Hindi
  5. सुभाष चन्द्र बोस की जीवनी, सुभाष चंद्र बोस की जीवनी कहानी , नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बायोग्राफी, सुभाष चन्द्र बोस का राजनीतिक जीवन, आजाद हिंद फौज का गठन
  6. महादेवी वर्मा की जीवनी , महादेवी वर्मा की बायोग्राफी, महादेवी वर्मा की शिक्षा, महादेवी वर्मा का विवाह, Mahadevi Verma Ki Jivani
  7. तानसेन की जीवनी , तानसेन की बायोग्राफी, तानसेन का करियर, तानसेन का विवाह, तानसेन की शिक्षा, Tansen Ki Jivani, Tansen Biography In Hindi
  8. वॉरेन बफे की जीवनी, वॉरेन बफे की बायोग्राफी, वॉरेन बफे का करियर, वॉरेन बफे की पुस्तकें, वॉरेन बफे के निवेश नियम, Warren Buffet Ki Jivani, Warren Buffet Biography In Hindi
  9. हरिवंश राय बच्चन की जीवनी, हरिवंश राय बच्चन की बायोग्राफी, हरिवंश राय बच्चन की कविताएं, हरिवंश राय बच्चन की रचनाएं, Harivansh Rai Bachchan Ki Jivani
  10. रामधारी सिंह दिनकर की जीवनी , रामधारी सिंह दिनकर की बायोग्राफी, रामधारी सिंह दिनकर के पुरस्कार, रामधारी सिंह दिनकर की रचनाएं, Ramdhari Singh Dinkar Ki Jivani
  11. मन्नू भंडारी की जीवनी, मन्नू भंडारी की बायोग्राफी, मन्नू भंडारी का करियर, मन्नू भंडारी की कृतियां, Mannu Bhandari Ki Jivani, Mannu Bhandari Biography In Hindi
  12. अरविन्द घोष की जीवनी, अरविन्द घोष की बायोग्राफी, अरविन्द घोष का करियर, अरविन्द घोष की मृत्यु, Arvind Ghosh Ki Jivani, Arvind Ghosh Biography In Hindi
  13. सम्राट अशोक की जीवनी, सम्राट अशोक की बायोग्राफी, सम्राट अशोक का शासनकाल, सम्राट अशोक की मृत्यु, Ashoka Samrat Ki Jivani, Ashoka Samrat Biography In Hindi
  14. मिल्खा सिंह की जीवनी, मिल्खा सिंह की बायोग्राफी, मिल्खा सिंह का करियर, मिल्खा सिंह का विवाह, मिल्खा सिंह के पुरस्कार, Milkha Singh Ki Jivani, Milkha Singh Biography In Hindi
  15. अटल बिहारी वाजपेयी की जीवनी, अटल बिहारी वाजपेयी की रचनाएं, अटल बिहारी वाजपेयी की कविताएं, Atal Bihari Vajpayee, Atal Bihari Vajpayee Biography In Hindi